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अब UP के गरीब बच्चों को 'सुपर-30' बनाएगा IITIAN, ऐसे करें अप्लाई
लखनऊ : अब यूपी के मेधावी आर्थिक रूप से गरीब बच्चों को भी आईआईटी-जेईई में जाने का सपना सपना पूरा होगा। मेधावी बच्चों के लिए सीएम अखिलेश यादव ने एक नई उम्मींद जगाई है। एंट्रेंस एग्जाम में भाग लेने के लिए ‘सुपर-30’ की वेबसाइट www.super30.org पर एप्लीकेशन फॉर्म देख सकते हैं।
10 सेंटरों पर होंगे एंट्रेंस एग्जाम
-यूपी में इन 10 सेंटरों पर ‘सुपर-30’ एंट्रेंस एग्जाम कराएगा। ये एग्जाम जून में होगा।
-ये परीक्षा लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, बरेली, झांसी, कानपुर, आगरा, मेरठ और मुरादाबाद में कराए जाएंगे।
फरवरी में रख था प्रस्ताव
-सुपर 30 के आनंद कुमार ने फरवरी में सीएम से संपर्क करके यह प्रस्ताव रखा था।
-अखिलेश यादव ने खुद ये निर्देश दिया है कि गरीब बच्चों को सुपर 30 के जरिये आईआईटी एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कराई जाए।
-इसके लिए विशेष सचिव सीएम मुथुकुमार स्वामी बी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
राजकीय स्कूलों से होगा चयन
-राजकीय स्कूलों के 10वीं और 12वीं कक्षा के स्टूडेंट्स का चयन किया जाएगा।
-इस कार्य योजना में प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा भी सहयोग करेंगे।
क्या है सुपर 30?
-सुपर 30 इंस्टिट्यूट की शुरुआत साल 2002 में बिहार की राजधानी पटना से हुई।
-आनंद कुमार ने आईआईटी में प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए इस इंस्टिट्यूट को बनाया।
-ये रामानुज स्कूल ऑफ मैथेमेटिक्स इंस्टीयूट भी चलाते हैं।
-मैथेमेटिक्स इंस्टिट्यूट से मिलने वाले पैसों से ही चलाया जाता है।
-हर साल गरीब परिवारों के 30 प्रतिभावान बच्चों का चयन करती है और फिर उन्हें फ्री में आईआईटी की तैयारी करवाती है।
-इन बच्चों के खाने और रहने का इंतजाम भी फ्री में करती है।
-इंस्टिट्यूट केवल 30 बच्चों का चयन करती है और इसी आधार पर इसे सुपर 30 नाम दिया गया था।