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Dengue Cases in India: मच्छरों का कहर, 25 फीसदी परिवारों में बीमारी, नागरिक निकाय फेल

Dengue Cases in India: लगभग 28 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे या उनके परिवार में कोई पिछले तीन वर्षों में मच्छर जनित बीमारियों के कारण बीमार पड़ गया।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 19 Oct 2023 4:38 AM GMT
Mosquitoes disease
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Mosquitoes disease  (photo: social media )

Dengue Cases in India: मच्छर जनित बीमारियों खासकर डेंगू के कहर से भारत जूझ रहा है। ये स्थिति लगातार हर साल बन रही है। एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि पिछले तीन वर्षों में देश में चार में से एक परिवार मच्छर जनित बीमारियों के कारण बीमार पड़ गया। लोग मच्छर भगाने वाली दवाओं पर निर्भर है क्योंकि नागरिक निकाय फॉगिंग कराने में विफल रहे हैं।

नागरिक निकाय फेल

सामुदायिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लोकलसर्कल्स द्वारा देश के 327 जिलों में 58,000 लोगों पर किए गए सर्वेक्षण में कहा गया है कि 73 प्रतिशत लोगों ने दावा किया कि उनके शहरों में नगर निगमों ने पिछले कुछ वर्षों में मानसून के मौसम में भी मच्छर जनित बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए सक्रिय रूप से काम नहीं किया है।

डेंगू के मामले

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 17 अक्टूबर तक भारत में डेंगू के 94,198 मामले और 91 मौतें हुई हैं। केरल में सबसे अधिक 9,770 मामले और 37 मौतें दर्ज की गई हैं। अध्ययन के अनुसार, दिल्ली और मुंबई सहित बहुत कम शहरों ने सक्रिय फॉगिंग उपाय किए हैं।

अध्ययन के मुताबिक लगभग 28 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे या उनके परिवार में कोई पिछले तीन वर्षों में मच्छर जनित बीमारियों के कारण बीमार पड़ गया। डेटा से पता चला कि 19 प्रतिशत उत्तरदाताओं के "परिवार के कई सदस्य" वेक्टर जनित बीमारियों के कारण बीमार पड़े थे जबकि 9 प्रतिशत ने कहा कि "उनमें से एक" पिछले तीन वर्षों के दौरान बीमार पड़ गया था।

लोकलसर्कल्स के संस्थापक सचिन तपारिया ने कहा कि भारत में मच्छरों का खतरा हर साल बना रहता है। फिर भी स्थानीय नागरिक निकायों द्वारा इससे निपटने के लिए बहुत कम प्रयास किया जाता है। अध्ययन में कहा गया है कि कई राज्यों में 1,000 से 10,000 तक डेंगू के मामले सामने आए हैं, लेकिन कई मामले अभी भी दर्ज नहीं हो रहे हैं क्योंकि ज्यादातर लोग 7-10 दिनों में ठीक होने के लिए घरेलू उपचार का सहारा लेते हैं। इसी तरह, हाल के महीनों में मलेरिया और चिकनगुनिया के मामलों में भी वृद्धि देखी गई है।

टीका नदारद

यूरोपियन सेंटर फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल ने बताया है कि 2 अक्टूबर 2023 तक, वैश्विक स्तर पर 79 देशों और क्षेत्रों से 42 लाख से अधिक मामले और 3,000 से अधिक डेंगू से संबंधित मौतें दर्ज की गई हैं। नेशनल सेंटर फॉर वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, इन देशों में से भारत 2023 में 94,198 मामलों और 91 मौतों के साथ डेंगू संक्रमण का हॉटस्पॉट रहा है। इतनी बड़ी संख्या में संक्रमण और मौतों के बावजूद भारत के पास इस वेक्टर-जनित बुखार के लिए कोई टीका नहीं है। सीरम इंस्टीट्यूट जैसी कुछ कंपनियां अभी भी सस्ते और स्वदेशी डेंगू टीकों के विकास के परीक्षण चरण में हैं, और संभवतः एक या दो साल में हमें टीका मिल सकता है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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