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33 साल बाद फिर से 'रामायण' के प्रसारण से लोगों में खुशी, शो देखने सपरिवार बैठे लोग
कोरोना से जंग की वजह से लॉक डाउन है, जिसकी वजह से लोग घरों में कैद होकर ऊब रहे थे, लेकिन शनिवार का दिन खुशियां लेकर आया। 33 साल के लंबे अंतराल के बाद फिर से लोकप्रिय टीवी सीरियल रामायण के प्रसारण शुरू होने से लोग खुश हो गए।
कन्नौज: कोरोना से जंग की वजह से लॉक डाउन है, जिसकी वजह से लोग घरों में कैद होकर ऊब रहे थे, लेकिन शनिवार का दिन खुशियां लेकर आया। 33 साल के लंबे अंतराल के बाद फिर से लोकप्रिय टीवी सीरियल रामायण के प्रसारण शुरू होने से लोग खुश हो गए। लॉकडाउन के तहत घरों में कैद होकर ऊब रहे लोगों के चेहरे पर मुस्कान तैर गई। शनिवार से शुरू हुए सीरियल का पहला एपिसोड लोगों ने पूरे परिवार के साथ देखा।
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अब से 33 साल पहले 80 और 90 के दशक में दूरदर्शन पर रामायण सीरियल काफी लोकप्रिय हुआ था। तब के दौर में लोग पूरे परिवार के साथ सीरियल को देखते थे। इस दौरान लोग इस तरह टीवी के सामने बैठते थे मानो मंदिर में ही पूजा कर रहे हों। उसका जबरदस्त क्रेज था। काफी समय से लोगों की मांग भी थी कि फिर से इसका प्रसारण शुरू किया जाए। ऐसे में जब लोग लॉकडाउन के मद्देनजर घर में रहकर ऊब रहे हैं तो रामायण सीरियल का फिर से प्रसारण शुरू होने से उनके चेहरे पर खुशियां तैर गईं। लोग फिर उसी अंदाज में परिवार के साथ बैठे और सीरियल का लुत्फ उठाया।
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अभिभावकों ने साझा की पुरानी यादें
धार्मिक सीरियल को लेकर उत्साहित लोगों की खुशी देखते ही बनी। न सिर्फ सभी ने परिवार के साथ सीरियल का पहला एपिसोड देखा, बल्कि घर के बच्चों को अपने जमाने में होने वाले प्रसारण और उसके क्रेज के बारे में अपना अनुभव साझा किया। तिर्वा निवासी अनीता तिवारी ने पूरे परिवार के साथ सीरियल को देखा। उन्होंने बताया कि साथ में बच्चों ने भी देखा। उन्हें न सिर्फ रामायण से जुड़ी जानकारी दी, बल्कि 33 साल पहले के अनुभव को भी साझा किया।
सही समय पर लिया फैसला
शहर के मोहल्ला कुतलुपुर निवासी विनोद अग्निहोत्री बताते हैं कि रामायण सीरियल के प्रसारण शुरू होने का फैसला सही समय पर लिया गया है। घरों में बोर हो रहे लोग इसका परिवार सहित लुत्फ उठाएंगे। घर के बडों के साथ बच्चे भी सीरियल देखेंगे तो उनमें अपनी संस्कृति से लगाव होगा। खास बात यह है कि इस बार सुबह और शाम एक-एक घण्टे दो बार प्रसारण हो रहा है।