Lucknow University में NAAC मूल्यांकन शुरू: पहले दिन VC ने गिनाई उपलब्धियां, बोले- हर निर्णय में छात्र केंद्र बिंदु

Lucknow University: कुलपति ने विशेष रूप से नॉन फ़ीस और नॉन ग्रांट रिसिप्ट्स पर वित्तीय मजबूती के बारे में विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने प्रशासनिक, शैक्षणिक और इंफ्रास्ट्रक्चरल विकास के बारे में अपनी रणनीतिक दृष्टि साझा की।

Shashwat Mishra
Published on: 21 July 2022 3:28 PM GMT
Lucknow University VC Alok Kumar Rai
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Lucknow University VC Alok Kumar Rai (Image: Newstrack)

NAAC evaluation: राजधानी के लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) में गुरुवार को नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिटेशन काउंसिल (NAAC) की टीम विश्वविद्यालय निरीक्षण के लिए आ चुकी है। तीन दिवसीय निरीक्षण के इस दौरे के पहले दिन की शुरुआत 8 सदस्यीय टीम के सामने कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय की प्रस्तुति से हुई। प्रो. आलोक कुमार राय ने एनईपी 2020 के कार्यान्वयन के बारे में शैक्षणिक सुधारों पर विस्तार से बताया। उन्होंने प्रवेश से लेकर परीक्षा तक के विभिन्न संगठनात्मक कार्यों में किए गए आईसीटी कार्यान्वयन पर भी जोर दिया।

हर निर्णय में छात्र केंद्र बिंदु

कुलपति ने विशेष रूप से नॉन फ़ीस और नॉन ग्रांट रिसिप्ट्स पर वित्तीय मजबूती के बारे में विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने प्रशासनिक, शैक्षणिक और इंफ्रास्ट्रक्चरल विकास के बारे में अपनी रणनीतिक दृष्टि साझा की। कुलपति ने अपनी प्रस्तुति में छात्र केंद्रित पहल का भी प्रदर्शन किया और बताया कैसे विश्वविद्यालय के हर निर्णय लेने में यहां के छात्र महत्वपूर्ण केंद्रीय केंद्र बिंदु है। उन्होंने आगे विश्वविद्यालय की हरित पहल और सामाजिक पहल पर भी टीम को समझाया।

विदेशी छात्रों की बढ़ी रुचि

कुलपति ने विश्वविद्यालय के विभिन्न अध्यापकों के शोध संबंधी प्रकाशनों की बढ़ती प्रवृत्ति, अनुसंधान अनुदान, सामाजिक योगदान, और विश्वविद्यालय के ब्रांड के निरंतर बढ़ते और सुदृढ़ीकरण के प्रमाण प्रस्तुत किये। जो न केवल देश से बल्कि विदेशों में बढ़ती छात्र रुचि में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है। NAAC टीम ने एनईपी कार्यान्वयन, सरकार के साथ समन्वय में मुद्दों, विभिन्न हितधारकों से समर्थन और भविष्य के दृष्टिकोण के संबंध में कुछ प्रश्न उठाए, जिसका कुलपति ने उचित उत्तर दिया।

मूल्यांकन व्यवस्था में हुआ है बदलाव

गौरतलब है कि विश्विद्यालय की क्वॉलिटी को परखने के लिए नैक ग्रेड को अहम माना जाता है। साल 2014 में हुई ग्रेडिंग में एलयू को बी-ग्रेड दिया गया था। जिसके बाद, साल 2016 में नैक ग्रेडिंग की मूल्यांकन व्यवस्था में बदलाव आया है। अब एसएसआर 74 नंबर का और फील्ड विजिट 26 नंबर का हो गया है।

Rakesh Mishra

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