AirPods Se Hone Wale Nuksan: एयरपॉड्स से होता है ब्रेन ट्यूमर? अभी हो जाएं सतर्क

AirPods Side Effects: कई वैज्ञानिक चेतावनी दे चुके हैं कि एयरपॉड्स का इस्तेमाल करने की वजह से ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumor) और कैंसर (Cancer) जैसी बीमारी हो सकती है।

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Newstrack Network
Published on: 23 July 2024 5:52 AM GMT
AirPods Se Hone Wale Nuksan: एयरपॉड्स से होता है ब्रेन ट्यूमर? अभी हो जाएं सतर्क
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AirPods (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Side Effects Of Excessive Use Of AirPods: आजकल स्मार्टफोन और स्मार्टवॉच की तरह एयरपॉड्स (AirPods) भी ज्यादातर लोगों के लिए जरूर गैजेट बन गया है। गाना सुनने से लेकर फिल्में व टीवी देखने, ट्रैवल करते हुए, कॉलिंग और मीटिंग्स के लिए लोग एयरपॉड्स का जमकर इस्तेमाल करते हैं। खासकर, युवा पीढ़ी इस वायरलेस गैजेट (Wireless Gadgets) को ज्यादा यूज करती है। ज्यादा समय के लिए कानों में एयरपॉड्स को लगाए रखने से कई नुकसान (AirPods Side Effects) हो सकते हैं। क्योंकि एयरपॉड्स या इस तरह के गैजेट्स से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन निकलता है। कई वैज्ञानिक ऐसी भी चेतावनी दे चुके हैं कि एयरपॉड्स का इस्तेमाल करने की वजह से ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumor) और कैंसर (Cancer) जैसी बीमारी हो सकती है। लेकिन कई शोध में इस बात को खारिज भी कर दिया गया है। आइए जानते हैं क्या सच में एयरपॉड्स से कैंसर का खतरा होता है?

एयरपॉड्स से कैंसर का फुलप्रूव प्रमाण नहीं

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

ऐसी खबरें अक्सर सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल होती रहती हैं कि एयरपॉड्स का इस्तेमाल करने की वजह से ब्रेन ट्यूमर और कैंसर जैसी बीमारी हो सकती है। लेकिन इसमें कितनी सच्चाई होती है। इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर के अनुसार, स्मार्टफोन और वायरलेस डिवासेज से कैंसर का जोखिम हो सकता है, लेकिन अब तक इस बात का कोई फुलप्रूव प्रमाण नहीं है। कई वैज्ञानिक इस तरह की खबरों को नकार चुके हैं। कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एयरपॉड्स के ब्लूटूथ से जो रेडियो फ्रीक्वेंसी विकिरण आता है, वो किसी भी तरह के ब्रेन ट्यूमर या कैंसर की वजह नहीं बन सकता है।

एयरपॉड्स से होने वाले नुकसान

लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि एयरपॉड्स के इस्तेमाल से आपको किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हो सकता। एयरपॉड्स को अधिक समय तक यूज करने से कानों को नुकसान पहुंच सकता है। लगातार 5 से 6 घंटों तक एयरपॉड्स का इस्तेमाल करने के चलते कानों में दर्द और सूजन जैसी समस्याएं होने की संभावनाएं रहती हैं। वहीं, अगर आप एयरपॉड्स से 85 डेसीबल की आवाज से ज्यादा ध्वनि में सुनते हैं तो इससे कान के आंतरिक हिस्से का हेयर सेल्स डैमेज हो सकता है। साथ ही इससे सुनने की क्षमता भी जा सकती है। ऐसे में सही रहेगा कि आप इन गैजेट्स का कम से कम इस्तेमाल करें और अगर यूज कर भी रहे हैं तो ये ध्यान रखें कि लंबे समय तक इन गैजेट्स का इस्तेमाल न करें।

Shreya

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