TRENDING TAGS :
Benefits of Bhujangasana:भुजंगासन करने से सेहत को होता है जबरदस्त फायदा
Benefits of Bhujangasana: स्वस्थ शरीर के लिए सही खानपान और लाइफस्टाइल की जरूरत होती है। साथ ही एक्सरसाइज और योगा से भी शरीर को हेल्दी बना सकते हैं।
Benefits of Bhujangasana: स्वस्थ शरीर के लिए सही खानपान और लाइफस्टाइल की जरूरत होती है। साथ ही एक्सरसाइज और योगा से भी शरीर को हेल्दी बना सकते हैं। योग के कई आसन हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। इन्हीं में से एक है भुजंगासन। इस योग से सेहत को बहुत फायदा मिलता है। तो आइए जानते हैं भुजंगासन योगासन करने के फायदे
वजन कम
अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो भुजंगासन करें। वेट लॉस करने के लिए भुजंगासन बहुत अच्छा विकल्प है। दरअसल भुजंगासन पेट की मांसपेशियों में खिंचाव पैदा करता है, जिससे बढ़े हुए पेट को कम करने में मदद मिलता है। खासकर यह आसन उन महिलाओं के लिए फायदेमंद हैं जो अपनी पेट की चर्बी कम करना चाहती हैं। अगर आपको वजन कम करना है तो भुजंगासन करें।
फेफड़ों को करें मजबूत
अगर आप lungs से जुड़ी समस्या से गुजर रहें हैं तो आपको भुजंगासन करना चाहिए। यह आपको काफी फायदा देगा। फेफड़ों को मजबूती प्रदान करने के मामले में भुजंगासन सहायक है। दरअसल इस आसन में सांस लेने की प्रक्रिया का अभ्यास फेफड़ों को मजबूती प्रदान करने में मदद कर सकता है। इसलिए अगर आपको फेफड़ों से जुड़ी शिकायत हैं तो इस आसन को जरूर करें। आपको लाभ मिलेगा।
साइटिका और अस्थमा में फायदेमंद
अगर आपको साइटिका की समस्या और अस्थमा की समस्या है तो आप भुजंगासन कर सकते हैं। इससे आपको राहत मिलेगी। दरअसल इस आसन से साइटिका के दर्द में आराम पहुंचता है। साथ ही यह अस्थमा के लक्षणों को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। लेकिन इस आसन को करने से पहले आपको डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए।
पीठ और रीढ़ के लिए बेहतर
अगर आपको पीठ या रीढ़ से जुड़ी परेशानी है तो आप भुजंगासन कर सकते हैं। दरअसल यह आसन आपकी पीठ की मांसपेशियों को स्वस्थ रखने के लिए बहुत फायदेमंद है। रीढ़ की हड्डी को मजबूत और लचीला बनाने के लिए इस आसन को किया जा सकता है। यह आसन आपकी शरीर और रीढ़ की नसों को टोन करता है। साथ ही इस आसन से पाचन, लीवर और किडनी के लिए भी लाभदायक होता है।
जानें भुजंगासन करने का तरीका
भुजंगासन करने के लिए सबसे पहले एक मैट बिछा लें।
अब पेट के बल लेट जाएं और हाथों को सिर के दोनों तरफ रखें और माथे को जमीन से टिकाएं। ध्यान रखें इस दौरान अपने पैरों को तना हुआ और इनके बीच थोड़ी दूरी रखनी है।
अब अपनी हथेलियों को अपने कंधों के बराबर में लाएं।
फिर लंबी गहरी सांस भरते हुए हाथों से जमीन की ओर दबाव डालते हुए, नाभि तक शरीर को ऊपर उठाने का प्रयास करें।
आपको सबसे पहले मस्तक, फिर छाती और आखिर में नाभि वाले हिस्से को ऊपर उठाना होगा।
इस पोजीशन में रहकर ऊपर ओर देखें और इस पोजीशन में कुछ देर ठहरें।
इस दौरान अपने शरीर का भार दोनों हाथों पर बराबर बनाएं रखें।
फिर पहली अवस्था में आ जाएं। इसे रोजाना दस बार जरूर करें।