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कोरोना के संक्रमण से बचा सकता है रायनोवायरस, जानें इसके बारे में
हाल ही में एक रिपोर्ट में यह बताया गया है कि रायनोवायरस नाम का वायरस शरीर से कोरोना वायरस को बाहर कर सकता है।
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस काफी तेजी से अपना प्रकोप दिखा रहा है। आए दिन लाखों लोग इसकी चपेट में आ रहे है। जिससे निजात पाने के लिए कई तरीकें अपनाए गए। इसी बीच एक राहत की खबर सामने आई है। हाल ही में एक रिपोर्ट में यह बताया गया है कि रायनोवायरस(Rhinovirus)नाम का वायरस शरीर से कोरोना वायरस(Coronavirus) को बाहर कर सकता है। इस वायरस को सामान्य सर्दी-जुकाम वाला वायरस बताया जा रहा है। अगर इस रिपोर्ट में दी जानकारी सच साबित होती है तो यह पूरी दुनिया के लिए राहत भरी खबर होगी।
जिसको लेकर कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि कॉमन कोल्ड वाला वायरस शरीर के अंदर प्रवेश करके कोरोना वायरस को शरीर से बाहर भेज सकता है। रायनोवायरस(Rhinovirus) भी उसी तरह से काम करता है जैसे कि कोई भी इंसान या दूसरे पशु अपनी जगह बनाने के लिए आपस में लड़ते हैं और जीत हासिल करते है। उसी तरह से वायरस भी शरीर में प्रवेश के लिए लड़ते हैं और वही वायरस जीतता है, जो दूसरे वायरस को खत्म कर देता है।
इस तरह हुआ प्रयोग
यह रिसर्च ग्लोसगो में सेंटर फॉर वायरस रिसर्च की टीम द्वारा की गई। जिससे एक कोशिकाओं समेत एक ढांचा तैयार किया गया, जो इंसान के श्वसन तंत्र की तरह काम करता है। फिर इसमें सर्दी-जुकाम वाले वायरस रायनोवायरस(Rhinovirus) और कोरोना वायरस(Coronavirus) को एक ही समय पर रिलीज किया गया। जिसके बाद देखा गया कि ढांचे पर कोरोना वायरस ने नहीं, बल्कि रायनोवायरस ने कब्जा जमाया।
खतरा हो सकेगा कम
अगर रायनोवायरस शरीर में प्रवेश करता है तो इससे कोरोना वायरस का खतरा कुछ हद तक कम हो जाएगा। जिससे कि मरीज दवाओं की मदद से ठीक हो सकेगा और गंभीर हालत में पहुंचने का डर कम रहेगा। प्रयोग के दौरान यह सामने आया कि अगर कोविड के वायरस हों तो रायनोवायरस उसे शरीर से बाहर खदेड़ देता है। यानी कि अगर सर्दी-जुकाम का वायरस शरीर में आए तो कोरोना का खतरा कम हो सकता है।
दोबारा कोरोना कर सकता है हमला
रायनोवायरस का प्रकोप ज्यादातर सर्दी और बसंत के मौसम में दिखता है लेकिन यह सालभर भी हो सकता है। इसे शॉर्ट में आरवी (RV) भी कहते हैं। यह सामान्य सर्दी-जुकाम का सबसे कॉमन कारण है। इससे आमतौर पर ऊपरी श्वसन तंत्र पर असर होता है। वहीं
इस बीच यह संदेह भी जताया जा रहा है कि जब मरीज में सर्दी-जुकाम ठीक हो जाए तो शायद उसपर कोरोना का दोबारा हमला कर सकता है। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि तब उसका इम्यून सिस्टम शांत पड़ा होगा। हालांकि वैज्ञानिकों का मानना है कि फिलहाल ऐसा कोई निश्चित प्रमाण नहीं मिल सका हैं।