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लाइफ मंत्र: समय पर मनी मैनेजमेंट से मिलती खुशियां

raghvendra
Published on: 29 Jun 2018 8:26 AM GMT
लाइफ मंत्र: समय पर मनी मैनेजमेंट से मिलती खुशियां
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आजकल के यंग जनरेशन को बात करें तो यह ट्रेंड देखा जा रहा है कि वे जितना कमाते हैं, उससे ज्यादा खर्च कर देते हैं। अपेक्षाकृत अमीर परिवारों में जन्मे इन युवाओं के मन में किसी तरह की असुरक्षा नहीं है, जिससे घबराकर पुरानी पीढ़ी के युवा आवश्यक रूप से बचत पर फोकस करते थे। हालांकि इन युवाओं की सैलेरी पुराने लोगों की तुलना में ज्यादा नहीं है। खुलकर खर्च करने की इस आदत के कारण कई युवा कर्ज के जाल में फंसते जा रहे हैं। इससे निकलने में उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वे कई बार इस कारण परेशानी में भी पडक़र कुछ गलत काम भी करने लगते हैं तो इसने बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

क्रेडिट कार्ड से दूर रहें

अगर आपको खुलकर खर्च करने की आदत है तो क्रेडिट कार्ड से दूर रहना चाहिए। कई युवा कम उम्र में ही क्रेडिट कार्ड के ऋण में फंस जाते हैं और इसका नुकसान उन्हें पूरे जीवन भर उठाना पड़ता है। अधिकतर युवा कमाते कम हैं और कार्ड से खर्च ज्यादा कर देते हैं। इससे उन पर कर्ज हो जाता है। दूसरी तरफ क्रेडिट काड्र्स आउटस्टैंडिंग अमाउंट पर प्रति माह 3 प्रतिशत या इससे ज्यादा या सालाना 36 से 42 प्रतिशत तक चार्ज वसूलते हैं। यह बैलेंस हर महीने बढ़ता जाता है। आज कई युवा अपनी सैलेरी का 35 से 40 फीसदी हिस्सा मनोरंजन, बाहर खाने, यात्रा आदि पर खर्च कर रहे हैं। युवतियां कपड़ों और कॉस्मेटिक्स पर काफी खर्च कर रही हैं। इसलिए इनसे बचने का एकमात्र तरीका है कि आप क्रेडिट कार्ड से दूर रहें और फालतू के पैसे न खर्च करें।

बचत प्लान जल्द शुरू करें

जब भी कोई खर्च करता है तो उसे मजा मिलता है। निवेश से उतनी संतुष्टि नहीं मिलती, जितनी खर्च करने से मिलती है। ज्यादातर युवा अपना धैर्य खो देते हैं और निवेश नहीं कर पाते हैं। अगर पांच साल भी देर कर देते हैं तो काफी अंतर आ जाता है। उदाहरण के तौर पर यदि आप 2 हजार रुपए प्रति माह 30 साल के लिए निवेश कर रहे हैं और 10 प्रतिशत का रिटर्न मिलता है तो आपके पास 45 लाख रुपए का फंड हो जाएगा। लेकिन पांच साल बाद शुरुआत करके 25 साल के लिए निवेश करने पर आपके पास 26 लाख रुपए का ही फंड होगा। इसलिए आपको कम उम्र में ही निवेश करना चाहिए।

कम बचत की आदत घातक

एक मनी मैनेजमेंट एप मनीव्यू है। इसके एक करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं। इसके द्वारा की गई एक रिसर्च से पता लगता है कि 22 से 28 आयु वर्ग के 20 फीसदी युवा अपनी मासिक आय में से 10 फीसदी या इससे अधिक बचा पाते हैं। लगभग 40 फीसदी युवा 1 से 10 फीसदी तक बचत कर पाते हैं। शेष युवा मुश्किल से अपनी जरूरतों को पूरा कर पाते हैं। बचत कम करने की आदत घातक हो सकती है। इसलिए इन आदतों को बदलने की जरूरत होती है।

पहले कर्ज चुकाएं

कुछ युवा पैसा मिलते ही फालतू के खर्च में जुट जाते है जबकि होना ये चाहिए कि पहले अपने कर्ज चुकाने चाहिए। इसके बाद ही वे बचत और निवेश शुरू कर सकते हैं। अगर आप अपने कर्जे पर 16 से 36 फीसदी का भुगतान कर रहे हैं तो 10 से 12 फीसदी के रिटर्न के लिए निवेश करना कोई फायदेमंद बात नहीं है। आपको ज्यादा ब्याज दर वाले लोन को तुरंत चुकाना चाहिए। मौजूदा निवेश और सेविंग्स को लोन्स चुकाने के लिए काम में लेना चाहिए। इससे आपको काफी फायदा होगा।

लोन लें तो किश्त समय से दें

आजकल ज्यादातर लोग लोन ले लेते हैं। वे समय पर लोन की किश्त चुकाने पर ध्यान नहीं देते हैं। व्हीकल लोन के मामले में यदि कुछ महीनों तक ईएमआई नहीं चुकाई जाती और बैंक के कॉन्टैक्ट में नहीं रहा जाता तो बैंक व्हीकल को सीज कर सकता है। कुछ युवा ऐसे भी हैं, जो धैर्य के साथ पैसा जमाकर सपने पूरा करते हैं। ये युवा धैर्य के साथ निवेश करते हैं और जीवन का पूरा आनंद ले पाते हैं। इसलिए आप जब भी कोई लोन लेते है तो उसकी किश्त का ध्यान रखें और समय से भरते रहें।

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राघवेंद्र प्रसाद मिश्र जो पत्रकारिता में डिप्लोमा करने के बाद एक छोटे से संस्थान से अपने कॅरियर की शुरुआत की और बाद में रायपुर से प्रकाशित दैनिक हरिभूमि व भाष्कर जैसे अखबारों में काम करने का मौका मिला। राघवेंद्र को रिपोर्टिंग व एडिटिंग का 10 साल का अनुभव है। इस दौरान इनकी कई स्टोरी व लेख छोटे बड़े अखबार व पोर्टलों में छपी, जिसकी काफी चर्चा भी हुई।

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