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UP BOARD EXAM: कल जारी होगा शेडयूल, परीक्षा केंद्रो को भी अब मिलेंगे नंबर
इस बार डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा के आदेशों पर यूपी बोर्ड, बोर्ड परीक्षा कार्यक्रम को जल्द घोषित करने जा रहा है। यह पहली बार है कि बोर्ड परीक्षा में स्टूडेंट के साथ-साथ हर परीक्षा केंद्र को भी अंक दिए जाएंगे। इसी आधार पर अब परीक्षा केंद्रों का चयन होगा।
लखनऊ: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट 2017-18 शैक्षिक सत्र की परीक्षाएं फरवरी माह में होने जा रही हैं। इसका विस्तृत कार्यक्रम शुक्रवार (27 अक्टूबर) को सचिव नीना श्रीवास्तव बोर्ड मुख्यालय से जारी करेंगी।
इस बार डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा के आदेशों पर यूपी बोर्ड, बोर्ड परीक्षा कार्यक्रम को जल्द घोषित करेगा। यह पहली बार है कि बोर्ड परीक्षा में स्टूडेंट के साथ-साथ हर परीक्षा केंद्र को भी अंक दिए जाएंगे। इसी आधार पर अब परीक्षा केंद्रों का चयन होगा।
दिसंबर में होगा प्रैक्टिकल एग्जाम, फरवरी में पेपर
यूपी बोर्ड मुख्यालय के सूत्रों के मुताबिक दिसंबर 2017 में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के बच्चों के प्रैक्टिकल एग्जाम शुरू हो जाएंगे। इसके बाद फरवरी के पहले सप्ताह से पेपर शुरू हो जाएंगे। सचिव नीना श्रीवासतव की माने तो जल्द परीक्षा शेडयूल जारी करने के पीछे बच्चों को इस एग्जाम के लिए काफी पहले प्रिपेयर कर देना है। इससे बच्चों को बोर्ड एग्जाम के लिए तैयारियों का काफी समय मिल जाएगा। वह स्ट्रेटजी बनाकर अपनी तैयारी को गति दे सकते हैं।
कम होंगे परीक्षा केंद्र, ऐसे होगा आवंटन
यूपी बोर्ड मुख्यालय के सूत्रों के मुताबिक पिछले साल बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में 11,413 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। लेकिन इस बार इस संख्या को कम किया जाएगा। इसके अलावा हर परीक्षा केंद्र को वहां मौजूद संसाधनों और बोर्ड के मानकों के मुताबिक अंक दिए जाएंगे। इसी आधार पर परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। बोर्ड कंप्यूटर के जरिए परीक्षा केंद्रों को आवंटन करेगा ताकि परीक्षा की शुचिता बरकरार रहे। हर जिला विद्यालय निरीक्षक से बोर्ड बनने के लिए आवेदन करने वाले विद्यालयों की एक रिपोर्ट मंगाई गई थी, जिसे वेबसाइट पर अपलोड किया गया है। इसी आधार पर विद्यालय को बोर्ड अंक देगा।
25 हजार स्कूलों ने किया आवेदन
बोर्ड मुख्यालय पर यूपी के 25 हजार स्कूलों ने परीक्षा केंद्र बनाने के लिए आवेदन किया है। लेकिन इस बार प्रत्येक जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक को विद्यालय का भौतिक सत्यापन करके वहां के संसाधनों की रिपोर्ट देंगे। इसी रिपोर्ट पर विद्यालयों के अंक कंप्यूटर पर अपलोड किए जाएंगे। इसमें बेहतर फर्नीचर , सेनिटेशन आदि व्यवस्थाओं के साथ-साथ सीसीटीवी के लिए भी 20 अंक निर्धारित किए गए हैं। इसके अलावा जो विद्यालय 90 प्रतिशत से अधिक रिजल्ट देते हैं, उन्हें भी अतिरिक्त अंक दिए जाएंगे। इन स्कूलों के सेंटर बनने की ज्यादा उम्मीद है। अंकों के अपडेशन के बाद परीक्षा केंद्रों का आवंटन होगा।