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Bra Side Effects: क्या रात में ब्रा न पहनकर सोने से नहीं होता ब्रेस्ट कैंसर? जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ

Bra Side Effects: अगर आप भी रात को ब्रा पहनकर सोतीं हैं तो ये खबर आपके लिए बेहद ज़रूरी है, आइये जानते हैं क्या ये एक वजह हो सकती है ब्रेस्ट कैंसर की और इसको लेकर क्या क्या भ्रांतियां लोगों के मन में रहतीं हैं।

Shweta Srivastava
Published on: 29 Jun 2024 6:30 PM IST
Breast Cancer
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Breast Cancer (Image Credit-Social Media)

Bra Side Effects: महिलाएं अक्सर अपने से जुड़ी कई बातों को लेकर काफो कन्फूशन में रहतीं हैं। ऐसे में जहाँ कुछ महिलाएं रात को बिना ब्रा के सोने में सहज महसूस करतीं हैं वहीँ कुछ इसे पहनकर सोने में ज़्यादा आराम का अनुभव करतीं हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आपके स्वास्थ के लिए क्या सही है। वहीँ ब्रेस्ट कैंसर के बढ़ते मामलों को लेकर उनमे ये भी एक चिंता का विषय है कि क्या रात को ब्रा पहन के सोने से ब्रेस्ट कैंसर होने की सम्भावना अधिक हो सकती हैं? आइये विस्तार से जानते हैं।

कई विशेषज्ञों का मानना है कि अगर महिलायें इसमें सहज महसूस करतीं हैं तो सोते समय ब्रा पहनने में कोई बुराई नहीं है। ब्रा पहनकर सोने से आपके स्तन सुडौल नहीं बनेंगे या उनमें ढीलापन नहीं आएगा। और यह स्तनों को बढ़ने से नहीं रोकेगा या स्तन कैंसर का कारण नहीं बनेगा।

कुछ महिलाएं बिस्तर पर ब्रा पहनना चाहती हैं क्योंकि ये उन्हें अधिक आरामदायक लगता है। आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प हल्की ब्रा का चुनाव है। कुछ कैमिसोल-स्टाइल पायजामा टॉप बिल्ट-इन ब्रा के साथ भी आते हैं। लेकिन ध्यान रहे जिस ब्रा को आप सोने के लिए चुनें वह बहुत टाइट नहीं होनी चाहिए या ऐसे हिस्से नहीं होने चाहिए जो अंदर घुस जाएं। असुविधाजनक ब्रा से सोना मुश्किल हो सकता है या आपके स्तनों में जलन भी हो सकती है। लेकिन कुछ लोगों के मन में अभी भी इसको लेकर कुछ भ्रांतियां हैं। आइये जानते हैं क्या हैं ये भ्रांतियां।

मिथक 1: ब्रा पहनकर सोने से स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है

डॉक्टर्स का कहना है कि ब्रा पहनकर सोने से स्तन कैंसर का खतरा नहीं बढ़ता है। अमेरिकन एसोसिएशन फॉर कैंसर रिसर्च में प्रकाशित एक अध्ययन में इस बात का कोई सबूत नहीं मिला कि ब्रा पहनने का कोई भी पहलू स्तन कैंसर के खतरे से जुड़ा है।

मिथक 2: ब्रा पहनने से स्तन ढीले नहीं पड़ते

कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण इस दावे का समर्थन नहीं करता है कि ब्रा पहनने से स्तनों का ढीलापन रुकता है। स्तन ढीलापन एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो उम्र, आनुवंशिकी और समग्र स्तन ऊतक लोच जैसे कारकों से प्रभावित होती है। हालाँकि, विशेषज्ञ कहते हैं, “ब्रा न पहनने से लोचदार ऊतकों के कारण स्तन ढीले हो सकते हैं। इसलिए, स्तनों को पूर्ण और उचित समर्थन देने के लिए ब्रा अवश्य पहननी चाहिए।

मिथक 3: अंडरवायर ब्रा से स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है

अंडरवायर ब्रा को स्तन कैंसर के बढ़ते खतरे से जोड़ने वाला कोई सिद्ध शोध नहीं है। लेकिन ऐसे दावे किए गए हैं कि अंडरवायर ब्रा पसीने को निकलने में बाधा डालती है और विषाक्त पदार्थ जमा होने का कारण बनती है, हालांकि, राष्ट्रीय स्तन कैंसर फाउंडेशन के अनुसार, किसी भी चिकित्सा प्रमाण ने इसका समर्थन नहीं किया है।

मिथक 4: काली ब्रा पहनने से कैंसर होता है

डॉक्टर्स के अनुसार, “काली ब्रा से कैंसर का खतरा नहीं होता या इसके होने के आसार भी नहीं बढ़ते। कोई भी बिना किसी झिझक के किसी भी रंग की ब्रा चुन सकता है।”

क्यों ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ने लगता है

ब्रेस्ट कैंसर विभिन्न कारकों से प्रभावित एक जटिल बीमारी है। यह महिलाओं में होने वाले सबसे आम कैंसरों में से एक है, जिससे 2020 में वैश्विक स्तर पर 6.8 लाख लोगों की मौत हुई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि लगभग आधे स्तन कैंसर महिलाओं में होते हैं, जिनमें लिंग और उम्र के अलावा कोई विशिष्ट जोखिम कारक नहीं होता है। पहनी गई ब्रा के रंग या प्रकार को स्तन कैंसर के जोखिम कारक के रूप में पहचाना नहीं गया है।

डॉक्टर्स के अनुसार कुछ ऐसे कारण हैं जो ब्रेस्ट कैंसर होने के जोखिम को बढ़ा देते हैं। आइये इनके बारे में जानते हैं।

  • महिलाओं के अलावा पुरुषों को भी स्तन कैंसर हो सकता है
  • बढ़ती उम्र; सबसे आम आयु वर्ग 50 वर्ष से अधिक है, लेकिन युवा महिलाओं को हाल ही में दर्द रहित गांठ की शुरुआत के बारे में जागरूक होने की आवश्यकता है
  • बिना पर्यवेक्षित हार्मोन थेरेपी
  • मोटापा
  • धूम्रपान और शराब का सेवन

इसकी चपेट में ना आएं इसके लिए कुछ तरह की आदतों को अपनाया जा सकता है। जिससे इसके जोखिम को कम किया जा सकता है। जैसे - कैंसर के जोखिम कारकों पर ध्यान देना और नियमित स्तन स्व-परीक्षण करना, नैदानिक ​​​​स्तन परीक्षण और मैमोग्राम कराना महत्वपूर्ण है। ये स्तन कैंसर का शीघ्र पता लगाने और जांच करने के लिए महत्वपूर्ण उपकरण हैं। अगर आपको स्तन स्वास्थ्य या स्तन कैंसर के बारे में चिंता है, तो हमेशा डॉक्टर से परामर्श करने की सलाह दी जाती है।



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Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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