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Tourette Syndrome: गाली बकने की आदत - टॉरेट सिंड्रोम का संकेत

Tourette Syndrome: हैदराबाद के अपोलो अस्पताल के एक न्यूरोलॉजिस्ट सुधीर कुमार ने कहा, एक महीने पहले, लड़के में अन्य लक्षण विकसित हुए, जैसे कि बार बार गला साफ़ करना, अपने कंधे सिकोड़ना, अपनी आँखें झपकाना वह इन पर भी नियंत्रण नहीं कर पा रहा था। ये लक्षण अपेक्षाकृत सामान्य बीमारी के लक्षण हैं।

Yogesh Mishra
Published on: 19 April 2023 12:49 AM IST (Updated on: 18 April 2023 12:50 PM IST)

Tourette Syndrome: आप ने बहुत से ऐसे लोग देखे होंगे , जो बात बात में गाली बकने लगते हैं। अंड बंड कहने लगते हैं। किसी को कुछ भी कह सकते हैं। और ऐसा करने के बाद खुद वो राहत महसूस करते हैं। वह बेचैन नहीं होते हैं। आप को जानकर आश्चर्य होगा कि यह उनकी आदत नहीं , उनकी बीमारी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह मस्तिष्क की एक ऐसी स्थिति की वजह से भी होता है जिसे ‘टॉरेट सिंड्रोम’ (टीएस) कहा जाता है।

मस्तिष्क की क्षति

‘टॉरेट सिंड्रोम’ मस्तिष्क के भीतर ‘अमिगडाला’ क्षेत्र की क्षति के कारण होता है। ‘अमिगडाला’ मस्तिष्क का वह क्षेत्र है जो आमतौर पर क्रोध और आक्रामकता को कम करता है। लेकिन किसी क्षति के परिणामस्वरूप क्रोध को नियंत्रित करने में असमर्थता हो सकती है, जिसमें मौखिक आक्रामकता, गाली बकना, कोसना और अश्लील भाषा का उपयोग करना शामिल है।

हैदराबाद के एक डॉक्टर ने बताया है कि ‘टीएस’ से पीड़ित एक बधिर व्यक्ति ने ‘टॉरेट’ के दौरान सांकेतिक भाषा में गालियाँ देना शुरू कर दिया। टॉरेट सिंड्रोम 1 फीसदी बच्चों को प्रभावित कर सकता है। बार-बार अश्लील शब्दों और इशारों का इस्तेमाल करने वाले एक 14 वर्षीय किशोर के इलाज के बारे में अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वह लड़का आम तौर पर अच्छा व्यवहार करता था । लेकिन पिछले छह महीनों में उसके भीतर भारी बदलाव हुआ। उसके अनुचित शब्दों के प्रयोग के कारण लड़के के माता-पिता को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता था। डॉक्टर ने कहा कि यह लड़का यह जानता था कि वह अभद्र व्यवहार कर रहा है। परंतु उसके सामने अपने अभद्र व्यवहार पर नियंत्रण करने की कोई स्थिति नहीं थी। कोई शक्ति या सामर्थ्य नहीं थी।

हैदराबाद के अपोलो अस्पताल के एक न्यूरोलॉजिस्ट सुधीर कुमार ने कहा, एक महीने पहले, लड़के में अन्य लक्षण विकसित हुए, जैसे कि बार बार गला साफ़ करना, अपने कंधे सिकोड़ना, अपनी आँखें झपकाना वह इन पर भी नियंत्रण नहीं कर पा रहा था। ये लक्षण अपेक्षाकृत सामान्य बीमारी के लक्षण हैं।

टॉरेट सिंड्रोम नर्व यानी स्नायु तंत्र का विकार है। 100 में से 1 बच्चे में टीएस का निदान किया जाता है। इसमें टिक्स यानी तेजी से मांसपेशियों की गति भी देखी जाती है, जिसे नियंत्रित करना मुश्किल होता है। इसके लक्षणों में अश्लील इशारे करना, जुनूनी व्यवहार, मुंह बनाना/आँख मारना, कंधा उचकाना, बार बार गला साफ करना, चिल्लाना आदि शामिल हैं। ये रोग क्यों होता है इसका कारण अज्ञात है। इस अवस्था का कोई इलाज भी नहीं है। लेकिन यह ज़रूर देखा गया है कि किशोरावस्था के दौरान 20 वर्ष की आयु में तमाम लोगों में यह लक्षण स्वत: ख़त्म हो जाता है। या बहुत कम हो जाता है। अगर आप किसी ऐसे आदमी को जानते हों, जो बात बात पर गाली बकता हो, जो कुछ भी कह देता हो, , जिसका व्यवहार अनियंत्रित हो, तो आप उसे इसलिए माफ़ कर दें कि वह किसी बीमारी का शिकार है। यह उसकी आदत नहीं है।



Yogesh Mishra

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