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UP: प्राइवेट स्कूल भी उठाएंगे अनाथ बच्चों की जिम्मेदारी, डिप्टी CM के साथ बैठक में बनी सहमति

डिप्टी सीएम ने कहा कि जिन बच्चों के माता-पिता की कोरोना से मृत्यु हो गई हो गई है, उन बच्चों की जिम्मेदारी प्राइवेट स्कूल उठाएंगे।

Shreedhar Agnihotri
Written By Shreedhar AgnihotriPublished By Chitra Singh
Published on: 23 May 2021 10:32 PM IST
UP: प्राइवेट स्कूल भी उठाएंगे अनाथ बच्चों की जिम्मेदारी, डिप्टी CM के साथ बैठक में बनी सहमति
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अनाथ बच्चों की शिक्षा-डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)

लखनऊ: ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता की कोरोना (Corona) से दु:खद मृत्यु हो गई हो गई है, उन बच्चों की शिक्षा (Education) का भार निजी विद्यालयों द्वारा उठाया जाए। जल्दी ही वह ऐसा प्रस्ताव निजी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों से भी करने वाले हैं। अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन (Unaided Private School Association) के 23 जिलों के 1300 सदस्य वाले संगठन के साथ वर्चुअल बैठक में डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा (Dr. Dinesh Sharma) के इस प्रस्ताव का एसोसिएशन के अध्यक्ष तथा अन्य सदस्यों ने समर्थन करते हुए अपनी सहमति दी है।

डॉ. शर्मा ने कहा कि आज की यह पहल अनाथ हुए बच्चों के भविष्य को संवारने में मील का पत्थर साबित होगी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की पहल पर अनाथ बच्चों की फीस, पुस्तकों व स्कूल ड्रेस का खर्च वहन करने के निजी स्कूलों की सहमति देश के अन्य राज्यों को भी राह दिखाएगी। उन्होंने बताया कि सरकार ने कोरोना की विषम परिस्थितियों को देखते हुए अभी हाल में ही फीस वृद्धि पर भी रोक लगाई है। सरकार की मंशा लोगों की परेशानी को कम करने व उन्हें राहत देने की है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां पर ऑनलाइन कक्षाए आरंभ हो गई हैं। डॉ. शर्मा ने बताया कि केन्द्र सरकार के स्तर पर आज हुई बैठक में कोरोना संक्रमण कम होने पर सीबीएसई बोर्ड की कक्षा 12 की परीक्षा कराने पर विचार हुआ है। डॉ. शर्मा ने प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड की परीक्षा कराने के संबंध में कहा कि शीघ्र ही मुख्यमंत्री के साथ बैठक कर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने प्रबंधकों एवं जिला विद्यालय निरक्षकों से कहा कि बोर्ड परीक्षा के पहले बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए 18 वर्ष की आयु से अधिक के सभी बच्चों व शिक्षकों के टीकाकरण के लिए अभी से रजिस्ट्रेशन करवाकर अभियान चलाया जाए।

डॉ. दिनेश शर्मा (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

उन्होंने बैठक में प्रबंधकों से कक्षा 6, 7, 8, 9 व 11 के छात्रों के प्रमोशन के तरीकों को लेकर सुझाव देने को भी कहा है। डॉ. शर्मा ने कहा कि शुल्क निर्धारण अधिनियम का पालन करें। यह दौर संकट का है तथा सरकार संतुलित रूप से हर पक्ष को ध्यान में रखते हुए निर्णय कर रही है।

बैठक में जगदीश गांधी, पुष्पलता अग्रवाल, अनिल अग्रवाल अध्यक्ष अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन सुशील गुप्ता अध्यक्ष आगरा एसोसिएशन , दीपक मधोक अध्यक्ष पूर्वांचल एसोसिएशन वाराणसी , विशाल जैन अध्यक्ष सीआईएसए, राहुल केसरवानी, सचिव पश्चिम उत्तर प्रदेश, पीटर फेंथम सीनियर, आश्रिता दास, बृजेंद्र सिंह, जीवन खन्ना, रचित मानस राजीव तुली, सुनीता गांधी ,रीता खन्ना, ख्वाजा फैजी, युसूफ फरहान सिद्दीकी, रितेश द्विवेदी आदि शामिल हुए तथा प्रस्ताव का समर्थन किया।



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