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Film Agra: फिल्म 'आगरा' इंसान के लिए बदल देगी आपकी सोच, अब तक की सबसे कंट्रोवर्शियल मूवी!

Bollywood film Agra: इन दिनों कई कंट्रोवर्शियल फिल्में रिलीज हुई हैं। इसी कड़ी में फिल्म आगरा एक ऐसी फिल्म, जिसे देखकर इंसान दंग रह जाएगा।

Snigdha Singh
Published on: 11 Jun 2023 11:21 AM GMT
Film Agra: फिल्म आगरा इंसान के लिए बदल देगी आपकी सोच, अब तक की सबसे कंट्रोवर्शियल मूवी!
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Film Agra (Image: Social Media)

Bollywood Film Agra: भारतीय समाज सेक्स ऐसा विषय है जो अभी भी पर्दे के पीछे है। कोई इस पर खुलकर बात नहीं करना चाहता है। लेकिन पिछले पांच सालों में बॉलीवुड इंडस्ट्री ने तेजी के साथ करवट ले ली। सेक्स या इससे जुड़े विषयों पर रफ्तार से बाढ आ गई। वहीं, सिनेमा की शुरुआती दौर की बात करें तो इन विषयों को जिक्र तो किसिंग सीन भी नहीं होते थे। धीरे-धीरे समय के साथ सिनेमा भी बदल गया। इसी कड़ी में एक फिल्म आई आगरा। इस फिल्म की कहानी का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि इसके चर्चे इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म्स पर हैं।

फिल्म आगरा का निर्देशन कनु बहल ने किया है। फिल्म में मुख्य भूमिका में मोहित अग्रवाल गुरु की भूमिका में और प्रियंका बोस प्रीति का किरदार निभा रही हैं। आगरा फिल्म में कॉल सेंटर के एक कर्मचारी गुरु की कहानी दिखाई गई है। फिल्म में ये किरदार अपनी दबी हुई इच्छाओं और कुंठाओं का मारा हुआ है। एक छोटे से घर में अपने मां-बाप और भाई-बहनों के साथ रहता है। घर छोटे होने की वजह से वह शादी तक नहीं कर पा रहा है। क्योंकि शादी के बाद लोगों की नजर से बचकर अपनी साथी से प्यार मोहब्बत भी नहीं कर सकता। उसकी इच्छा है कि घर में एक कमरा और बनवाया जाए।

यौन संबंधों से खीझा गुरु को डेटिंग ऐप्स की लत लगी हुई है। दिन का ज़्यादातर हिस्सा उन ऐप्स पर ही बिताता है, और एक के बाद एक अपनी हिंसक सेक्सुअल फैंटेसी को जीने का अभिनय करता है। फिल्म में कनु बहल ने सस्पेंस बरकार रखा है कि गुरु की ये कल्पनाएं हैं कि वह सच में इनको जीना चाहता है। आगरा फिल्म की झलक अमरीकी फिल्म, अमेरिकन साइको के पैट्रिक बेटमैन से कुछ मिलती-जुलती है। फिल्म में गुरु की कुछ ज़्यादा हिंसक और गुस्सैल इच्छाएं दिखाई गई, जिसे देखकर आप भी सोच में पड़ जाएंगे।

फिल्म में कनु बहल ने गुरु को एक भयंकर रूप से बीमार इंसान के ख़तरनाक दिमाग के भीतर लेकर जाते हैं, जहां वह औरतों को अपने शिकंजे में कर लेने और अपनी मर्दानगी दिखाने की कल्पना कर रहा होता है, तो उसे बर्दाश्त कर पाना मुश्किल हो जाता है। ये फिल्म न्यूड्स और सेक्स सीन से भरी पड़ी है। 25 मई को कान फिल्म फेस्टिवल में निर्देशक कनु बहल की फिल्म आगरा को डायरेक्टर्स फोर्टनाइट वाले सेक्शन में दिखाया गया था

फिल्म पर क्या कहते हैं कनु बहल

भारतीय सिनेमा में कनु बहल ऊंचाइयों की सीढ़िया चढ़ने वाले निर्देशकों में से एक हैं। कनू बहल का बचपन पंजाब के कपूरथला में बीता। कनू बहल इससे पहले भी कई बड़ी फिल्म निर्देशित कर चुके हैं। इसमें तितली, लव, सेक्स और धोखा, ओए लकी लकी ओए और कई फिल्मों को निर्देशित करने के साथ लेखर भी हैं। कनू का कहना है ये फिल्म उन छुपे हुए पहलुओं पर रोशनी डालती है। ये हर इंसान की ज़िंदगी में होते हैं।लेकिन कभी कोई बात नहीं करता। उन्होंने कहा कि एक चढ़ती उम्र के लड़के के तौर पर मैं खुद अपनी सेक्स की इच्छा दबाने के अनुभव से गुज़रा था। और मैं ही क्यों, मैंने बहुत से ऐसे लोगों को देखा है, जो यौन संबंध के मामले में देर से परिपक्व होने की चुनौती से जूझ रहे थे।

इंटरनेशनल चर्चे भी

फिल्मों की जानकार मीनाक्षी शेड्डे ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। मीनाक्षी, बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में भारत और दक्षिणी एशिया की प्रतिनिधि हैं। टोरंटो फिल्म फेस्टिवल के लिए भी सीनियर प्रोग्राम एडवाइज़र हैं। इस साल के कान फिल्म फेस्टिवल में मीनाक्षी क्रिटिक्स वीक जूरी की सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि 'हमारे सिनेमा में हमेशा से ही रूढ़ियों की बेड़ियां तोड़कर आगे बढ़ने वाले मौजूद रहे हैं। भले ही उनका दबदबा न रहा हो। लेकिन, भारतीय सिनेमा के डीएनए में शुरुआती दौर से ही ऐसे तत्व मौजूद रहे हैं। शायद ये बहुत सी संस्कृतियों में आम है, जहां सिनेमा बनाने की शुरुआत ही उन लोगों ने की थी, जो समाज की बेड़ियां तोड़ने को तैयार थे।

Snigdha Singh

Snigdha Singh

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