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रेलवे में बंपर भर्ती की तैयारी, लाखों लोगों को मिलेगा रोजगार

रेलवे एक लाख पदों पर भर्ती की तैयारी में है। रोजगार के मुद्दे पर मोदी सरकार के लिए रेलवे का यह फैसला बड़ी राहत लाने वाला है। शुरुआती तौर पर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है।

priyankajoshi
Published on: 14 July 2017 11:42 AM GMT
रेलवे में बंपर भर्ती की तैयारी, लाखों लोगों को मिलेगा रोजगार
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नई दिल्ली : रेलवे एक लाख पदों पर भर्ती की तैयारी में है। रोजगार के मुद्दे पर मोदी सरकार के लिए रेलवे का यह फैसला बड़ी राहत लाने वाला है। शुरुआती तौर पर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है।

माना जा रहा है कि इनमें से अधिकांश पद सुरक्षा से जुड़े होंगे। हालांकि, भर्ती प्रक्रिया में कुछ समय लग सकता है। हाल के सालों में इतनी बड़ी तादाद में कभी भी भर्तियां नहीं की गईं।

कैबिनेट से मंजूरी की जरूरत नहीं

सूत्रों का कहना है कि यह भी संभव है कि ये भर्तियां एक साथ करने के बजाय विभिन्न चरणों में की जाएं। रेलवे सूत्रों के मुताबिक, पहले से ही मंजूर पद खाली पड़े हैं। इस कारण उन पदों पर भर्ती करने के लिए कैबिनेट से मंजूरी की जरूरत नहीं होगी।

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ढाई लाख पद खाली

रेलवे की यूनियन के नेता शिवगोपाल मिश्रा के मुताबिक, इस वक्त रेलवे में सेफ्टी से जुड़े लगभग ढाई लाख पद खाली पड़े हैं। अगर सरकार इन पदों को भरती है तो यह रेलवे के लिए अच्छा संकेत हैं। मिश्रा के मुताबिक रेलवे यूनियन लंबे समय से यह मांग कर रही है कि अगर रेलवे को सेफ्टी पर फोकस करना है तो उसे सेफ्टी के खाली पड़े पदों को भरना चाहिए।

लाखों की तादाद में करेंगे आवेदन

बीजेपी सूत्रों का कहना है कि रेलवे का एक लाख पद भरने का फैसला मोदी सरकार के लिए बड़ी राहत ला सकता है। पार्टी का कहना है कि भले ही ये पद एक लाख हों, लेकिन इसके लिए लाखों की तादाद में युवक आवेदन करेंगे। जाहिर है कि इससे यह मेसेज जाएगा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में नौकरियां दी जा रही हैं।

बेरोजगारी को लेकर विपक्ष के हमले

विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर बेरोजगारी को लेकर हमले कर रहा है। खुद मोदी सरकार को भी महसूस हो रहा है कि रोजगार के मोर्चे पर उसके लिए विपक्ष को जवाब देना भारी पड़ रहा है। बीजेपी के कई नेता भी मानते हैं कि इंप्लॉयमेंट ही ऐसा मुद्दा है, जिसे लेकर सरकार को असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है। खासतौर पर नोटबंदी के बाद सरकार को यह आरोप झेलने पड़ रहे हैं कि रोजगार बढ़ने के बजाय नोटबंदी से रोजगार के अवसर कम हुए हैं।

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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