तांडव के अलावा ये फिल्में भी कंट्रोवर्सी की शिकार, लेकिन पर्दे पर रही सुपरहिट

बॉलीवुड से लेकर राजनीतिक गलियारों तक इन दिनों तांडव मचा हुआ है। एक्टर सैफ अली खान की अमेज़न प्राइम पर रिलीज़ हुईं वेब सीरीज ‘तांडव’ स्क्रीन के साथ शहर-शहर तांडव मचा रही हैं। यह पहली बार नहीं है जब अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर लगातार हिन्दुओं की भावनाओं पर चोट पहुंचायी जा रही है। इससे पहले भी कई ऐसी फ़िल्में और वेब सीरीज रिलीज़ हुईं जिसके चलते विवाद पैदा हुए ।

Monika
Published on: 18 Jan 2021 2:06 PM GMT
तांडव के अलावा ये फिल्में भी कंट्रोवर्सी की शिकार, लेकिन पर्दे पर रही सुपरहिट
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तांडव के अलावा ये फ़िल्में भी रही कंट्रोवर्सी की शिकार, लेकिन पर्दे पर रही सुपरहिट

लखनऊ: बॉलीवुड से लेकर राजनीतिक गलियारों तक इन दिनों तांडव मचा हुआ है। एक्टर सैफ अली खान की अमेज़न प्राइम पर रिलीज़ हुईं वेब सीरीज ‘तांडव’ स्क्रीन के साथ शहर-शहर तांडव मचा रही हैं। विवादों से घिरी तांडव पर आरोप लगाया गया है कि निर्माताओं ने जानबूझ कर हिंदू देवताओं का मजाक उड़ाया है और हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं का अपमान किया है। यह पहली बार नहीं है जब अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर लगातार हिन्दुओं की भावनाओं पर चोट पहुंचायी जा रही है। इससे पहले भी कई ऐसी फ़िल्में और वेब सीरीज रिलीज़ हुईं जिसके चलते विवाद पैदा हुए। आइए जानतें हैं कौन सी है वो फ़िल्में।

वाटर (2005)

ये फिल्म बाल विवाह और देश में विधवाओं के इलाज पर प्रकाश डालता है। एक विधवा को पुनर्विवाह करने की अनुमति नहीं है,परंपराओं के अनुसार और उसे अपने पिछले जीवन का त्याग करते हुए एक आश्रम में रहना पड़ता था। फिल्म के रिलीज़ से पहले ही फिल्म को कई विवादों का सामना करना पड़ा जिसमें एक्टिविस्ट ने फिल्म के सेट को नष्ट कर दिया और यहां तक ​​कि आत्महत्या का विरोध भी आयोजित किया।

माई नेम इज खान (2010)

निर्देशक करण जौहर ने इस्लामोफोबिया के खिलाफ माई नेम इज़ खान के साथ बोलने का फैसला किया। 9/11 के हमले के तुरंत बाद एक युवा लड़के को मार दिया गया, केवल इसलिए कि उसका अंतिम नाम 'खान' है। उनके सौतेले पिता, रिजवान खान (शाहरुख खान) संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति से मिलने के लिए यात्रा पर निकलते और उन्हें बताते हैं कि उनका नाम "खान" है, वह आतंकवादी नहीं हैं। शिवसेना ने शाहरुख के खिलाफ काफी आरोप लगाये।

पीके (2014)

एक्टर आमिर खान की फिल्म पीके ने इस फिल्म में ज़बरदस्त एक्टिंग से दर्शकों को खूब हंसाया। जो एक एलियन होता है और वो रीसर्च मिशन पर धरती पर उतरता है। भारत की भूमि पर उतर कर पिके समाज में मौजूद धार्मिक प्रथाओं और अंधविश्वासों से स्तब्ध है। यह फिल्म उस समय की सबसे अधिक कमाई वाली फिल्म थी, इसे विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सदस्यों द्वारा भारी आलोचना का सामना करना पड़ा था। क्योंकि उन्हें लगा कि फिल्म धार्मिक भावनाओं को ठेस पंहुचा रही है।

ओएमजी (2012)

अक्षय कुमार की फिल्म OMG में एक नास्तिक को प्रमुख चरित्र के रूप में दिखाया गया है। OMG कांजी लालजी मेहता (परेश रावल) और भगवान के खिलाफ उनके मुकदमे के आसपास घूमती है। ये फिल्म भगवान और भजतो के अंध विश्वास पर हमला करती है। OMG धर्म-संचालित राजनेताओं की तो ये एक अपमान लगा जिसके चलते प्रमुख अभिनेताओं के खिलाफ मामले दर्ज किया गया था। इसके बाद USA में इस फिल्म को बैन कर दिया गया।

पाताल लोक (2020)

अनुष्का शर्मा के प्रोडक्शन वेंचर्स वेब सीरीज पाताल लोक को भी बहुत आलोचना झेलनी पड़ी थी । नेपाली समुदाय के खिलाफ अपमानजनक भाषा का उपयोग करने के लिए इस स्व्रिएस को बंद कर दिया गया था। इस फिल्म के रिलीज़ के बाद ही अरुणाचल प्रदेश गोरखा यूथ एसोसिएशन (AAPGYA)नामसाई इकाई के अध्यक्ष और NHRC कार्यकर्ता बिकास भट्टाराई ने कथित तौर पर अनुष्का शर्मा के खिलाफ अपराध कथा वेब सीरीज में एक जातिगत बदनामी के लिए शिकायत दर्ज कराई थी । यही नहीं, उत्तर प्रदेश के बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने भी अनुष्का शर्मा के खिलाफ उनकी अनुमति के बिना शो में उनकी फोटो का इस्तेमाल करने की शिकायत दर्ज कराई थी।

XXX सीजन 2 (2020)

एकता कपूर भी अपनी वेब सीरीज़ XXX सीज़न 2 की रिलीज़ के बाद कानूनी मुसीबत में आ गई हैं। बिग बॉस 13 की प्रतियोगी हिंदुस्तानी भाऊ एके विकास फाटक ने 1 जून को मुंबई के खार स्टेशन पर निर्माता एकता कपूर और शोभा कपूर के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराई थी। शो के एक सीन में भारतीय सेना की वर्दी का अनादर करने का आरोप लगाया। उन्होंने XXX 2 में सेना के जवानों का अपमान करने के लिए उन्हें राष्ट्र-विरोधी कहा। इस विवाद के बाद रक्षा मंत्रालय ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन को लिखा कि यह आग्रह करते हुए कि प्रोडक्शन हाउस को सेना की थीम पर किसी भी फिल्म, वृत्तचित्र या वेब सीरीज टेलीकास्ट करने से पहले उन्हें मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा।

आशाराम (2020)

इस वेब सीरीज में लोगों के आस्था के प्रति विश्वास को ठीक पहुचाया गया था । हालांकि, किसी ने भी उम्मीद नहीं की होगी कि लोग सोशल मीडिया पर इसके प्रतिबंध की मांग करेंगे।

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पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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