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Cataract Causes: इन 4 कारणों से हो सकते हैं मोतियाबिंद के शिकार
Cataract Causes:भारत में 74% लोग मोतियाबिंद के शिकार हैं।इनमें से ज्यादातर लोगों की उम्र 60 साल से अधिक है।हर साल भारत में मोतियाबिंद के 20 लाख से भी ज्यादा नए मामले सामने आते हैं।
Cataract Causes: भारत में 74% लोग मोतियाबिंद के शिकार हैं। इनमें से ज्यादातर लोगों की उम्र 60 साल से अधिक है। हर साल भारत में मोतियाबिंद के 20 लाख से भी ज्यादा नए मामले सामने आते हैं। हालांकि मोतियाबिंद की शिकायत ज्यादातर 40 वर्ष के बाद देखने को मिलती है। मोतियाबिंद की शिकायत तब होती है जब आंखों के लेंस में धुंधलापन छा जाता है।
मोतियाबिंद की समस्या होने पर सूरजमुखी के बीज, बादाम, पालक, गाजर आदि का सेवन करना लाभकारी है। जितना हो सके विटामिन ए युक्त आहार का सेवन करना चाहिए। गाजर, पालक, आंवला आदि को अपनी डाइट में शामिल करें। साथ ही जब भी धूप में जाएं धूप का चश्मा जो सूर्य की UV किरणों को ब्लॉक कर सकें, ऐसा चश्मा पहन कर बाहर निकलें। दरअसल मोतियाबिंद होने पर मरीज को कोई भी चीज साफ नजर नहीं आती है। आइए जानते हैं मोतियाबिंद होने के 4 कारण
डायबिटीज
मोतियाबिंद होने का एक कारण डायबिटीज है। अगर आपको डायबिटीज की समस्या है तो आप मोतियाबिंद के शिकार हो सकते हैं। मोतियाबिंद डायबिटीज में होने वाली सबसे आम बीमारी है। दरअसल 65 साल से कम उम्र के डायबिटीज मरीज में मोतियाबिंद होने का खतरा बाकियों के मुकाबले 4 गुना ज्यादा होता है। डायबिटीज के मरीज को मोतियाबिंद की शिकायत बहुत जल्दी हो जाती है। ऐसे में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना चाहिए।
ध्रूमपान
मोतियाबिंद होने का कारण ध्रूमपान भी है। ध्रूमपान करना सेहत के लिए हानिकारक है। ऐसे में अगर आपको ध्रूमपान करने की लत है तो इसे छोड़ दें क्योंकि ध्रूमपान करने से आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। जिसके कारण आप मोतियाबिंद के भी शिकार हो सकते हैं। दरअसल सिगरेट के संपर्क में आने वाले लोगों में दूसरों के मुकाबले मोतियाबंद होने का खतरा ज्यादा होता है। इसलिए स्मोकिंग की आदत को छोड़ देना चाहिए।
जेनेटिक कारण
अगर आपके परिवार में किसी को मोतियाबिंद की शिकायत रही होगी तो आपको भी यह समस्या हो सकती है क्योंकि मोतियाबिंद का जेनेटिक कनेक्शन भी होता है। दरअसल परिवार में अगर आपके माता पिता को मोतियाबिंद की समस्या हैं तो आपको भी यह समस्या हो सकती है।
बढ़ती उम्र
बढ़ती उम्र में मोतियाबिंद की समस्या सबसे ज्यादा होने लगती है। जब आपको धुंधला नजर आने लगे या रात में कम दिखाई देने की समस्या होने लगे तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यह मोतियाबिंद के लक्षण भी हो सकते हैं। शुरुआती समय में डॉक्टर से संपर्क कर अगर उस बीमारी का इलाज करा लेते हैं तो यह ठीक हो सकती है लेकिन अगर इलाज कराने में थोड़ी भी देरी हुई तो आपको सर्जरी का सहारा लेना पड़ेगा। इसलिए बढ़ती उम्र में अपनी आंखों की देखभाल जरूर करना चाहिए।
शराब का सेवन
शराब का सेवन भी मोतियाबिंद का कारण है। अगर आपको शराब पीने की लत हैं तो इसको बदल डालें क्योंकि यह आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं है। साथ ही अधिक मात्रा में शराब का सेवन मोतियाबिंद की समस्या को बढ़ाने में मदद करता है। शराब का सेवन आंख के साथ साथ लीवर और किडनी के लिए भी खतरनाक है। इसलिए शराब का सेवन ना करें।