85 साल की उम्र में भी युवाओं को मात देते हैं धर्मेंद्र, जानिए सेहत का राज

पंजाब में पैदा हुए धर्मेन्द्र का फिल्मी सफर बेहद लम्बा रहा है। पंजाब के लुधियाना में एक गांव में पैदा हुए धर्मेन्द्र ने केवल मेट्रिक तक ही शिक्षा प्राप्त की थी। उन्हें स्कूल के समय से ही फिल्मों का इतना चाव था कि दिल्लगी (1949) फिल्म को 40 से भी अधिक बार देखा था।

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Published on: 8 Dec 2020 4:13 AM GMT
85 साल की उम्र में भी युवाओं को मात देते हैं धर्मेंद्र, जानिए सेहत का राज
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85 साल की उम्र में भी युवाओं को मात देते हैं धर्मेंद्र, जानिए सेहत का राज

मुम्बई: फिल्मों की रुपहली दुनिया में धर्मेन्द्र एक ऐसा नाम है जिसने एक्शन, रोमांटिक, इमोशनल , सोशल, कामेडी यानी की हर तरह की फिल्में कर अपना एक अलग मुकाम बनाया है। उन्होंने यदि लव स्टोरी फिल्म भी की तो खुद को कभी लुटते पिटते प्रेमी के तौर पर पेश नहीं किया, बल्कि बेहद डैसिंग नजर आए। यदि एक्शन फिल्में की तो उनके पंच का असर न केवल विलेन को हुआ बल्कि दर्शकों को भी हुआ है, कामेडी फिल्म की तो पूरा हाल ठहाकों से गूंज गया। यही वजह है कि आज पूरी दुनिया में उनके दीवानों की कमी नहीं है।

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दिलीप कुमार की फिल्मों के दीवाने

पंजाब में पैदा हुए धर्मेन्द्र का फिल्मी सफर बेहद लम्बा रहा है। पंजाब के लुधियाना में एक गांव में पैदा हुए धर्मेन्द्र ने केवल मेट्रिक तक ही शिक्षा प्राप्त की थी। उन्हें स्कूल के समय से ही फिल्मों का इतना चाव था कि दिल्लगी (1949) फिल्म को 40 से भी अधिक बार देखा था। पढाई लिखाई के दौरान वह अभिनेता दिलीप कुमार की फिल्मों के दीवाने हो गए। अक्सर क्लास में पहुँचने के बजाय सिनेमा हॉल में पहुँच जाया करते थे। पढाई पूरी करने के बाद उन्हे रेलवे में क्लर्क की नौकरी मिल गयी। लगभग सवा सौ रुपये तनख्वाह थी, जब यहाँ मन नहीं लगा तो फिल्मों में काम करने की तलाश में मुम्बई आ गए।

यहां पर घर न होने की वजह से उन्हें गैराज में सोना पड़ता था। धर्मेन्द्र खुद बतातें हैं कि उस वक्त मेरे पास रहने का भले ही कोई ठिकाना नहीं था, लेकिन मन में पैसे कमाने की चाह जरूर थी। यहां उनकी मुलाकात निर्माता निर्देशक अर्जुन हिंगोरानी से हुई तो उन्होंने अपनी फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे में धर्मेन्द्र को ले लिया। 60 के दशक में प्रदर्शित ब्लैक एंड व्हाइट फिल्मों में अपने अभिनय के रंग बिखेरने वाले धर्मेंद्र को जल्द ही एक रोमांटिक हीरो के तौर पर पहचान मिल गयी। लेकिन 70 के दशक में उनकी एक्शन फिल्मों ने दर्शकों में ज्यादा रोमांच पैदा किया।

कॅरियर की सबसे बड़ी हिट साबित हुई फिल्म शोले

कई अभिनेत्रियों के साथ काम करने के बाद उनकी जोड़ी अभिनेत्री हेमामालिनी के साथ सबसे अधिक सराही गयी। 1975 में प्रदर्शित हुई फिल्म शोले धर्मेंद्र के कॅरियर की सबसे बड़ी हिट साबित हुई। इस फिल्म के बाद धर्मेंद्र की गिनती विश्व के अभिनेताओं में होने लगी। शोले में उन्होंने एक्षन रोमाटिंग कामेडी यानी की सारी भूमिकाएं एक साथ निभाई।

अभिनेता धर्मेन्द्र ने वैसे तो लगभग सौ से अधिक फिल्मों में काम किया है पर उनकी यादगार फिल्मों में सत्यकाम, पूजा के फूल, बंदिनी, आंखे, लोफर, चुपके चुपके, आए दिन बहार के, आया सावन झूम के, मेरे हमदम मेरे दोस्त, जुगुनू, शिकार , शोले , शालीमार, यादों की बारात, मेरा गांव मेरा देश , कच्चे धागे, धर्मवीर, चरस, दिल्लगी, रजिया सुल्तान, नौकर बीवी का, गुलामी, द बर्निग ट्रेन , लोहा, नाकाबंदी समेत कई फिल्मों को उनके दीवाने अब तक नहीं भूले हैं।

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करोडों की संपत्ति के मालिक

धर्मेंद्र अभिनेता ही नहीं, बल्कि निर्माता भी हैं। वर्ष 1983 में धर्मेंद्र ने अपने बड़े बेटे सन्नी देओल को फिल्म ‘बेताब’ और 1995 में छोटे बेटे बॉबी देओल को ‘बरसात’ फिल्म का निर्माण कर उन्हें फिल्मों में उतारा। वर्ष 2007 में ‘अपने ’ फिल्म में सन्नी, बॉबी और धर्मेंद्र पहली बार एक साथ पर्दे पर आए। बॉलीवुड के ही मैन कहे जाने वाले धर्मेन्द्र 500 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति के मालिक हैं। जबकि अपनी पहली से उन्हें केवल 51 रुपए फीस मिली थी।

उनके पास कई बंगले, महंगी लग्जरी गाड़ियां, फार्महाऊस और खुद का प्रोडक्शन हाउस है। कहा जाता है उनके बंगलों की ही कीमत तकरीबन 150 करोड़ से ज्यादा है। धर्मेंद्र को अब अपने गांव के दिन याद आते हैं इसलिए अपना अधिकतर समय फार्म हाउस में ही बिताते हैं। वह अक्सर गाय भैंसों के साथ तो कभी फार्म हाउस में उगाई जाने वाली सब्जियों के साथ तस्वीरें शेयर करते रहते हैं। उन्हें प्रकृति के साथ और उससे जुड़ा रहना काफी पसंद है।

श्रीधर अग्निहोत्री

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