TRENDING TAGS :
AISSEE Sainik School Admission 2025: सैनिक स्कूल में ऐसे लें एडमिशन, देनी होगी प्रवेश परीक्षा
Sainik school admission 2025: सैनिक स्कूल मे कक्षा 6 से लेकर कक्षा 9 तक छात्र छात्राओ के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है अभिभावक योग्यता अनुसार एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते हैं
AISSEE Sainik School Admission 2025: सैनिक स्कूलों में छठवीं और नौंवी कक्षा के लिए एडमिशन शुरू हो चुके हैं. जो भी अभिभावक इस विद्यालय से बच्चे को प्रवेश दिलवाना चाहते हैं वे अधिकृत वेबसाइट https://aissee2025.ntaonline.in/ से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।13 जनवरी, 2025 दाखिले की प्रक्रिया संचालित रहेगी।
देनी होगी प्रवेश परीक्षा
सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा ऑफलाइन मोड यानि पेन-पेपर बेस्ड पद्धति पर संचालित की जाएगी। परीक्षा की तारीखें अभी जारी नहीं की गई है। जो भी परीक्षा होगी उसमें बहुविकल्पीय प्रश्न शामिल होंगे । सैनिक स्कूल की ये परीक्षा देश के 190 शहरों में आयोजित होगी.
ये है उम्र सीमा
छठवीं कक्षा की योग्यता
जो भी बच्चे 6 से 8 क्लास मे सैनिक स्कूल में प्रवेश लेना चाहते हैं उनकी आयु 31.03.2025 को 10 से 12 वर्ष के मध्य निर्धारित की गयी है। नए सैनिक स्कूलों में प्रवेश के लिए योग्यता मानक विस्तृत रूप से दी गई है, जिसे अभ्यर्थी जांच सकते हैं|.
नौवीं कक्षा की उम्र
नौवीं कक्षा में जो अभ्यर्थी दाखिला चाहते हैं उनकी आयु 31.03.2025 को 13 से 15 वर्ष के बीच तय की गयी है, सैनिक स्कूल में दाखिले के लिए प्रत्येक बच्चे के लिए एक योग्यता निर्धारित की गयी है. जो कैंडिडेट इस विद्यालय मे प्रवेश चाहते हैं उनको मान्यता प्राप्त स्कूल से आठवीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण होनी चाहिए। प्रवेश से संबंधित अन्य जानकारी अभिभावक सैनिक स्कूल की वेबसाइट से चेक कर सकते हैं।
ये है प्रवेश की प्रक्रिया
AISSEE 2025 Registration: सैनिक स्कूल में प्रवेश चाहते हैं तो पेरेंट्स को सर्वप्रथम अधिकृत वेबसाइट पर विजिट करना होगा। उसके बाद एडमिशन संबंधित लिंक पर क्लिक करना होगा। अब अभ्यर्थी पंजीकरण संख्या, पासवर्ड समेत अन्य जरुरी डिटेल दर्ज करें । कैंडिडेट्स निर्धारित दस्तावेज और फोटो अपलोड करें । उसके बाद आवश्यक शुल्क जमा करना अनिवार्य है ।
कैसे होते है सैनिक स्कूल
इंग्लिश मीडियम के आवासीय स्कूल सैनिक स्कूल पूरी तरह से आवासीय तो होते ही हैं इसके साथ ही इन विद्यालयों का माध्यम भी इंग्लिश मीडियम हैं। इन स्कूलों में सीबीएसई, नई दिल्ली से संबद्ध पाठ्यक्रम द्व्रारा पढ़ाया जाता है। प्रत्येक स्कूल में फैकल्टी की कोई कमी नहीं होती है। यहां सभी तरह का प्रशिक्षण देने के लिए व्यापक बुनियादी ढांचा और जमीन है, ताकि कैडेट्स को अनुकूल वातावरण में ढाला जा सके