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CBSE Board Exam 2021: सीबीएसई की परीक्षा रद्द, ऐसे पास होंगे सभी छात्र
पीएम मोदी ने आज यानी मंगलवार को सीबीएसई(CBSE Class 12 Exam) 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को लेकर अहम बैठक की।
CBSE Board Exam 2021: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी मंगलवार को सीबीएसई(CBSE Class 12 Exam) 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को लेकर अहम बैठक की। ऐसे में इस बीच बड़ी खबर आ रही है कि सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा रद्द हो गई है।
इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए केंद्रीय मंत्री अमित शाह, प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल, धर्मेन्द्र प्रधान, निर्मला सीतारमण उपस्थित थी। साथ ही केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी भी इस बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में पीएम मोदी को तमाम राज्यों से सुझाव मिले और परीक्षाओं के कई विकल्पों के बारे में बताया गया।
जानकारी देते हुए बता दें, कि सीबीएसई कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा 2021 के लिए करीब 14.5 लाख छात्र पंजीकृत हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री की कई कैबिनेट मंत्रियों के साथ सीबीएसई परीक्षा के संभावित विकल्पों पर चर्चा करने के लिए बैठक जारी हैं। जिसके चलते संभावना है बैठक के बाद जल्द ही अपडेट दिया जाएगा।
जल्द आएगा फैसला
बता दें, इससे पहले केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपना फैसला सुनाते हुए सोमवार को कहा कि वह दो दिन में 12वीं की परीक्षाओं पर अंतिम फैसला लेगी। सोमवार से पहले 23 मई को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई हाईलेवल मीटिंग के बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा था कि 12वीं बोर्ड परीक्षाओं पर एक जून को या इससे पहले अंतिम फैसला ले लिया जाएगा। पर ताजा खबर मिली है कि सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं रद्द हो गई हैं।
ऐसे में राज्य भी शिक्षा मंत्रालय को परीक्षाओं के आयोजन को लेकर अपने सुझाव भेज चुके हैं। तो अब सिर्फ सीबीएसई और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के फैसले का इंतजार है। बता दें, केंद्र सरकार ने सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा, राज्य बोर्ड परीक्षाओं एवं प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर 23 मई को राज्यों के साथ गहन मंत्रणा की थी।
इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में केंद्र ने बोर्ड परीक्षाओं को लेकर दो विकल्प राज्यों के समक्ष रखे। इस बारे में सूत्रों से सामने आई जानकारी के अनुसार, 75 प्रतिशत राज्य दूसरे विकल्प पर राजी हुए हैं, जिसमें बोर्ड परीक्षाएं दो बार करने का जिक्र है।
साथ ही सूत्रों का कहना कि 75 प्रतिशत राज्य दूसरे विकल्प पर राजी हैं। तो ऐसे में केंद्र द्वारा सुझाए जिस दूसरे विकल्प पर राज्य सहमत दिखे उनमें बोर्ड परीक्षाएं स्कूल में ही कराने, सिर्फ 19 प्रमुख विषयों की परीक्षा कराने, प्रश्न पत्र की अवधि डेढ़ घंटे का रखने, सभी प्रश्नों को वस्तुनिष्ठ स्वरुप में देने, दो बार परीक्षाएं कराने।
जिससे कोई छात्र कोरोना से संबंधित कारणों के चलते एक बार शामिल नहीं हो सके, तो दूसरी बार शामिल हो जाए। इस बारे में बात कही गई है। वहीं इसमें यह भी कहा गया है कि छात्र को एक भाषा और तीन इलेक्टिव पेपर देने होंगे। जबकि पांचवें एवं छठे पेपर में उसे पिछली परीक्षा के आधार पर अंक दिए जाएंगे।