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Baby Health: भूलकर भी बच्चों को न लगाएं टैल्कम पाउडर, इससे बढ़ रहा उनमे कैंसर का खतरा

Baby Health: अगर आप भी अपने बच्चों को टैल्कम पाउडर लगतीं हैं तो सावधान हो जाइये इससे उनमे कैंसर का खतरा बढ़ रहा है। आइये जानते हैं कि इसके लिए आप किन बातों का विशेष ध्यान रखें।

Shweta Srivastava
Published on: 17 Jun 2024 6:38 AM GMT
Baby Health
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Baby Health (Image Credit-Social Media)

Baby Health: अक्सर गर्मी के मौसम में बच्चों को टैल्कम पाउडर (Talcum Powder) खूब लगाया जाता है जिससे पसीना न आये और फ्रेशनेस बनी रहे। लेकिन अनजाने में आप इससे कुछ बेहद खतरनाक मुसीबत को दावत दे रहीं हैं। आइये जानते हैं कि बच्चों को टैल्कम पाउडर लगते समय आपको किन बातों का विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है।

बच्चों को टैल्कम पाउडर लगाने से पहले याद रखें ये बातें (Remember These Points Before Applying Talcum Powder to Kids)

अगर आप भी अपने बच्चों को नहाने के बाद टैल्कम पाउडर लगते हैं तो सावधान हो जाइये क्योंकि इससे कैंसर का खतरा बढ़ रहा है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप किन बातों का ख्याल रखकर इस खतरे तो टाल सकते हैं।

गर्मी के मौसम में जहाँ पसीना खूब आता है वहीँ मार्केट में कई तरह के ब्रांड्स हैं तो टैल्कम पाउडर द्वारा इससे बचाव के तरीके बताते हैं। वहीँ छोटे बच्चों को भी इसीलिये टैल्कम पाउडर लगा दिया जाता है जिससे उन्हें गर्मी में पसीना न आये और उन्हें तरोताज़ा महसूस हो। लेकिन रिसर्च में एक चौकाने वाली बात सामने आई है कि टैल्कम पाउडर में मौजूद कुछ केमिकल कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। जो बच्चों के लिए सबसे ज़्यादा खतरनाक साबित हो रहे हैं।

आपको बता दें कि रिसर्च के अनुसार टैल्कम पाउडर में एक तत्व डाला जाता है जिसे एस्बेस्टस कहा जाता है, जो कैंसर (Cancer) के खतरे को बढ़ा देता है। साथ ही ये बच्चों के लिए बेहद नुकसानदायक होता है। आइये जानते हैं एक्सपर्ट्स इस बारे में क्या अपनी राय रखते हैं और ये कैसे इतना खतरनाक हो सकता है।

खतरनाक होता है टैल्कम पाउडर (Talcum Powder May Causes Cancer)

टैल्कम पाउडर में मौजूद एक ऐसा खनिज जिसे धरती से निकाला जाता है.उसे हम टैल्क कहते हैं। इसे टैल्कम पाउडर में मिलाया जाता है ये नमी सोखने और घर्षण को कम करता है। ऐसे में कॉस्मेटिक कंपनियां इसका इस्तेमाल बेबी पाउडर, आईशैडो, फेस पाउडर और कई अन्य इसी तरह की चीज़ों में करतीं हैं।

इतना ही नहीं टैल्कम पाउडर में एक और हानिकारक तत्व पाया जाता है और वो है एस्बेस्टस जिसे टैल्क की तरह ही धरती से निकाला जाता है। लेकिन अगर यही एस्बेस्टस सांस लेने पर शरीर के अंदर चला जाये तो कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। यही वजह है कि डॉक्टर्स इस तरह के सभी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कम करने या ध्यान से करने की सलाह देते हैं।

इसके अलावा वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन ने भी एक रिसर्च में कहा है कि टैल्कम पाउडर कार्सिनोजेनिक यानी कि कैंसर पैदा करने वाली चीजों में शामिल किया जाता है। दरअसल एक्सपर्ट्स की माने तो टैल्कम पाउडर में मौजूद कई तत्त्व और टैल्क के कुछ कण ओवेरियन कैंसर के जोखिम को भी बढ़ा सकते हैं। वहीँ अगर किसी बच्चे के टैल्कम पाउडर के कण सांस के द्वारा शरीर में प्रवेश कर जाते हैं तो इससे फेफड़ों और श्वसन संबंधी कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

एक्सपर्ट्स का मानना है कि यूँ तो टैल्कम पाउडर और कैंसर के बीच का संबंध 100% स्पष्ट नहीं है, लेकिन इससे दूर रहने की सलाह भी डॉक्टर्स देते हैं। उनका मनना है कि अगर आपको टैल्कम पाउडर लगाना भी है तो बच्चों के लिए नॉन कॉस्मेटिक पाउडर (Non Cosmertic Powder) को ही इस्तेमाल करीये। साथ ही बच्चों को पाउडर लगते समय याद रखिये कि आप इसे उनके मुँह पर तो बिलकुल न लगाएं।

नोट: इस आर्टिकल में दी गयी सभी जानकारी विशेषज्ञों की सलाह पर आधारित है। न्यूज़ट्रैक इसकी प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।

Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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