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ठुमरी क्वीन शोभा गुर्टू को बचपन से था संगीत से प्रेम, इन फिल्मों में दी अपनी आवाज

शोभा गुर्टू एक भारतीय शास्त्रीय संगीत गायिका थीं। शास्त्रीय संगीत से ही शोभा गुर्टू को बड़ी पहचान मिली। एक समय ऐसा भी था जब उन्हें ठुमरी क्वीन के रूप में जाना जाने लगा।

Monika
Published on: 8 Feb 2021 7:29 AM GMT
ठुमरी क्वीन शोभा गुर्टू को बचपन से था संगीत से प्रेम, इन फिल्मों में दी अपनी आवाज
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ठुमरी क्वीन शोभा गुर्टू को बचपन से था संगीत से प्रेम, इन फिल्मों में दी अपनी आवाज़

मुंबई: शोभा गुर्टू एक भारतीय शास्त्रीय संगीत गायिका थीं। शास्त्रीय संगीत से ही शोभा गुर्टू को बड़ी पहचान मिली। एक समय ऐसा भी था जब उन्हें ठुमरी क्वीन के रूप में जाना जाने लगा। शोभा गुर्टू का असली नाम भानुमति शिरोडकर था। उनका जन्म 8 फ़रवरी 1925 में बेलगाम ( कर्नाटक) में हुआ था। जहाँ उन्हें पहली बार उनकी माता मेनाकाबाई शिरोडकर, एक पेशेवर नर्तक और जयपुर-अतरौली घराने के उस्ताद अल्लिया खान की शिष्या 'गनकी' ने प्रशिक्षित किया था।

बचपन से ही गायकी सीखना शुरू किया

वो कहते है ना जिन्हें कुछ सीखने की ललक होती है वह उनमे उसका असर बचपन से ही दिखने लगता है। शोभा गुर्टू ने बचपन से ही गायकी सीखना शुरू कर दिया था। उनका विवाह विश्वनाथ गुर्टू से हुआ था। विश्वनाथ गुर्टू के पिता बड़े पोस्ट पर तैनात पुलिस अधिकारी थे। साथ ही वह सैंडगीत विद्वान और सितारवादक भी थे।

उसके औपचारिक संगीत प्रशिक्षण की शुरुआत उस्ताद अल्लादिया खान के सबसे छोटे बेटे 'उस्ताद भूरजी खान' से हुई। कोल्हापुर में जयपुर-अतरौली घराने के संस्थापक, जिनसे उनकी माँ उस समय सीख रही थीं। जब वह एक छोटी बच्ची थी उसकी प्रतिभा को देखते हुए, उस्ताद भूरजी खान के परिवार ने तुरंत उसे पसंद किया, और वह उनके साथ लंबे समय बिताना शुरू कर दिया।

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फिल्मों में गूंजी आवाज़

शोभा गुर्टु को अर्ध शास्त्रीय रूपों में विशेष रूप से ठुमरी, दादरा, कजरी, होरी इत्यादि के रूप में विशेष रूप से शुद्ध गायन में शामिल किया. उन्होंने मराठी और हिंदी सिनेमा में भी संगीत दिया। एक पार्श्व गायिका के रूप में उन्होंने सबसे पहले कमल अमरोही की फिल्म पाकीज़ा (1972)में फागुन (1973) के बाद काम किया। जहाँ उन्होंने 'बेदर्दी बन जाए कोई जाओ मनवाओ मोरे सइयां।

आपको बता दें, कि शोभा गुर्टु की हिट फिल्म मै तुलसी तेरे आंगन की (1978) के गीत "सइयां रूठ गए" के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका के रूप में फिल्मफेयर नामांकन अर्जित किया।

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Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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