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Cervical Pain Symptoms: हर दूसरा मरीज सर्वाइकल पेन-कमर दर्द पीड़ित, आइये जाने एक्सपर्ट से राय

Cervical Pain Symptoms: सवाईकल पेन के लिए जहां एक ही हाल में देर तक मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटाप पर काम करने को कारण बताया जा रहा है।

Kaushlendra Pandey
Published on: 22 Nov 2023 12:58 PM GMT
Dr Sanjay Kumar Singh MD Homeopathy Sonbhadra
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Dr Sanjay Kumar Singh MD Homeopathy Sonbhadra

Cervical Pain Symptoms: देर रात तक जगना, सुबह देर से उठना, फिजिकल वर्क न के बराबर करना सेहत पर खासा भारी पड़ता जा रहा है। सबसे ज्यादा दिक्कत युवाओं को हो रही है। भागदौड़ भरी जिंदगी में जब उनका शरीर पूरे दिन ऊर्जा से भरा होना चाहिए, तब उन्हें अस्पतालों का चक्कर काटना पड़ रहा है। हालत यह हो गई है कि फिजियोथिरेपी सेंटरों पर पहुंचने वाला हर दूसरा मरीज सर्वाइकल पेन से पीड़ित मिल रहा है। कमर दर्द की समस्या को लेकर पहुंचने वालों की संख्या भी अच्छी खासी है।

भागदौड़ भरी जीवनशैली और फिजिकल वर्क के साथ ही व्यायाम से दूरी ने लोगों को युवा उम्र में ही तरह-तरह की बीमारियों का शिकार बनाना शुरू कर दिया है। मोबाइल, कंप्यूटर और लैपटाप पर ज्यादा से ज्यादा काम और बाइक से देर तक सफर की बढ़ती प्रवृत्ति लोगों को सवाईकल पेन का शिकार तो बना ही रही है, कमर दर्द का भी मरीज बनाती जा रही है। जिले के दूसरे फिजियोथिरेपी सेंटरों, अस्पतालों में पहुंचने वालों मरीजों की संख्या छोड़ दें तो महज जिला मुख्यालय स्थित 50 बेड वाले आयुष अस्पताल में ही, सर्वाइकल पेन और कमर दर्द की शिकायत लेकर पहुंचने वाले मरीजों की तादाद अच्छी-खासी है। आंकड़े बताते हैं कि जिला मुख्यालय स्थित शहर से चार किमी दूर तथा हाइवे से इतर मार्ग पर होने के बावजूद यहां रोजाना 20 से 22 मरीज फिजियोथिरैपी कराने पहुंच रहे हैं। इसमें जहां 8 से 10 की संख्या सवाईकल पेन से पीड़ित लोगों की रह रही है। वहीं, शेष में कमर दर्द वालों की बहुलता है।

सड़कों पर गड्ढे, ब्रेकर, बाइकों के पावर ब्रेक बना रहे कमर दर्द के मरीज

सवाईकल पेन के लिए जहां एक ही हाल में देर तक मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटाप पर काम करने को कारण बताया जा रहा है। वहीं, सड़कों पर बने गड्ढे और जहां-तहां बेतरतीब ब्रेकर लोगों को कमर दर्द का मरीज तो बना ही रहे हैं, तेज रफ्तार वाली बाइकों के पावर ब्रेक भी युवाओं की कमर को खासा झटका दे रहे हैं। फिजियोथिरेपिस्ट राकेश सिंह कहते हैं कि पावर ब्रेक वाली बाइकें जहां युवाओं की पहली पसंद बनी हुई हैं। वहीं, फिजिकल वर्क न करने के कारण, यह पावर ब्रेक तेज रफ्तार बाइक को झटके से रोकने के साथ ही, युवाओं को कमर दर्द का मरीज बनाते जा रहे हैं। सर्वाइकल पेन और कमर दर्द दोनों से बचाव के लिए जरूरी है कि रोजाना सुबह व्यायाम, मार्निक वाक या फिर किसी न किसी फिजिकल वर्क पर ध्यान देने की जरूरत है।


काम के बीच में समय निकालकर शरीर को देते रहे मूवमेंट

डा. संजय कुमार सिंह (एमडी होम्योपैथ) बताते हैं कि सर्वाइकल पेन और कमर दर्द से बचाव के लिए जरूरी है कि दिनचर्या को व्यवस्थित करने के साथ ही मोबाइल, कंप्यूटर या लैपटाप को जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल न किया जाए। काम के बीच में समय निकालकर कुछ देर के लिए शरीर को मूवमेंट दें। काम करते वक्त बैठने के लिए ऐसी चेयर का इस्तेमाल करें जो पीठ को सीधा रख सके। सुबह के वक्त योग, प्राणायाम, ध्यान के साथ ही, संभव हो तो मार्निंग वाक के लिए समय जरूर निकालें। ज्यादा आरामदायक बिछौने की बजाय कड़े बिस्तर पर सोएं, जिसे शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव की स्थिति न बनने पाए।

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