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ड्रग्स पर तगड़ा एक्शन: सामने आया जमशाद अली, अभिनेत्रियों से खास रिश्ता इसका
ड्रग्स रैकेट की तह तक जाने के लिए नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ड्रग्स सिंडिकेट के पुराने और माहिर खिलाड़ियों की कुंडली खंगालने लगी है।
मुंबई: एक्टर सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस की जांच में ड्रग्स एंगल सामने आया था। इसके बाद से एनसीबी ने बॉलीवुड में ड्रग्स नेटवर्क को केंद्र में रखकर जांच तेज कर दी। एनसीबी ने 26 सितंबर को दीपिका पादुकोण, श्रद्धा कपूर और सारा अली खान के बयान दर्ज किए। ड्रग्स रैकेट की तह तक जाने के लिए नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ड्रग्स सिंडिकेट के पुराने और माहिर खिलाड़ियों की कुंडली खंगालने लगी है।
टैलेंट मैनेजर जया शाह, राजपूत की पूर्व प्रबंधक श्रुति मोदी, निर्माता मधु मंटेना, फैशन डिजाइनर सिमोन खंभाटा, एक्ट्रेस रकुल प्रीत सिंह और एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण की मैनेजर करिश्मा प्रकाश के बयान एनसीबी दर्ज कर चुकी है। एजेंसी इस मामले में अब तक कम से कम 18 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
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स्टाइलिश और करोड़पति ड्रग्स
ड्रग्स एंगल की जांच में एक से एक बढ़कर नाम सामने आ रहे है। अब इसमें जुड़ा है ड्रग्स की दुनिया के सबसे स्टाइलिश और करोड़पति ड्रग्स बिजनेसमैन जमशाद अली मलिक। जमशाद फिलहाल मुंबई की जेल में बन्द है, एनसीबी ने उसे साल 2019 में गिरफ्तार किया था। इसके अलावा एनसीबी के रडार ड्रग्स की दुनिया के दो बड़े फाइनेंसर भी है। मुंबई का हिमांशु भाई, अहमदाबाद का राजू भाई और दिल्ली बेस्ड संजय गुप्ता एजेंसी के रडार पर हैं। ये तीनों भी जमशाद के बेहद करीबी हैं।
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इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ ड्रग्स का बिजनेस
बता दें कि जमशाद साल 2013-14 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़कर केरल से कतर में ट्रांसपोर्ट का बिजनेस करने गया था, तब उसने वहां चरस का सेवन किया और पकड़ा गया। उसे 6 महीने की जेल की सजा मिली। जेल में ही मोहसिन नाम के ड्रग्स माफिया के सहारे जमशाद इंडिया में ड्रग्स का धंधा संभालने लगा।एनसीबी के अनुसार, दिल्ली में जमशाद के ड्रग्स का सारा काम संजय गुप्ता संभालता हैं और दिल्ली से मलेशिया और सिंगापुर ड्रग्स डीलिंग से जुड़ा है।
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नर्सरी से जुड़ा जमशाद
जमशाद अली नाम के एक शख्स जो एनसीबी के हाथ लगा है मूल रूप से केरल के कासरगुड़ का है। जो आतंकवाद की नर्सरी है और यहां अपराध की दुनिया पनपती है। यह इलाका देश भर की एजेंसियों के निशाने पर है। जमशाद चरस और कोकीन की खरीद-फोरख्त का महाराष्ट्र और देश का बड़ा बिजनेसमेन है। जमशाद कतर में बैठे ड्रग्स माफियाओं के जरिए भारत मे अपना धंधा करता था, खबर है कि कतर की जेलों में बंद ड्रग्स माफिया जेल से ही ड्रग्स के कॉल सेंटर ऑपरेट करते हैं। अब जब ड्रग्स का मामला सामने आया हा तो देखना है कि एनसीबी के हाथ कितना आगे जाता है।