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आरएसएस ने इस वेब सीरीज को बताया एंटी हिंदू और एंटी नेशनल
बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर मनोज वाजपेयी ने वेब सीरीज 'द फैमिली मैन' से डिजिटल प्लेटफार्म पर कदम रखा है। इस वेब सीरीज को दर्शक काफी पसंद भी कर रहें हैं। लेकिन एमेजॉन प्राइम की इस ओरिजिनल सीरीज़ को लेकर विवाद शुरू हो गया है।
मुंबई: बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर मनोज वाजपेयी ने वेब सीरीज 'द फैमिली मैन' से डिजिटल प्लेटफार्म पर कदम रखा है। इस वेब सीरीज को दर्शक काफी पसंद भी कर रहें हैं। लेकिन एमेजॉन प्राइम की इस ओरिजिनल सीरीज़ को लेकर विवाद शुरू हो गया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मैगजीन पांचजन्य ने एक आर्टिकल पब्लिश किया है और इस सीरीज़ के कुछ सीन्स को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है।
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मैगजीन में छपे एक आर्टिकल के मुताबिक, इस सीरीज़ में एनआईए से संबंधित एक महिला ऑफिसर को अपने एक ऑफिसर साथी से श्रीनगर के लाल चौक पर बात करते हुए दिखाया गया है। इस बातचीत के मुताबिक, कश्मीरियों का भारत सरकार द्वारा शोषण किया जा रहा है क्योंकि सरकार ने वहां फोन और इंटरनेट को बंद किया हुआ है और AFSPA के कानून के चलते भी उनके हालात अच्छे नहीं है।
मैगजीन में ये भी लिखा है कि क्या भारतीय प्रशासन और आतंकियों के बीच कोई अंतर है? इस आर्टिकल में बाकी माध्यमों पर भी गंभीर आरोप लगाए गए है। इसके अनुसार, फिल्मों और टीवी सीरियल के बाद वेबसीरीज़ एंटी नेशनलिज्म और जिहाद के कंटेंट को प्रमोट करने के एक माध्यम के तौर पर उभर रहा है।
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अनुराग कश्यप और राधिका आप्टे की सीरीज़ पर भी लगाया आरोप
पांचजन्य ने आरोप लगाया कि सूचना और प्रसारण मीडिया का पिछले कुछ सालों में एंटी नेशनल और एंटी कंटेंट को प्रमोट करने के माध्यम के तौर पर बड़े स्तर पर इस्तेमाल हुआ है। इस आर्टिकल में अनुराग कश्यप, विक्रमादित्य मोटवानी और नीरज घेवान द्वारा निर्देशित 'सेक्रेड गेम्स' और राधिका आप्टे स्टारर 'घोउल' को हिंदुओं के खिलाफ नफरत फैलाने वाली वेबसीरीज होने का आरोप लगाया।
आतंकवादियों के समर्थन में नैरेटिव स्थापित करने का लगाया आरोप
पांचजन्य ने लिखा कि मनोज वाजपेयी की वेबसीरीज 'द फैमिली मैन' आतंकवादियों के समर्थन में एक नैरेटिव को तैयार करने की कोशिश करती है और इस नैरेटिव के मुताबिक आतंकियों को लेकर तैयार की गई इस सहानुभूति के चलते उनके द्वारा बंदूक उठाने की कोशिशों को जस्टिफाई करने की कोशिश की गई है। इसी के चलते ये सीरीज़ देश के युवाओं के लिए आतंकवादियों को कूल और फैशनबेल दिखाने की कोशिश करती दिखती है।
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मैगजीन में ये भी कहा गया है कि इस वेबसीरीज़ को वामपंथियों और कांग्रेस की ओर झुकाव वाले प्रोड्यूसर्स द्वारा प्रमोट किया जा रहा है और इसे एंटी हिदू और एंटी इंडिया की बड़ी साजिश के तौर पर देखा जा सकता है।