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Improve Men Sexual Health: पुरुषों के यौन स्वास्थ्य में सुधार कोक और पेप्सी के साथ, मर्दों के लिए खास ये रिपोर्ट, अंत तक देखें वीडियो

Improve Men Sexual Health: ये रिसर्च चीन में नॉर्थवेस्ट मिंजु यूनिवसिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया जिसमें पता चला कि कार्बोनेटेड ड्रिंक फर्टिलिटी को कैसे प्रभावित करते हैं. साथ ही साथ यह पता चला कि ये पेय पदार्थ पुरुषों के सामान्य यौन स्वास्थ्य और अंडकोष के विकास में सुधार कर सकते हैं। इसके परिणाम एक्टा एंडोक्रिनोल जर्नल में जारी किए गए थे।

Preeti Mishra
Published on: 31 March 2023 6:24 PM GMT

Improve Men Sexual Health : आमतौर पर हमेशा कार्बोनेटेड पेय पदार्थों को सेहत के लिहाज़ से ख़राब बताया जाता रहा है। हालाँकि बावजूद इसके लोग कोक और पेप्सी जैसे कोल्ड ड्रिंक का धलड़ल्ले से इस्तेमाल करते हैं। लेकिन हालिया अध्ययन के मुताबिक़ कोक और पेप्सी जैसी कोल्ड डिंक्स पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ा सकते हैं। बता दें कि ये रिसर्च चीन में नॉर्थवेस्ट मिंजु यूनिवसिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया जिसमें पता चला कि कार्बोनेटेड ड्रिंक फर्टिलिटी को कैसे प्रभावित करते हैं. साथ ही साथ यह पता चला कि ये पेय पदार्थ पुरुषों के सामान्य यौन स्वास्थ्य और अंडकोष के विकास में सुधार कर सकते हैं। इसके परिणाम एक्टा एंडोक्रिनोल जर्नल में जारी किए गए थे।

अंडकोष के आकार और टेस्टोस्टेरोन के स्तर में सुधार (Improvement in testicle size)

उल्लेखनीय है कि रिसर्च के मुताबिक़ कोका-कोला और पेप्सी जैसे कार्बोनेटेड पेय पदार्थों की उच्च खुराक से अंडकोष का आकार और टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ सकता है। कार्बोनेटेड पेय के सेवन से प्रोस्टेट डिसफंक्शन और कैंसर के खतरे को भी कम किया जा सकता है। पिछले अध्ययनों ने सोडा की खपत को प्रजनन कार्यों को नुकसान पहुंचाने, शुक्राणुओं की मात्रा कम करने और शुक्राणुओं की गतिशीलता को कम करने के लिए जोड़ा है। हालाँकि, इस अध्ययन के निष्कर्ष उन पिछले अध्ययनों का खंडन करते हैं। गौरतलब है कि यह अध्ययन चीन में नॉर्थवेस्ट मिंज़ू विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा आयोजित किया गया है और वैज्ञानिक पत्रिका एक्टा एंडोक्रिनोल में प्रकाशित हुआ है।

चूहों के समूहों पर परीक्षण (Test on groups of rats)

15 दिनों के दौरान, शोधकर्ताओं (सबसे हालिया अध्ययन के) ने नर चूहों के विभिन्न समूहों का परीक्षण किया। अन्य समूहों को अलग-अलग मात्रा में कोका-कोला और पेप्सी प्राप्त हुए, जबकि पहले समूह को केवल पानी मिला। शोधकर्ताओं ने वजन का आकलन किया, अंडकोष के व्यास का मूल्यांकन किया और इस दौरान रक्त परीक्षण किया।
पंद्रहवें दिन तक, यह पता चला कि चूहों का समूह जिन्होंने केवल फ़िज़ी पेय पदार्थों का सेवन किया था, "काफी बढ़ गए थे।" इसके अलावा, यह पता चला कि पेय की बड़ी खुराक वाले नर चूहों ने टेस्टोस्टेरोन स्राव में सुधार किया था। शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि ऐसा करने से पुरुष प्रोस्टेट समस्याओं को रोकने में मदद मिल सकती है।

अध्ययन के लेखकों ने लिखा, "परिणाम ने पेप्सी या कोका-कोला की एक उच्च खुराक का प्रदर्शन वृषण वृद्धि और विकास को बढ़ावा दे सकता है।" बढ़े हुए अंडकोष के आकार के अलावा, शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि "पेप्सी-कोला और कोका-कोला उपचार के बाद सभी चूहों में सीरम टेस्टोस्टेरोन की सांद्रता को बढ़ाया गया था," जो "संकेत देता है कि पेप्सी और कोका-कोला की उच्च खुराक नर चूहों की टेस्टोस्टेरोन स्राव में सुधार कर सकती है।

निष्कर्ष : टेस्टोस्टेरोन स्राव में वृद्धि हो सकती है ( Increase testosterone secretion)

शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष में पाया कि कोका-कोला और पेप्सी-कोला पीने से वृषण विकास को बढ़ावा मिल सकता है, टेस्टोस्टेरोन स्राव में वृद्धि हो सकती है, सीरम ईजीएफ सांद्रता में वृद्धि हो सकती है । अध्ययन लेखकों ने लिखा, "हमारे निष्कर्षों ने (कार्बोनेटेड पेय पदार्थों) के प्रभावों और मनुष्यों के विकास और प्रजनन कार्यों पर उनके तंत्र को पूरी तरह से समझने के लिए वैज्ञानिक आधार प्रदान किया, लेकिन प्रोस्टेट डिसफंक्शन और कैंसर को रोकने के लिए भी लाभ मिलता है।

सोडा और प्रजनन क्षमता (soda and fertility)

शोधकर्ताओं के मुताबिक़ सोडा और प्रजनन क्षमता के बीच संबंध पर और अधिक शोध किए जाने की आवश्यकता है। इस तरह के एक पिछले अध्ययन में 2,500 पुरुषों का एक सर्वेक्षण शामिल है, जिसमें सुझाव दिया गया है कि शुक्राणु की मात्रा 30 प्रतिशत कम हो जाती है, जब हर दिन एक लीटर कार्बोनेटेड पेय का सेवन किया जाता है। एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि कार्बोनेटेड पेय हार्मोन में परिवर्तन से जुड़े होते हैं जो ओव्यूलेशन को प्रभावित करते हैं। उन्होंने कार्बोनेटेड पेय पदार्थों के अत्यधिक सेवन से जुड़े संभावित स्वास्थ्य जोखिमों को भी स्वीकार किया, जैसे मोटापा, हृदय रोग और टाइप 2 मधुमेह।

हालाँकि इस अध्ययन के लिए मानव शरीर पर कोला के प्रभावों पर व्यापक शोध की आवश्यकता है। अध्ययन के लेखकों के अनुसार, उनके निष्कर्षों ने "मानव विकास और प्रजनन प्रक्रियाओं पर पूरी तरह से प्रभाव और उनके तंत्र को समझने के लिए वैज्ञानिक आधार दिया। सोडा और प्रजनन क्षमता के बीच संबंध साबित करने के लिए अतिरिक्त शोध की आवश्यकता को भी संबोधित किया गया।

Preeti Mishra

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