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UPSC में बड़ा बदलाव! अब सरकार करने जा रही ये काम
अब IAS या IPS बनने के लिए कैडर आपकी रैंकिंग के आधार पर नहीं बल्कि आपके व्यवहारिक ज्ञान के आधार पर तय होगा।
नई दिल्ली: मोदी सरकार UPSC इग्जाम के पैटर्न में बड़ा बदलाव करने जा रही है। अब IAS या IPS बनने के लिए कैडर आपकी रैंकिंग के आधार पर नहीं बल्कि आपके व्यवहारिक ज्ञान के आधार पर तय होगा। जी हां, जानकारी है कि सरकार विचार कर रही है कि परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को उनकी रैंकिग के आधार पर कैडर नहीं बल्कि उनके लीडरशिप स्किल्स और अन्य क्षमताओं के आधार पर होगा।
DOPT से मांगी रिपोर्ट-
डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल ट्रेनिंग (DOPT) के सूत्रों से जानकारी मिली है कि UPSC इग्जाम में इस तरह के बदलाव पर मोदी सरकार विचार कर रही है। पीएम मोदी ने इस बारे में DOPT से रिपोर्ट भी मांगी है। DOPT सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है। हालांकि अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक (Official) घोषणा नहीं हुई है।
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पुराने पैटर्न में होगा बदलाव-
सिविल सर्विसेज इग्जाम के बरसों पुराने पैटर्न में मोदी सरकार सरकार बड़ा बदलाव करने पर विचार रही है। एक मीडिया खबर के मुताबिक, मोदी सरकार के इस फैसले के बाद सिविल सर्विस में सफल लोगों को परीक्षा और कैडर देने के लिए उनकी किताबी ज्ञान के साथ उनका व्यवहारिक ज्ञान भी अब अहम भूमिका निभायेगा।
रैंक नहीं, इस आधार पर तय होगा कैडर-
इस नियम में से ये कयास लगाई जा रही है कि UPSC इग्जाम में टॉप करने वाले को IAS कैडर न मिलकर के ट्रेंनिंग में बेहतर परफॉर्म करने वाले को ये मौका मिल सकता है। अभी तक सिविल सर्विसेज परीक्षा में रैंक के आधार पर तय किया जाता था कि उम्मीदवार को कौन सी सेवा और कैडर में भेजा जाएगा।
लंबे समय से चल रहा है विवाद-
सिविल सर्विसेज परीक्षा में होने वाले बदलाव को लेकर काफी लंबे से विवाद चल रहा था। दरअसल, इसको लेकर एक प्रस्ताव आया था कि सिविल सर्विसेज में सफल उम्मीदवार को फाउंडेशन कोर्स पूरा करके उनके रैंक के आधार पर ही उम्मीदवार की राज्य और सर्विस तय होगा। हालांकि सरकार ने इस विवाद पर सफाई देते हुए कहा था कि अभी इस प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है।
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