×

UP Board Exam 2019: 7 फरवरी से, ये है टाइम टेबल और कई अहम् जानकारी

Shivakant Shukla
Published on: 17 Sept 2018 1:26 PM IST
UP Board Exam 2019: 7 फरवरी से, ये है टाइम टेबल और कई अहम् जानकारी
X

इलाहाबाद: कुम्भ 2019 का महापर्व पड़ने के वजह से यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा 14 और इंटरमीडिएट की 16 कार्यदिवसों में संपन्न कराई जायेगी। कुम्भ के आयोजन से टाइम टेबल बनाने में प्रमुख स्नानपर्वों को भी ध्यान रखा गया है।

बता दें कि हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की बोर्ड 2019 की परीक्षाएं 7 फरवरी से शुरू होंगी। इसके बाद ही 10 को बसन्त पंचमी और 19 फरवरी को माघी पूर्णिमा का स्नान है।

आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिक्षा मंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने बताया कि एक महीने में परीक्षा कराने का ऐलान किया था। पहले 2-2 महीने तक परीक्षायें चलती थी। पाठ्यक्रम में दूसरे बोर्ड से तमाम तरह की विषमताएं थी। ग्रेजुएशन में प्रवेश के समय अंक बहुत कम होता था क्योंकि सियलेबस में विषमता थी। आधार से विद्यार्थी को लिंक कर रहे हैं।

सवा तीन घंटे का होगा पेपर

सुबह की पाली 8 बजे से सवा ग्यारह बजे तक

शाम की पाली 2 बजे से 5:15 तक

हाईस्कूल की परीक्षा 28 फरवरी तक

इंटर मीडिएट की परीक्षायें 2 मार्च तक होगी

इस बार इंटर के 106 विषयों में से 39 मुख्य विषयों की परीक्षा में एक पेपर ही होंगे। बोर्ड ने सीबीएसई के पैटर्न के आधार पर दो में से एक पेपर कर दिया है। पहले या दूसरे सप्ताह में मूल्यांकन शुरू होकर 25 मार्च के आसपास तक चलेगा। इस साल परिणाम भी अप्रैल के पहले या दूसरे सप्ताह में घोषित होने की उम्मीद जताई जा रही है।

य​ह भी पढ़ें— यूपी बोर्ड परीक्षा 2109 के तारीख का ऐलान, छात्राओं के लिए स्वकेंद्र होगी परीक्षा

2019 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए 5787998 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। हाईस्कूल में 3203041 और इंटरमीडिएट में 2584957 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराये हैं।

परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी में वॉयस रिकार्डिंग की व्यवस्था

डॉ. दिनेश शर्मा ने संवेदनशील परीक्षा केंद्रों का चिह्नांकन की कार्रवाई सावधानीपूर्वक करने के निर्देश देते हुए कहा था कि केंद्र निर्धारण में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने पर डीआईओएस को दोषी माना जाए। परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी में वॉयस रिकार्डिंग की व्यवस्था भी करवाई जाएगी और इस वर्ष परीक्षार्थियों का नामांकन आधार से लिंक कराया गया है ताकि फर्जी परीक्षार्थियों के बैठने पर अंकुश लगाया जा सके।



Shivakant Shukla

Shivakant Shukla

Next Story