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पं. दीन दयाल जन्म शताब्दी पर 4 हजार CMS टीचरों ने निकाली जन-जागरण प्रभात फेरी

सिटी मोन्टेसरी स्कूल के लगभग 4,000 शिक्षकों ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में विशाल ‘जन-जागरण’ प्रभात फेरी निकाल कर पंडित दीन दयाल उपाध्याय के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की मुहीम चलाई।

tiwarishalini
Published on: 6 Sept 2017 12:49 AM IST
पं. दीन दयाल जन्म शताब्दी पर 4 हजार CMS टीचरों ने निकाली जन-जागरण प्रभात फेरी
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लखनऊ: सिटी मोन्टेसरी स्कूल के लगभग 4,000 शिक्षकों ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में विशाल ‘जन-जागरण’ प्रभात फेरी निकाल कर पंडित दीन दयाल उपाध्याय के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की मुहीम चलाई। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने मुख्य अतिथि के रूप में झंडी दिखाकर प्रभात फेरी को रवाना किया।

शिक्षकों की ‘जन-जागरण’ यह प्रभात फेरी गोमती नगर विस्तार स्थित मकदुमपुर पुलिस चौकी से प्रारम्भ होकर सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) आॅडिटोरियम तक गई। इस अवसर पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल एवं प्रदेश मंत्री सुभाष यदुवंश विशिष्ट अतिथि थे।

प्रभात फेरी में सी.एम.एस. संस्थापक और प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. जगदीश गांधी, डॉ. भारती गांधी तथा सी.एम.एस. प्रेसिडेंट प्रो. गीता गांधी किंगडन एवं सी.एम.एस. के सभी 19 कैम्पस की प्रधानाचार्या थी। इस विशाल प्रभात फेरी में सी.एम.एस. शिक्षको ने भावी पीढ़ी के लिए चारित्रिक उत्कृष्टता का संदेश देने के साथ ही विश्व एकता एवं विश्व शान्ति की अलख जगाई एवं पं. दीन दयाल उपाध्याय के विचारों के अनुरूप समाज के नव-निर्माण का संदेश दिया।

मुख्य अतिथि केशव प्रसाद मौर्या ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय की शिक्षाओं के बारे में बताते हुए कहा कि वह एक महान पुरुष थे। जिन्होनें भारत को मानवतावाद की शिक्षा दी। सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. जगदीश गांधी ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय के बारे में बताया कि अल्प-आयु में ही उनके माता-पिता की मृत्यु हो गई और काफी संघर्षपूर्ण जीवन व्यतीत करते हुए उन्होनें समाज की सेवा की।

गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय 'सादा जीवन, उच्च विचार' में विश्वास करते थे। उन्होनें आध्यात्मिक मूल्यों को सामान्य जीवन और राजनीति में समावेश किया। उन्होंने गरीबी और संघर्ष के साथ विपरीत परिस्थितियों में जीवन मूल्यों को नहीं छोड़ा। अपने साथियों का ख्याल रखना तथा रहन-सहन में सादगी रखना उनकी पहचान थी। अपने लक्ष्य को हरदम ध्यान में रख कर उसे कभी आखों से ओझल नहीं होने देना उनके व्यक्तित्व की पहचान थी।

बीजेपी के प्रदेश मंत्री सुभाष यदुवंश ने बताया कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी के अवसर पर 22 कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसमें सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता सबसे बड़ा कार्यक्रम था। इस सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में 40,000 मानव संसाधन लगे एवं 10.5 लाख छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। इस सामान्य ज्ञान प्रतिगोगिता द्वारा कक्षा 9 एवं 10 के छात्रों को भारत के गौरववान्वित इतिहास तथा ऐतिहासिक महापुरुषों के जीवन के बारे में पता चला। यह दुनिया की सबसे बड़ी सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता थी।

4,000 शिक्षकों की जन-जागरण प्रभात फेरी सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) आॅडिटोरियम में पहुंचकर एक विशाल समारोह में परिवर्तित हो गई। जहां सी.एम.एस. शिक्षकों ने पं. दीन दयाल उपाध्याय के सपनों का भारत बनाने हेतु ‘सेवा, त्याग एवं चरित्र निर्माण’ की शपथ ली।

इस अवसर पर सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. जगदीश गांधी व डॉ. भारती गांधी ने विद्यालय के विद्वान शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त किया और विद्यालय के विद्वान व कर्तव्यनिष्ठ शिक्षकों को सम्मानित किया।



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