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बिहार DGP माफी मांगे: शिवसेना का कटाक्ष, सुशांत केस पर पूछा-मिट गई खुजली

सुशांत सिंह मामले में आखिर यह सच सामने आ चुका है। सामना के जरिए शिवसेना ने इस पूरे मामले के राजनीतिक रंग लेने और बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के जेडीयू में शामिल होने पर कटाक्ष किया है।

Monika
Published on: 5 Oct 2020 11:28 AM IST
बिहार DGP माफी मांगे: शिवसेना का कटाक्ष, सुशांत केस पर पूछा-मिट गई खुजली
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सुशांत चरित्रहीन: शिवसेना ने दिया ऐसा विवादित बयान, सुसाइड की बताई ऐसी वजह

सुशांत सिंह राजपूत केस में इतने दिनों से हत्या पर सवाल उठाए जा रहे थे, अब AIIMS की फॉरेंसिक रिपोर्ट सामने आने के बाद यह साफ़ हो गया है कि एक्टर ने सुसाइड की थी। जिसके बाद अब शिवसेना ने मुंबई पुलिस पर सवाल खरने वालों पर हलमा बोला है।

शिव सेना ने बिहार के पूर्व डीजीपी पर साधा निशाना

सामना के जरिये शिवसेना ने कहा है, सत्य को कभी छुपाया नहीं जा सकता। सुशांत सिंह मामले में आखिर यह सच सामने आ चुका है। सामना के जरिए शिवसेना ने इस पूरे मामले के राजनीतिक रंग लेने और बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के जेडीयू में शामिल होने पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहां कि बिहार चुनाव में प्रचार के लिए कोई मुद्दा न होने के कारण नीतीश कुमार और वहां के नेताओं ने इस मुद्दे को उठाया। इसके लिए राज्य के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर को वर्दी में नचाया और आखिरकार यह महाशय नीतीश कुमार की पार्टी में शामिल हो गए, जिससे उनकी खाकी वर्दी का वस्त्रहरण हो गया। मुंबई पुलिस सुशांत की जांच नहीं कर सकती इसलिए सीबीआई को बुलाओ, ऐसा चिल्लानेवाले एक सीधा-सा सवाल नहीं पूछ पाए कि गत 40-50 दिन से सीबीआई क्या कर रही है? सुशांत प्रकरण को भुनाकर महा विकास आघाड़ी की सरकार और मुंबई पुलिस का ‘मीडिया’ ट्रायल किया गया।

DGP bihar

सच सामने आया

शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि सत्य को कभी छुपाया नहीं जा सकता। सुशांत सिंह मामले में आखिर यह सच सामने आ चुका है। इस मामले में जिन्होंने महाराष्ट्र को बदनाम किया, उनका वस्त्रहरण हो चुका है। ‘ठाकरी’ भाषा में कहें तो सुशांत आत्महत्या प्रकरण के बाद कई गुप्तेश्वरों को महाराष्ट्र द्वेष का गुप्तरोग हो गया था।लेकिन 100 दिन खुजाने के बाद भी हाथ क्या लगा? ‘एम्स’ ने सच्चाई बाहर लाई है। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने फांसी लगाकर आत्महत्या ही की है, उसका खून नहीं हुआ है। सबूतों के साथ ऐसा सच ‘एम्स’ के डॉक्टर सुधीर गुप्ता सामने लाए हैं।’

सभी ने मुंबई पुलिस की खूब बदनामी

शिवसेना ने तंज कसा कि सुधीर गुप्ता शिवसेना के डॉक्टर नहीं हैं। सुशांत की मौत के बाद मुंबई पुलिस की खूब बदनामी की गई, मुंबई पुलिस की जांच पर जिन्होंने सवाल उठाए उन राजनेताओं को महाराष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए। इन सभी ने जान-बूझकर महाराष्ट्र की प्रतिमा पर कलंक लगाने का प्रयास किया है। यह एक षड्यंत्र ही था, महाराष्ट्र सरकार को चाहिए कि वो उनपर मानहानि का दावा करे।

पार्टी में शामिल हुए DGP गुप्तेश्वर

लेख में लिखा गया है, 'सुशांत के पटना निवासी परिवार का उपयोग स्वार्थी और लंपट राजनीति के लिए करके केंद्र ने इसकी जांच जिस गति से सीबीआई को दी, उसे देखते हुए ‘बुलेट ट्रेन’ की गति भी मंद पड़ गई होगी। मुंबई पुलिस ने इस मामले में जिस नैतिकता और गुप्त तरीके से जांच की, वह केवल इसलिए ताकि मृत्यु के पश्चात तमाशा न बने। सीबीआई ने मुंबई आकर जब जांच शुरू की तब पहले 24 घंटे में ही सुशांत का ‘गांजा’ और ‘चरस’ प्रकरण सामने आ गया। बिहार की पुलिस को हस्तक्षेप करने दिया गया होता तो शायद सुशांत और उसके परिवार की रोज बेइज्जती होती। बिहार राज्य और सुशांत के परिवार को इसके लिए मुंबई पुलिस का आभार मानना चाहिए। बिहार चुनाव में प्रचार के लिए कोई मुद्दा न होने के कारण नीतीश कुमार और वहां के नेताओं ने इस मुद्दे को उठाया। इसके लिए राज्य के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर को वर्दी में नचाया और आखिरकार यह महाशय नीतीश कुमार की पार्टी में शामिल हो गए, जिससे उनकी खाकी वर्दी का वस्त्रहरण हो गया।'

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कंगना पर भी किया वार

वही अभिनेत्री कंगना को लेकर सामना में लिखा गया कि सुशांत की मौत को जिन्होंने भुनाया, मुंबई को पाकिस्तान और बाबर की उपमा दी, वह अभिनेत्री अब किस बिल में छिपी है? हाथरस में एक युवती से बलात्कार करके मार डाला गया। वहां की पुलिस ने उस युवती के शरीर का अपमान करके अंधेरी रात में ही लाश को जला डाला। इस पर उस अभिनेत्री ने आंखों में ग्लिसरीन डालकर भी दो आंसू नहीं बहाए।

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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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