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Anandiben Patel: जब सीखेंगे तभी आगे बढ़ेंगे-श्रीमती आनंदीबेन पटेल
Anandiben Patel: उन्होंने कहा कि सफलता हेतु प्रतिबद्धता तथा एक दूसरे का सहयोग जरूरी है। उन्होंने छात्र केन्द्रित तथा गुणवत्ता युक्त कार्य करने हेतु निर्देश दिये
Anandiben Patel: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल से राजभवन में नैक मूल्यांकन में ‘ए प्लस प्लस ग्रेड‘ प्राप्त आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या के कुलपति डॉ0 बिजेन्द्र सिंह व विश्वविद्यालय की नैक टीम के सदस्यों ने मुलाकात की।
इस अवसर पर कुलाधिपति ने कहा कि यह सीखने का अवसर है जब सीखेंगे तभी आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि देश को आगे बढ़ाने में कृषि विश्वविद्यालय की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है, क्योंकि देश की आधी आबादी किसान है। राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान समय में धरती का स्वास्थ्य कुप्रभावित हो रहा है, जिसे सुधारने हेतु कृषि विश्वविद्यालय द्वारा प्रयास किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अगले 05 वर्षों की कार्ययोजना की रणनीति बनाकर कार्य करें। कुलाधिपति महोदया ने कहा कि आपसी समन्वय से कार्य करने पर अच्छे परिणाम और खुशी मिलती है। उन्होंने कहा कि सफलता हेतु प्रतिबद्धता तथा एक दूसरे का सहयोग जरूरी है। उन्होंने छात्र केन्द्रित तथा गुणवत्ता युक्त कार्य करने हेतु निर्देश दिये तथा आत्मनिर्भर भारत की स्थापना हेतु प्रत्येक व्यक्ति के आत्मनिर्भर होने की अपेक्षा व्यक्त की।
नैक उपलब्धि हेतु तैयारी के सन्दर्भ में आये चुनौतियों तथा कार्य अनुभव पर हुई चर्चा
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति एवं नैक तैयारी के लिए गठित कमेटी के सदस्यों ने नैक उपलब्धि हेतु तैयारी के सन्दर्भ में आये चुनौतियों तथा कार्य अनुभव को कुलाधिपति से साझा किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के नैक में उच्च रैंकिंग प्राप्त करने का श्रेय कुलाधिपति महोदया की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन को दिया। इस क्रम में विश्वविद्यालय की टीम द्वारा नैक हेतु तैयारी के दौरान परिवार पर प्रभाव तथा व्यक्तिगत अनुभव भी साझा किये गये। टीम द्वारा नैक की उपलब्धि को प्राप्त करने में परिवार का सहयोग, कुलपति का सक्रिय नेतृत्व, नियमित सघन मॉनिटरिंग, राजभवन में आयोजित बैठकें, कार्यशालाएं, छात्रों का सहयोग, शिक्षक एवं अध्यापक के बीच मधुर समन्वय आदि को उत्तरदायी बताया।
ज्ञातव्य है कि 31 मई को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) द्वारा मूल्यांकन पश्चात घोषित परिणाम में आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, अयोध्या को उत्कृष्ट 3.58 सी0जी0पी0ए0 के साथ ‘ए प्लस प्लस‘ ग्रेड प्राप्त हुआ है। इसके साथ ही यह विश्वविद्यालय नैक का सर्वोच्च ग्रेड ‘ए प्लस प्लस’ प्राप्त कर देश का पहला कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय बन गया है।इसके अलावा प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में यहाँ राजभवन में अंतरिक्ष विज्ञान शिक्षा संवर्द्धन कार्यक्रम ‘आविष्कार‘ के क्रियान्वयन हेतु बैठक राज्यपाल ने लखनऊ विश्वविद्यालय, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय तथा ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ की प्रतिभागिता में उत्तर प्रदेश के विद्यार्थियों में अंतरिक्ष जानकारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने तथा इस दिशा में भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों लाभ प्रदान करवाने के उद्देश्य से लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो0 राजीव मनोहर द्वारा तैयार प्रस्तुतिकरण का अवलोकन किया।
राज्यपाल ने सशक्त मॉडल तैयार करके शीघ्र कार्य प्रारम्भ करने का दिया सुझाव
राज्यपाल ने कहा कि कार्यक्रम के लिए एक सशक्त मॉडल तैयार करके शीघ्र कार्य प्रारम्भ कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि मॉडल इस प्रकार बनाएं, जो विद्यार्थियों के लिए प्रेरक हो और वे सहज अंतरिक्ष ज्ञान संवर्द्धन के लिए कार्यक्रम से जुड़ने के लिए अग्रसर हों। उन्होंने प्रारम्भिक स्तर पर कार्यक्रम में प्रतिभागिता के लिए विद्यार्थियों का चयन टेस्ट द्वारा करने का निर्देश दिया। टेस्ट के लिए उन्होंने 15 जुलाई, 2024 की तिथि निर्धारित करते हुए दो दिन के भीतर परिणाम घोषित करने का भी निर्देश दिया। विद्यार्थियों का चयन टेस्ट परिणाम की मेरिट के अनुसार करने का निर्देश देते हुए उन्होंने 22 जुलाई, 2024 के कार्यक्रम प्रारम्भ करने का निर्देश भी दिया। राज्यपाल जी ने विद्यार्थियों का अंतरिक्ष संवर्द्धन प्रारम्भ करने से पूर्व सभी मेंटोर शिक्षकों के लिए भी प्रशिक्षण कार्यक्रम कराने का निर्देश दिया। बैठक में हुई चर्चाओं में यह तय हुआ कि 2 और 3 जुलाई को इस कार्यक्रम हेतु लखनऊ विश्वविद्यालय में मेंटोर शिक्षकों का प्रशिक्षण होगा।
उ0प्र0 को स्पेस एजुकेशन का हब बनाने की तैयारी
लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो0 राजीव मनोहर ने बताया कि उ0प्र0 को स्पेस एजुकेशन का हब बनाने की राज्यपाल की मंशा के अनुरूप प्रदेश के विद्यार्थियों को भारत सरकार और इसरो द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न अंतरिक्ष कार्यक्रमों की जानकारी देने, उनमें प्रदेश के विद्यार्थियों की प्रतिभागिता कराने और उनके लाभ विद्यार्थियों को दिलाने के महत्वपूर्ण उद्देश्य से यह कार्यक्रम प्रारम्भ किया जा रहा है। प्रारंभिक स्तर पर इसमें लखनऊ विश्वविद्यालय तथा ए.के.टी.यू. से दस-दस शिक्षक और ख्वाजा मोइनुद्दीन भाषा विश्वविद्यालय से पांच शिक्षक मेंटोर बनाए जाएंगे। लखनऊ के दस माध्यमिक विद्यालयों से प्रति विद्यालय पांच शिक्षक मेंटोर बनाए जाएंगे। इस प्रकार विश्वविद्यालय स्तर पर 25 शिक्षक मेंटोर होंगे और माध्यमिक विद्यालय स्तर पर 50 शिक्षक मेंटोर होंगे। प्रत्येक शिक्षक 20 विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देगा।
प्रतिभागी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने भी प्रस्तुत किए सुझाव
बैठक में प्रतिभागी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने भी सुझाव प्रस्तुत किए। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार ने राज्यपाल को बच्चों को अंतरिक्ष ज्ञान सम्बर्द्धन हेतु विविध कार्यक्रमों तथा शिक्षकों को प्रदेश सरकार द्वारा प्रदत्त टैबलेट आदि से सज्जित होने की जानकारी दी और कहा कि इस कार्यक्रम के लिए से प्रत्येक जिले से चार-पाँच शिक्षकों को जोड़ा जाएगा।