×

Bollywood Old Movie: कच्चे धागे फ़िल्म के परदे के पीछे की कहानी , हाजी मस्तान की पत्नी सोना ने भी इसमें काम किया था

Bollywood Old Movie: जबर्दस्त एक्शन और बेहतरीन गीत संगीत से सजी फिल्म कच्चे धागे 1973 की सुपरहिट फिल्म रही थी।

Shreedhar Agnihotri
Published on: 3 May 2023 3:45 PM IST (Updated on: 4 May 2023 4:35 PM IST)
Bollywood Old Movie: कच्चे धागे फ़िल्म के परदे के पीछे की कहानी , हाजी मस्तान की पत्नी सोना ने भी इसमें काम किया था
X
Bollywood Old Movie Story

Story behind the Scene: 18 जून 1973 को रिलीज हुई फिल्म कच्चे धागे अगले महीने अपने पचास साल पूरे कर लेगी। जबर्दस्त एक्शन और बेहतरीन गीत संगीत से सजी फिल्म कच्चे धागे 1973 की सुपरहिट फिल्म रही। विनोद खन्ना, कबीर बेदी और मौसमी चटर्जी के मुख्य किरदारों वाली इस फिल्म के बारे में बहुत कम लोग जानते होंगे कि इसमें मौसमी चटर्जी के पति और गायक हेमंत कुमार के बेटे ने भी काम किया था। डकैत की भूमिका में इससे पहले दर्शक 1971 में विनोद खन्ना को ‘मेरा गांव मेरा देश’ में स्वीकार चुके थे। इसलिए दो साल बाद इस फिल्म को भी दर्शकों ने खूब सराहा।

फिल्म में दो डाकुओं का टकराव दिखाया गया था। जिसमें एक तरफ विनोद खन्ना ने ठाकुर लखन सिंह और दूसरी तरफ कबीर बेदी रूपा पंडित की भूमिका निभाते हैं। इनके अलावा उस दौर के एक से एक फिल्म कलाकार मौजूद हैं।

इस फिल्म में राजकपूर के चाचा त्रिलोक कपूर ने भी सशक्त भूमिका निभाई। इसके अलावा हाजी मस्तान की पत्नी सोना भी फिल्म में थीं। जो बिल्कुल अभिनेत्री मधुबाला की हमशक्ल थीं। अभिनेत्री सोना पर ही एक गीत जरा से अगर हम बेवफा हम न होते फिल्माया गया था।

इनके अलावा के.एन.सिंह, निरुपा राय, देव कुमार और मुराद समेत दिग्गज कलाकारों ने फिल्म को सजाने में चार चाँद लगा दिए थे। उस दौर में लक्ष्मीकांत प्यारेलाल का संगीत जबर्दस्त हिट हो रहा था। उस पर आनंद बख्शी के गीत भी खूब हिट हो रहे थे। यही कारण है कि गीतकार संगीतकार की इस जोडी ने फिल्म को हिट कराने में अपनी बडी भूमिका निभाई।

गीतकार आनन्द बख्शी ने फिल्म में चार गीत लिखे जो बेहद हिट साबित हुए जिनमें ‘‘हाय हाय एक लड़का मुझको खत लिखता है’’ के अलावा ‘‘कच्चे धागे के साथ जिसे बांध लिया जाए’’ ‘‘मेरे बचपन तू जा जा जवानी को ले आ’’ के अलावा लता मंगेशकर और हेमलता का गाया गीत ‘जारे जारे दीवाने’ने धूम मचा दी थी। इस फिल्म की भी अधिकतर शूटिंग निर्देशक राजखोसला साहब ने राजस्थान में की गयी थी।



Shreedhar Agnihotri

Shreedhar Agnihotri

Next Story