TRENDING TAGS :
NEET एग्जाम खत्म, बायो के क्वेश्चंस ने छुड़ाया कैंडिडेट्स का पसीना
लखनऊ: सभी मेडिकल कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस और बीडीएस कोर्सेज में एडमिशन के लिए रविवार को नेशनल एलिजिबिल्टी एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन सीबीएसई द्वारा किया गया। पूरे देश में 103 शहरों के 2200 सेंटर्स पर एग्जाम का आयोजन किया गया।
इसमें कुल 11 लाख 35 हजार 104 कैंडीडेट्स शामिल होंगे, जिसमें लखनऊ में 65 सेंटर्स बनाए गए। इस परीक्षा में कैंडीडेट्स को सिक्योरिटी चेक के चलते परीक्षा के समय से ढाई घंटे पहले सेंटर पर पहुंचना पड़ा।
यूपी में 7 जिलों में बने हैं सेंटर
-सीबीएसई कोआर्डिनेटर जावेद आलम ने बताया कि प्रदेश में 7 जिलों में इस परीक्षा के केंद्र बनाए गए।
-इनमें बरेली, गाजियाबाद, झांसी, नोएडा, वाराणसी, गोरखपुर और लखनऊ में केंद्र बनाए गए।
-लखनऊ में 65 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित करवाई गई। परीक्षा सुबह 10 बजे से शुरू हुई।
-लेकिन सुरक्षा जांच के लिए कैंडीडेट्स को करीब ढाई घंटे पहले यानी साढ़े 7 बजे से सेंटर पर एंट्री दी गई।
-सुबह 9 बजकर 55 मिनट पर कैंडीडेट्स को बुकलेट मिली, जिसे 10 बजे से 1 बजे तक हल करना था।
आगे की स्लाइड में जानिए किस तरह के आए थे सवाल
-कैथेड्रल स्कूल के केंद्र पर नीट परीक्षा देने आए बृजेश यादव ने बताया कि फिजिक्स और केमिस्ट्री के सवाल आसान थे। लेकिन बायो टफ आई थी।
-रजत कुमार ने बताया कि एनसीईआरटी के अलावा बाहर से भी क्वेश्चन आइ थे, जिसके चलते बायो टफ हो गई थी।
-सबा परवीन ने बताया कि पेपर में तीन सेक्शन फिजिक्स केमिस्ट्री और बायो के थे। कुल 180 प्रशन थे। हर प्रश्न 4 अंक का था।
-कुल 720 नंबर का पेपर था। एक गलत प्रश्न पर माइनस 1 की नेगेटिव मार्किंग भी थी।
-सारे प्रश्न कांसेप्चुएल थे। बायो की वजह से पेपर थोड़ा खराब हो गया है।
आगे की स्लाइड में जानिए कैसे बरती जा रही सतर्कता
सेंटर के अंदर पेन से लेकर जूता तक था बैन
-कोआर्डिनेटर जावेद आलम ने बताया कि सेंटर्स पर कैंडीडेट्स को जूता पहनकर प्रवेश नहीं दिया गया।
-इसके अलावा उनके पास मोबाइल, हैंड बैंड, ब्रेसलेट से लेकर पेन तक ले जाने की अनुमति नहीं दी गई।
-परीक्षा के लिए पेन उन्हें सेंटर के अंदर ही उपलब्ध करवाया गया।