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अपनी याददाश्त को बनाना है तेज, तो भोजन में करें इनका भी इस्तेमाल

seema
Published on: 11 Jan 2019 10:10 AM GMT
अपनी याददाश्त को बनाना है तेज, तो भोजन में करें इनका भी  इस्तेमाल
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अपनी याददाश्त को बनाना है तेज, तो भोजन में इनका भी करें इस्तेमाल

नई दिल्ली : याददाश्त बनाये रखने के लिए बादाम को काफी उपयोगी माना जाता है। बादाम में मौजूद पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, मैगनीज, कॉपर और राइबोफ्लाविन आदि अल्जाइमर और अन्य मस्तिष्क संबंधी रोगों को दूर करने में मदद करते हैं। रात को पांच बादाम भिगोकर रख दें। सुबह उठकर उनका सेवन करने से दिमाग तेज होता है।

द्वमांसाहारी लोगों के लिए मछली का सेवन दिमाग के लिए बहुत ही बढिय़ा माना जाता है। मछली में भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मौजूदगी के कारण इसे ब्रेन फूड भी कहा जाता है। मछली याददाश्त और एकाग्रता में बहुत फायदेमंद होती है।

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जामुन भी गुणों से भरपूर होता है, इसमें आपकी स्मरण शक्ति को तेज करने की पूरी क्षमता होती है। इसमें मौजूद एंथोसाइनिंस व फीसेटिन जैसे फिटोकेमिकल याददाश्त की क्षमता तेज करते हैं।

अंडा भी याददाश्त को बनाये रखने और स्मरण शक्ति को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। खासकर इसका पीला हिस्सा तो मस्तिष्क के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसमें विटामिन बी एवं ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो आपके दिमाग को दुरुस्त रखता है। इसके अलावा अंडे में लेसीथीन और सेलेनियम आदि भी पाये जाते है जो मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं।

डार्क चॉकलेट से भी याददाश्त दुरुस्त रहती है एवं दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ती है। डार्क चॉकलेट में एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते है, जो दिमाग में रक्त संचार को ठीक रखते हैं। डार्क चॉकलेट खाने से बढ़ती उम्र में भी दिमाग को ठीक रख पाने में मदद मिलती है। लेकिन इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिये।

याददाश्त को बनाये रखने के लिए पालक सर्वोत्तम आहार माना जाता है। पालक में विटामिन बी 9 प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिसे फोलेट या फोलिक एसिड के नाम से भी जाना जाता है। इसी विटामिन की कमी के कारण मस्तिष्क संबंधी विकार उत्पन्न होने लगते हैं। इसके अलावा दिमाग के लिए जरूरी और फायदेमंद ओमेगा-3 फैटी एसिड की प्रचुर मात्रा पालक में होती है। इसके सेवन से याददाश्त, तर्क करने की शक्ति एवं एकाग्रता बढ़ती है।

अखरोट तीन दर्जन से भी अधिक न्यूरॉन ट्रांसमीटर को बनाने में मदद करता है। यह मस्तिष्क प्रक्रिया के लिए बहुत जरूरी होते हैं। साथ ही अखरोट में एंटीऑक्सीडेंट व विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं। एंटीऑक्सीडेंट शरीर में मौजूद प्राकृतिक रसायनों को नष्ट होने से रोककर रोगों की रोकथाम करते हैं। इसमें उच्च मात्रा में प्रोटीन मौजूद होता है। रोजाना अखरोट के सेवन से याददाश्त बढ़ती है।

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सीमा शर्मा लगभग ०६ वर्षों से डिजाइनिंग वर्क कर रही हैं। प्रिटिंग प्रेस में २ वर्ष का अनुभव। 'निष्पक्ष प्रतिदिनÓ हिन्दी दैनिक में दो साल पेज मेकिंग का कार्य किया। श्रीटाइम्स में साप्ताहिक मैगजीन में डिजाइन के पद पर दो साल तक कार्य किया। इसके अलावा जॉब वर्क का अनुभव है।

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