×

UK Research : सर्दी-जुकाम के लिए जिम्मेदार वायरस कर सकता है Covid-19 से बचाव, रिसर्च में खुलासा

देश में बीते दो दिनों में हर घंटे कोरोना संक्रमितों (Corona Infected) की संख्या 6,651 से बढ़कर 7,488 के करीब हो गई है। ये आंकड़े डराने वाले हैं। ये अलग बात है, कि कोरोना से हर घंटे होने वाली मौतें 14 से घटकर 6 पर आ गईं।

Network
Newstrack NetworkPublished By aman
Published on: 11 Jan 2022 9:36 AM IST
Omicron News: भारत में ओमिक्रॉन का कहर, एक हफ्ते में छह गुना बढ़े कोरोना मरीज, मौतों में भी इजाफा
X

(कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

UK Research : देश में बीते दो दिनों में हर घंटे कोरोना संक्रमितों (Corona Infected) की संख्या 6,651 से बढ़कर 7,488 के करीब हो गई है। ये आंकड़े डराने वाले हैं। ये अलग बात है, कि कोरोना से हर घंटे होने वाली मौतें 14 से घटकर 6 पर आ गईं।इस बीच सरकार का कहना है, इस वक्त केवल 5 से 10 प्रतिशत कोरोना संक्रमितों को ही अस्पताल (Hospital) जाने की नौबत आ रही है। बता दें, कि महामारी (Pandemic) की दूसरी लहर (Second Wave) के दौरान अस्पताल की जरूरत वाले सक्रिय मामलों का प्रतिशत 20-23 के बीच था। इस दौरान वैज्ञानिक और शोधकर्ता (Researchers) कोरोना से जुड़े कई शोध कर रहे हैं।

ऐसे ही एक रिसर्च (Research) में पता चला है, कि जिन लोगों के शरीर में सामान्य सर्दी-जुकाम (Cold and Cough) देने वाले कोरोना वायरस के कारण अधिक मात्रा में टी कोशिकाएं (T cells) होती हैं, उनके कोविड-19 (COVID-19) बीमारी को जन्म देने वाले स्वरूप सार्स-सीओवी 2 (SARS-CoV 2) से संक्रमित होने की संभावना कम होती है। भारतीय मूल के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में ब्रिटेन (Britain) में किए गए एक नए अध्ययन (Study) में यह दावा किया गया है।

अध्ययन में क्या कहा गया है?

'नेचर कम्युनिकेशंस' (Nature Communications) नामक जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट में दावा किया गया है, कि टी कोशिकाओं (T cells) की सुरक्षात्मक भूमिका को लेकर पहली बार सबूत उपलब्ध कराया गया है। यह अध्ययन इंपीरियल कॉलेज लंदन (Imperial College London) के शोधकर्ताओं ने किया है। इसके पहले के अन्य अध्ययन में कहा गया था, कि अन्य कोरोना वायरस द्वारा प्रेरित टी कोशिकाएं कोविड-19 के जिम्मेदार सार्स-सीओवी-2 नामक वायरस की पहचान कर लेती हैं। लेकिन नए अध्ययन में यह बताया गया है, कि किस तरह टी कोशिकाओं की मौजूदगी सार्स-कोव-2 से संक्रमण को प्रभावित करती है।

भविष्य के टीके तैयार करने में मिलेगी मदद

शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि उनके नतीजे दूसरी पीढ़ी के वैश्विक (Universal) टीके तैयार करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इन सार्वभौमिक टीकों से कोविड-19 बीमारी के लिए जिम्मेदार वायरस के मौजूदा और भविष्य के स्वरूपों के खिलाफ सुरक्षा मिल सकती है। इंपीरियल कॉलेज लंदन में नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ रिसर्च (एनआईएचआर) के निदेशक प्रोफेसर अजित लालवानी (Professor Ajit Lalwani) ने कहा, 'हमारे शोध से अब तक का सबसे स्पष्ट सबूत मिला है, कि सामान्य सर्दी-जुकाम देने वाले कोरोना वायरस से प्रेरित टी कोशिकाएं सार्स-सीओवी-2 से संक्रमण के खिलाफ सुरक्षात्मक भूमिका निभाती हैं।'

राज्यों को चिट्ठी, रहें तैयार

दूसरी तरफ, भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को पत्र लिखकर चेतावनी दी है, कि संक्रमण जिस तेजी से लगातार बढ़ रहा है, भर्ती होने की जरूरत तेजी से बदल सकती है। उन्होंने राज्यों को तैयार रहने के लिए कहा है। वहीं, इस तीसरी लहर में संक्रमण के मामले रोजाना दो लाख के करीब पहुंच गए हैं। दैनिक सक्रिय मामलों में 26 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। वहीं, ओमिक्रॉन के भी एक दिन में 400 नए मामले मिले हैं।



aman

aman

Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

Next Story