TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Up Board: अब 10वीं में पढ़ने होंगे 10 विषय, ग्रेडिंग सिस्टम भी होगा लागू, जानिए क्या-क्या होंगे बदलाव

Up Board: यूपी बोर्ड में हाईस्कूल में पढ़ाई का तरीका जल्द ही बदलने वाला है। बोर्ड 10वीं में 10 विषय पढ़ाने की तैयारी कर रहा है। इसके अलावा भी कई बदलावों का खाका तैयार किया गया है।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 19 Jun 2024 4:08 PM GMT
Up Board- Social- Media- Photo
X

Up Board- Social- Media- Photo 

Up Board: यूपी बोर्ड में जल्द ही कई बदलाव होने वाले हैं। जहां छात्र हाईस्कूल में अब तक 6 विषयों की पढ़ाई करते थे, लेकिन अब उन्हें 10 विषय पढ़ने होंगे। यूपी बोर्ड इसकी तैयारी कर रहा है। इसी के साथ, ग्रेडिंग सिस्टम लागू करने की भी तैयारियां चल रही हैं। इस बदलाव के बाद छात्रों की मार्कशीट 1,000 अंकों की हो जाएगी और प्रत्येक प्रश्न-पत्र 100 अंकों का होगा। बोर्ड ने 10 विषयों वाले पाठ्यक्रम का खाका तैयार कर लिया है। यह बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।यूपी बोर्ड ने इस संबंध में सुझाव भी मांगे हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने ई मेल upmspncf2023@gmail.com पर 29 जून तक सुझाव मांगा है।

ये विषय होंगे अनिवार्य


नई शिक्षा नीति 2020 के क्रम में भारत सरकार द्वारा जारी नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ)- 2023 के अंतर्गत हाईस्कूल (कक्षा नौ और 10) की पाठ्यक्रम में संशोधन किया गया है। हाईस्कूल में अभी छह विषय अनिवार्य रूप से पढ़ाए जा रहे हैं। उसकी जगह अब 10 विषय कर दिए जाएंगे। सभी को स्टूडेंट्स को तीन भाषाएं पढ़नी होंगी। इसमें हिंदी तो सबको पढ़नी होगी। इसके अलावा संस्कृत, अंग्रेजी या देश की 17 भाषाओं में किसी एक को ले सकते हैं। चौथा विषय गणित सभी के लिए अनिवार्य होगा।

ऐसे ही विज्ञान, सामाजिक विज्ञान भी अनिवार्य होगा। अंतर विषयक में गृह विज्ञान, मानव विज्ञान, वाणिज्य, एनसीसी, कंप्यूटर, कृषि, पर्यावरण में से किसी एक विषय को ले सकते हैं। आठवां विषय कला शिक्षा क्षेत्र में से चित्रकला, रंजन कला, संगीत गायन, वादन में से कोई एक विषय लेना होगा। शारीरिक शिक्षा के अंतर्गत नैतिक, योग, खेल आदि में से भी एक विषय लेना होगा। 10वें विषय के रूप में व्यावसायिक शिक्षा पढ़नी होगी, जिसमें 26 विषय हैं।


9वीं और 10वीं में अलग-अलग विषय पढ़ने होंगे-

यूपी बोर्ड में नौवीं और 10वीं में अब अलग-अलग विषय पढ़ने होंगे। इसके लागू होने के साथ ही विज्ञान वर्ग, कला वर्ग, कामर्स और व्यवसायिक वर्ग का प्रारूप खत्म हो जाएगा। हर बच्चे को दो वर्ष में व्यवसायिक के दो विषय पढ़ने होंगे। इससे वह बाद में स्वरोजगार भी शुरू कर सकते हैं।


ग्रेडिंग सिस्टम भी होगा लागू

सचिव ने बताया कि पाठ्यचर्या में बदलाव के साथ ही ग्रेडिंग सिस्टम भी लागू कर दिया जाएगा। अंक पत्र में अंकों के सामने ग्रेड भी लिखा रहेगा। उन्होंने बताया-

-91 से अधिक अंक पाने वाले ए-1 ग्रेड में उत्तीर्ण होंगे।

-81 से 90 अंक तक ए-2

-71 से 80 अंक तक बी-1

-61 से 70 अंक तक बी-2

-51 से 60 अंक तक सी-1

-41 से 50 अंक तक सी-2

-33 से 40 अंक तक डी ग्रेड के माने जाएंगे

-32 अंक से कम वाले को ई ग्रेड मिलेगा

-आंतरिक मूल्यांकन के होंगे 20 अंक

बता दें कि अब तक हाईस्कूल का अंकपत्र 600 अंकों का होता था, जोकि अब 1000 अंकों का होगा। इसमें प्रत्येक विषय 100 अंक का होगा। उसमें से 80 अंक की परीक्षा होगी और 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन से मिलेगा।

Shalini Rai

Shalini Rai

Next Story