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UP बोर्ड EXAMS 2017: गलत पेपर मिलने से छात्राएं परेशान, लगाई मदद की गुहार
यूपी बोर्ड परीक्षाओं में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। इस घोर लापरवाही से शिक्षा विभाग को एक बार फिर विवादों के घेरे में खड़ा कर दिया है। मानविकी वर्ग की इंटरमीडिएट छात्राओं को वर्ग के प्रश्न पत्र हल करने को दिए गए। जब छात्राओं ने विज्ञान वर्ग के बदले मानविकी वर्ग का प्रश्न पत्र मांगा तो मौजूदा केंद्र व्यवस्थापक ने विभाग द्वारा मानविकी वर्ग के प्रश्न पत्र न मिलने की बात कही। फिर छात्राओं को डरा धमकाकर विज्ञान वर्ग के प्रश्न पत्र को ही हल करने का दबाब बनाया।
आगरा : यूपी बोर्ड परीक्षाओं में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। इस घोर लापरवाही से शिक्षा विभाग को एक बार फिर विवादों के घेरे में खड़ा कर दिया है। मानविकी वर्ग की इंटरमीडिएट छात्राओं को वर्ग के प्रश्न पत्र हल करने को दिए गए। जब छात्राओं ने विज्ञान वर्ग के बदले मानविकी वर्ग का प्रश्न पत्र मांगा तो मौजूदा केंद्र व्यवस्थापक ने विभाग द्वारा मानविकी वर्ग के प्रश्न पत्र न मिलने की बात कही। फिर छात्राओं को डरा धमकाकर विज्ञान वर्ग के प्रश्न पत्र को ही हल करने का दबाब बनाया।
आगे की स्लाइड्स में देखें पूरा मामला...
क्या है पूरा मामला?
-दरअसल, मामला जारुआ कटरा स्थित स्वामी विवेकानंद इंटर कॉलेज का है।
-जहां नौहमील अकोला के अशर्फी देवी छिद्दू सिंह इंटर कॉलेज का सेंटर पड़ा है।
-मानविकी वर्ग की करीब 34-35 छात्राएं केंद्र पर प्रथम प्रश्न पत्र देने पहुंची तो उन्हें विज्ञान वर्ग का प्रश्न पत्र दे दिया गया।
-जब छात्राओं ने इसकी शिकायत मौजूद कक्ष निरीक्षक और केंद्र व्यवस्थापक से की तो केंद्रव्यवस्थापक ने छात्राओं को डाट फटकार कर विज्ञान वर्ग का प्रश्न पत्र ही हल करने के लिए मजबूर किया।
-मजबूर छात्राएं विज्ञान वर्ग के प्रश्न पत्र और केंद्र व्यवस्थापक के तानाशाही रवैये को देखकर अपने आप को ठगा सा महशूस करने लगी।
-जब यह वाकया दोबारा दूसरे प्रश्न पत्र में देखने को मिला तो छात्राओं ने इसका विरोध किया।
-केंद्र व्यवस्थापक ने आनन फानन मानविकी वर्ग के कुछ प्रश्न पत्रों का जुगाड़ कर सामूहिक रूप से हल करा दिया।
-इस घोर लापरवाही को देखते हुए छात्राओं ने इस मसले की शिकायत जिला विद्यालय निरीक्षक से कर न्याय की गुहार लगाई।
आगे की स्लाइड्स में जानें आखिर कौन है जिम्मेदार...
इसका जिम्मेदार कौन?
आखिर इस लापरवाही का जिम्मेदार कौन है...? क्या विभाग ने मानविकी वर्ग के प्रश्न पत्र केंद्रों को वितरित नहीं किया गया है या फिर विभागीय बाबुओं द्वारा परीक्षा केंद्र पर छात्र संख्या फीडिंग के दौरान गड़बड़ी हुई है। अगर ऐसा हुआ है तो विभाग की ओर से संबंधित पटल पर क्या कार्यवाही की जाएगी। अब देखना यह होगा कि विभागीय और परीक्षा केंद्र की गलती के बीच पिस रही इन छात्राओं को न्याय मिल पाएगा या फिर विभागीय गलतियों का हर्जाना छात्राओं को फेल होकर चुकाना पड़ेगा।