×

Ugc net new rules: असिस्टेंट प्रोफेसर पद हेतु भर्ती प्रक्रिया में बदलाव, जानें क्या है निर्देश

Ugc Net Exam 2025: UGC Net परीक्षा के लिए वाइस चांसलर की नियुक्ति और असगे जा भविष्य संवारने के लिए मास्टर डिग्री कुछ स्ट्रीम हेतु जरूरी नहीं है

Garima Shukla
Published on: 26 Jan 2025 9:02 AM IST
Ugc net new rules: असिस्टेंट प्रोफेसर पद हेतु भर्ती प्रक्रिया में बदलाव, जानें क्या है निर्देश
X

UGC new rules: यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए नए निर्देश जारी हो चुके हैं। नये नियम के अंतर्गत अब UGC NET परीक्षा उत्तीर्म करना मास्टर्स डिग्री होल्डर के लिए शिक्षण क्षेत्र में करियर बनाने के लिए अनिवार्य नहीं है।UGC के अनुसार नये नियमानुसार विश्वविद्यालय और कॉलेजों में बेहतर गुणवत्ता युक्त शिक्षकों की भर्ती होगी।

नए नियमों के अनुसार, ME या MTech जो भी अभ्यर्थी धारक असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी के लिए आवेदन करेंगे उन्हें UGC NET परीक्षा उत्तीर्ण करना जरूरत नहीं है, बल्कि जिसके पास कम से कम 55% अंकों के साथ ME या MTech की डिग्री होनी चाहिए।

नई मूल्यांकन प्रणाली की जाएगी लागू

UGC ने पुरानी अकादमिक परफॉर्मेंस Indicator (API) प्रणाली को खत्म कर दिया है। अब नई व्यापक मूल्यांकन प्रणाली लागू होंगी । इस नई प्रणाली में उम्मीदवार के समग्र योगदान को देखा जाएगा। इसमें शामिल हैं:

शिक्षण में नवाचार , टेक्नोलॉजी, शोध कार्यशाला,शोध कार्य,किताबें लिखना,डिजिटल लर्निंग रिसोर्स बनाना,समाज और समुदाय के लिए योगदान,भारतीय भाषाओं और ज्ञान प्रणालियों को बढ़ावा देना,इंटर्नशिप और प्रोजेक्ट्स का निरीक्षण

वाइस चांसलर की चयन प्रक्रिया में बदलाव

UGC द्वारा फिलहाल वाइस चांसलर कर पद पर नियुक्ति में भी परिवर्तन सुनिश्चित किया गया है I अब उद्योग जगत, सरकारी क्षेत्र और शोध संस्थानों के अनुभवी लोग भी वाइस चांसलर बन सकते हैं। अभ्यर्थी के पास कम से कम 10 साल का कार्य अनुभव होना जरूरी माना गया है ।

आवेदन प्रक्रिया में सरलता

UGC ने आवेदन प्रक्रिया को भी सरल बनाया है। अब सभी आवेदन ऑनलाइन माध्यम से किए जाएंगे। इससे उम्मीदवारों को आवेदन करने में आसानी होगी। कुछ प्रमुख बिंदु हैं

:नए नियमों से क्या होगा सकारात्मक प्रभाव

In नियमों से संभावित प्रभाव हो सकते हैं, इससे कुछ सकारात्मक परिवर्तन और प्रभाव :अधिक योग्य उम्मीदवारों का चयन

शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार, अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा, भारतीय भाषाओं का विकास एवं उद्योग और शिक्षा क्षेत्र में भी अच्छे एवं बेहतर बदलाब हिन्ज.



Garima Shukla

Garima Shukla

Content Writer

Next Story