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रिस्क मैनेजमेंट से कर सकते है करियर फिक्स, मिलेंगे जॉब के कई मौके
रिस्क मैनेजमेंट करियर के रुप में उभरकर सामने आ रहा है। इसमें रिस्क की पहचान और वैल्यू कैकुलेशन के लिए एक्सपर्ट की डिमांड बढ़ रही है। भारत में अगले 3 से 5 सालों में रिस्क मैनेजर्स की फील्ड में हजारों जॉब्स पैदा होंगी। रिस्क मैनजमेंट तमाम ऑप्शन में से एक है। दरअसल, हर बिजनेस में रिस्क होता है। उस रिस्क को सही ढंग से समझना और उनसे बचने के उपाय ढूंढना ही एक रिस्क मैनेजर का मकसद होता है। इसमें मौजूद करियर के तमाम विकल्पों के बारे में हम यहां बता रहे हैं।
नई दिल्ली : रिस्क मैनेजमेंट करियर के रुप में उभरकर सामने आ रहा है। इसमें रिस्क की पहचान और वैल्यू कैकुलेशन के लिए एक्सपर्ट की डिमांड बढ़ रही है।
भारत में अगले 3 से 5 सालों में रिस्क मैनेजर्स की फील्ड में हजारों जॉब्स पैदा होंगी।
क्या है इसका मकसद?
रिस्क मैनेजमेंट तमाम ऑप्शन में से एक है। दरअसल, हर बिजनेस में रिस्क होता है। उस रिस्क को सही ढंग से समझना और उनसे बचने के उपाय ढूंढना ही एक रिस्क मैनेजर का मकसद होता है। इसमें मौजूद करियर के तमाम विकल्पों के बारे में बताने जा रहे हैं।
अगले की स्लाइड्स में जानें किन सेक्टर्स मं चलाए जाते हैं कोर्स...
इन सेक्टर्स में चलाए जाते हैं कोर्स
-रिस्क मैनेजमेंट पढ़ाने की शुरुआत पश्चिमी देशों में दशकों पहले हो चुकी है।
-लेकिन भारत में इसे अभी कुछ साल ही हुए हैं।
-यह अलग कोर्स के रूप में चुनिंदा इंस्टिट्यूट्स में ही उपलब्ध है।
-ज्यादातर जगह इसे बिजनस मैनेजमेंट के हिस्से के रूप में पढ़ाया जाता है।
-अलग-अलग सेक्टर्स पर आधारित रिस्क मैनेजमेंट कोर्स भी चलाए जाते हैं, जैसे- कमर्शल, फाइनैंशल, एंटरप्राइजेज, रिस्क मैनेजमेंट आदि।
इन क्षेत्रों में कर सकते हैं काम
रिस्क मैनेजर्स के रुप में विभिन्न क्षेत्रों जैसे- स्मॉल, सरकारी क्षेत्र, बैंक, इंश्योरंस कंपनी, सरकारी क्षेत्र, फाइनैंशियल सर्विसेज, कॉर्पोरेट एजेंट्स, मीडियम और लॉर्ज स्केल इंडस्ट्रीज में काम कर सकते है। जनरल इंश्योरेंस में करियर का काफी स्कोप है और रिस्क मैनेजर्स टॉप पोजिशंस संभालते हैं।
आगे की स्लाइड्स में जानें किन मुद्दों पर बढ़ेगा उपयोग...
पूर्वानुमान लगाना है जरूरी
-किसी भी कंपनी के मैनेजमेंट के लिए जरूरी है कि तमाम स्थितियों के फायदे और नुकसान का अनुमान लगाकर ही नया प्रॉजेक्ट शुरू करे।
-बाढ़ और भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए सामाजिक क्षेत्र में भी रिस्क मैनेजमेंट करियर के रुप में उपयोगी है।
-रिस्क मैनेजमेंट का सबसे कारगर हथियार है, इंश्योरेंस।
-राष्ट्रीय सुरक्षा नीति और बेसिक डिजैस्टरमैनेजमेंट प्लान इसी के अंतर्गत आते हैं।
-हालांकि इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद लेना ही रिस्क मैनेजमेंट नहीं है। अच्छा रिस्क मैनेजमेंट वह है, जो पूर्वानुमान लगाकर नुकसान को होने से रोक सके।
इन मुद्दों पर बढ़ेगा उपयोग
विश्व बाजार के साथ लेन-देन, उदारीकरण, तमाम तरह के नियंत्रण, दुनियाभर में फैलते बाजार, बेहतर परफॉर्मेंस की प्रतियोगिता, सेफ्टी कोड्स की सख्ती, रेग्युलेटरी अथॉरिटीज के कड़े नियम, शेयर होल्डर्सका बढ़ता दबाव, नई तकनीकें, नए प्रोडक्ट्स और सर्विसेज जैसे कई मुद्दों के कारण सभी तरह के बिजनस में रिस्क मैनेजमेंट का उपयोग बढ़ेगा।
आगे की स्लाइड्स में जानें क्या होनी चाहिए योग्यता...
सही योग्यता जरूरी
-रिस्क मैनेजमेंट में करियर बनाने के लिए आपके अंदर विश्लेषण योग्यता होनी चाहिए।
-जरूरी है कि आप रिस्क का सही अनुमान लगा सकें।
-एक अच्छा कम्यूनिकेटर भी होना जरूरी है, तभी आप अपने कर्मचारी को खतरों के बारे में प्रभावशाली तरीके से समझा सकेंगे।
-इस क्षेत्र में काम करने वालों को कभी धीरज नहीं खोना चाहिए।
जिम्मेदारी है बड़ी
-रिस्क मैनेजमेंट की शुरुआत रिस्क की पहचान से होती है। यह आपके काम का हिस्सा होगा।
-इससे निपटने के लिए नीतियां और तकनीकें तैयार की जाती हैं।
-आपको स्टॉफ और मैनेजमेंट को खतरों के बारे में बताना होगा।
-यूनिट में रिस्क प्रिवेंटिव कल्चर विकसित करना होगा।
-आपकी जिम्मेदारी बड़ी है, जो बिजनस को रिस्क से बचाकर रखने की होगी।