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Priyanka Chopra: अब फिल्में नहीं करेंगी प्रियंका चोपड़ा? एक्ट्रेस ने अपने करियर को लेकर किया बड़ा खुलासा
Priyanka Chopra: प्रियंका चोपड़ा के फैंस भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी हैं, लेकिन क्या अब प्रियंका अपने फैंस को निराश कर देंगी? क्या प्रियंका अब अपने फिल्मी करियर को अलविदा कह देंगी? आइए आपको विस्तार से बताते हैं।
Priyanka Chopra: प्रियंका चोपड़ा इन दिनों खूब सुर्खियों में है। एक्ट्रेस की अभी हाल ही में वेबी सीरीज 'सिटडेल' रिलीज हुई है। वहीं उनकी हॉलीवुड फिल्म 'लव अगेन' भी बहुत जल्द रिलीज होने वाली हैं। इसी के साथ उनके पास और भी कई हॉलीवुड एंड बॉलीवुड फिल्में पाइपलाइन में है, लेकिन क्या अपने इस कामयाब करियर को प्रियंका खत्म कर देंगी? क्या अब आने वाले समय में प्रियंका चोपड़ा फिल्में नहीं करेंगी?
अपनी बेटी के लिए छोड़ देंगी प्रियंका अपना करियर?
प्रियंका चोपड़ा 40 की उम्र एक बेटी की मां बनी यह तो हर कोई जानता है और इस बात का सबूत प्रियंका का सोशल मीडिया हैंडल है कि वह किस तरह अपने करियर के साथ-साथ अपने परिवार को भी पूरा समय देती हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रियंका का अपनी बेटी के लिए प्यार इतना गहरा है कि वह अपनी लाडली के लिए अपना करियर तक त्याग सकती हैं। जी हां, यह हम नहीं बल्कि खुद प्रियंका चोपड़ा का कहना है। दरअसल, प्रियंका ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि वो बेटी मालती के लिए अपना करियर भी छोड़ सकती हैं। अगर उनकी बेटी कहे कि उन्हें देश बदलना है, तो एक्ट्रेस वो भी करने के लिए तैयार हैं।
'बिना सवाल किए छोड़ दूंगी अपना करियर' - प्रियंका चोपड़ा
'मूवी सिटीज' के साथ हुए पैरेंट्स डिस्कशन में प्रियंका ने फेमिना से हुई बातचीत में कहा, ''उस समय मैंने इसे ग्रांटेड लिया था। ये कुछ ऐसा है कि बिल्कुल ये आपके पेरेंट्स का ही काम है। मेरा करियर मायने रखता है। मैंने ये तब तक नहीं सोचा था जब तक मैं अपनी बुक पर काम नहीं कर रही थी। फिर मैंने सोचा कि अब मैं 40 साल की हो गई हूं। अब मुझसे पूछा जाएगा कि मैं अपना करियर छोड़ दूं और देश बदल दूं तो मैं अपनी बेटी के लिए ये करुंगी।''
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'मेरे पेरेंट्स ने मेरे लिए त्याग किया'
प्रियंका ने आगे बताया, ''फिर भी यह एक बहुत बड़ा बलिदान है और हम बहुत खुशनसीब हैं कि हमें ऐसे माता-पिता मिले हैं, जिन्होंने ऐसा किया, लेकिन, ऐसे परिवार भी हैं जो सामाजिक दबाव में हैं, जो नहीं जानते कि वो अपनी बेटियों को अप्रिशिएट नहीं करते। इसलिए, मुझे लगता है कि एक चीज जो हमें करने की आवश्यकता है, वो है बच्चों की परवरिश के दौरान एक-दूसरे से बातचीत करना, अपने बेटों को इस तरह से पालना, जिसमें महिलाओं के लिए सम्मान हो, समाज में अवसर पैदा करना जहां महिलाएं सत्ता के पदों पर हों। न केवल नौकरी पा लेना, बल्कि वास्तव में डिसीजन मेकर होना। मुझे लगता है कि यही हमारे लिए बदलने जा रहा है।''