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Raksha Bandhan par nibandh in Hindi:रक्षा बंधन का पर्व भाई बहन के प्रेम का प्रतीक,श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
Raksha Bandhan par nibandh in Hindi : रक्षा बंधन का पर्व (Raksha Bandhan Festival) भाई बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है। यह त्यौहार हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस रक्षा बंधन के पर्व को सालों साल से भाई - बहन मनाते आ रहे हैं। यह पर्व हिन्दू जाति के साथ कई और समुदाय भी इसे बड़े ही उल्लास के साथ मनाते हैं।
रक्षा बंधन का पर्व भाई - बहन के प्यार और पवित्र रिश्ते का प्रतीक माना जाता है। रक्षा बंधन का त्यौहार हम हर साल मनाते हैं। लेकिन इस साल कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते पहले की तरह धूमधाम से मनाना संभव नहीं है। यह त्यौहार हिन्दू के साथ जैन धर्म के लोग भी बड़े उल्लास के साथ मनाते हैं। यह त्यौहार भाई - बहन को भावनात्मक तौर पर जोड़ता है।
रक्षा बंधन का पर्व (Raksha Bandhan Festival) भाई - बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इस पर्व को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित है जिसमें से एक कथा महाभारत (Mahabharata) में श्री कृष्ण और द्रोपदी के प्रेम स्नेह की है जिसे जीवन भर स्मरण किया जाता है। चाहें कितनी ही पीढ़ियां क्यों न गुजर जाएं।
रक्षा बंधन पर निबंध (Raksha Bandhan par nibandh) के माध्यम से बताते हैं कि जब द्रौपदी की चीर हरण कौरव कर रहे थे तब श्री कृष्ण ने अपनी राखी का कर्ज उतारा था। द्रौपदी की साड़ी जैसे - जैसे कौरव भरी सभा में खींचते जा रहे थे श्री कृष्ण अपने चक्र से बढ़ाते जा रहे थे। ऐसे ही कई और मान्यताएं हैं जो हमें इस पर्व की गरिमा और पवित्रता का महत्व समझाती हैं।
रक्षा बंधन एक ऐसा पर्व है जिसमें भाई और बहन अपने कर्तव्यों पालन करते हैं। अपनी जिम्मेदारियों को एक - दूसरे के प्रति सालों साल निभाते हैं। इस दिन बहन अपने भाई के जीवन की लम्बी उम्र की कामना करती है और उसे रक्षा सूत्र बांधती है और भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है और उसे हर असंभव प्रयास में भी निभाता है। इसी तरह से यह त्यौहार भाई बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है।
रक्षा बंधन के इस पर्व पर कई हफ्तों पहले से ही दुकाने सज जाती है। तरह - तरह रंग डिजाइन की राखी मिलना शुरू हो जाती है। दुकानों पर महिलाएं, लड़कियों की भीड़ लगने लगती है। कपड़ों की दुकानों पर लोगों की भीड़ जमा होने लगती है। लोग इस त्यौहार पर नए कपडे पहनते हैं।
रक्षा बंधन के त्यौहार के दिन लड़कियां और महिलाएं सुबह उठकर पूजा की थाली (Raksha Bandhan Preparations) सजाती हैं। थाली में राखी के साथ रोली, हल्दी, चावल, दीपक, फूल और मिठाई रखती हैं। उसके बाद अपने ईष्ट देवता को राखी बांधकर फिर भाइयों को बांधना शुरू करते हैं। भाई को टिका कर उसकी दाहिनी कलाई पर राखी बांध मिठाई खिलाकर इस त्यौहार को मनाते हैं। भाई अपनी बहन को राखी बांधने का उपहार देते हैं।
रक्षा बंधन के खास पर्व पर बहने भाई की कलाई पर रेशम के धागे का रक्षा सूत्र बांधकर इस रीत को कई सालों से शुरू इस परम्परा को निभाती आ रही हैं। पहले के समय यह पर्व रक्षा के वचन के तौर पर निभाया जाता था लेकिन जैसे जैसे समय बीतता गया वैसे वैसे यह सिर्फ एक त्यौहार के रूप में मनाया जाने लगा।
वर्तमान में जैसे जैसे टेक्नोलॉजी का दौर बढ़ता गया वैसे लोग अब इस रिश्ते को अलग अलग अंदाज से मनाने लगे। पहले राखी के नाम पर रेशम का धागा हुआ करता था लेकिन अब इस जमाने में अनेकों तरीके की राखी बाजार में मिलने लगी। अब तो राखी बांधने के नाम पर बहनों को हाईटेक गिफ्ट दिए जाते हैं पहले तो सिर्फ रक्षा करने का वचन भाई देते थे और इस रीत पर खरे भी उतरते थे।