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Diabetes and Navratri Fasting: मधुमेह के रोगी इस तरह रखें नवरात्रि का व्रत, ऐसी डाइट से आसानी से कर पाएंगे उपवास

Diabetes and Navratri Fasting: नवरात्रि का त्योहार आज से प्रारम्भ हो चुका है वहीँ अगर आप 9 दिन का उपवास रखने की सोच रहे हैं और आपको मधुमेह है तो जानिए कैसे आप दोनों को बैलेंस कर सकते हैं।

Shweta Srivastava
Published on: 9 April 2024 9:48 AM IST
Diabetes and Navratri Fasting
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Diabetes and Navratri Fasting (Image Credit-Social Media)

Diabetes and Navratri Fasting: आज से नवरात्रि (Navratri) का पावन त्योहार प्रारम्भ हो रहा है ऐसे में अगर आप भी माता रानी को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए उपवास करने वाले हैं और आपको मधुमेह भी है तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि मधुमेह के साथ आप अपना ये व्रत कैसे पूरा कर सकते हैं।

मधुमेह के रोगी इस तरह रखें नवरात्रि का व्रत (Diabetes and Navratri Fasting)

मधुमेह (Diabetes) से पीड़ित (Diabetes Patients) लोगों को नवरात्रि के उपवास के दौरान हाइपरग्लेसेमिया और हाइपोग्लाइसीमिया का खतरा होता है। ऐसे में आपको कुछ चीज़ों का विशेष ध्यान रखने की ज़रूरत है। यहां हम आपके लिए कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां लेकर आये हैं जो आप व्रत के दौरान ज़रूर याद रखें।

चैत्र नवरात्रि उत्सव के नौ दिन अब आ गए हैं और मां दुर्गा के भक्तों द्वारा इस शुभ समय का बेसब्री से इंतजार रहता है ऐसे में माता रानी के भक्त कई तरह के अनुष्ठान करते हैं। जगराते से लेकर माता की चौकी तक भक्त माँ की भक्ति में डूबे नज़र आते हैं। इसके साथ ही वे देवी का आशीर्वाद पाने के लिए उपवास करते हैं। वहीँ विशेषज्ञ इस बात की पुष्टि करते हैं कि नवरात्रि उपवास के बहुत सारे फायदे हैं और ये न केवल दिमागीपन और भावनात्मक स्थिरता में सुधार करने में मदद करता है, बल्कि पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के लिए शरीर को डिटॉक्स भी करता है। लेकिन जब मधुमेह के साथ उपवास करने की बात आती है, तो विशेषज्ञ सावधानी बरतने की सलाह भी देते हैं, क्योंकि संतुलित आहार का पालन किए बिना और रक्त शर्करा के स्तर की निगरानी के बिना, यह जीवन के लिए खतरनाक जटिलताओं का कारण भी बन सकता है।

हालाँकि, कॉम्प्लेक्स कार्ब्स जैसे पौष्टिक खाद्य पदार्थ खाना, हाइड्रेटेड रहना, प्रोटीन शामिल करना, नियमित रूप से रक्त शर्करा के स्तर की निगरानी करना और अच्छी तरह से आराम करना, आपको नवरात्रि उपवास के दौरान मदद कर सकता है। ऐसे में आप क्या क्या और सावधानिया बरते आइये जानते हैं।

दरअसल उपवास अतिरिक्त विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालकर शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है। हालांकि, मधुमेह के रोगियों के लिए उपवास रखना मुश्किलों भरा भी हो सकता है। क्योंकि इससे उन्हें हाइपोग्लाइसीमिया (एक ऐसी स्थिति जिसमें आपके रक्त शर्करा का स्तर सामान्य सीमा से कम होता है) जैसी कुछ स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित होने की संभावना है। ), हाइपरग्लेसेमिया (रक्त में बहुत अधिक शर्करा क्योंकि शरीर में पर्याप्त इंसुलिन की कमी होती है या इंसुलिन कार्य करने में असमर्थ होता है।) और उपवास के दौरान डीहाइड्रेशन भी हो सकता है, इसलिए, उन्हें अक्सर सलाह दी जाती है कि अगर वो अभी भी उपवास करना चाहते हैं तो विशेषज्ञों या डॉक्टर्स से सलाह अवश्य ले लें।

इन खाद्य पदार्थों का करें परहेज़

"नवरात्रि के दौरान उपवास में आम तौर पर कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज करना ज़रूरी होता है, वैसे ऐसा जरूरी नहीं कि आप पूरी तरह से भोजन के बिना रहें । लेकिन खान पान का विशेष ध्यान रखने की ज़रूरत है। मधुमेह के रोगियों को डॉक्टर ठीक से और ध्यानपूर्वक खाने की सलाह देते हैं। दरअसल उपवास के दौरान संभवतः आपके रक्त शर्करा में उतार-चढ़ाव हो सकता है। यहां सबसे महत्वपूर्ण बात संतुलन है।

अब ये प्रश्न कई लोगों के मन में आता है कि क्या अगर आपको मधुमेह है तो क्या आपको नवरात्रि के दौरान उपवास करना चाहिए ? तो इसका उत्तर विशेषज्ञ केवल हाँ या न में नहीं दे सकते क्योंकि इसके लिए डॉक्टर्स कहते हैं कि अगर आप संतुलित आहार बनाए रखते हैं, और अगर आप अपने रक्त शर्करा के स्तर पर नज़र रखते हैं। साथ ही आप इस बात को ध्यान में रखते हैं कि आपका शरीर कैसा महसूस करता है, तो उपवास आपके नवरात्रि उत्सव का एक हिस्सा हो सकता है, लेकिन याद रखें, अपने आहार या दिनचर्या में कोई भी महत्वपूर्ण बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना हमेशा सबसे अच्छा ऑप्शन होता है।

क्या खा सकते हैं

मधुमेह के रोगी 2-3 लीटर पानी, बिना नमक वाला छाछ ले सकते हैं। नारियल पानी, नींबू पानी और टमाटर का सूप भी ले सकते हैं। पर्याप्त पानी और तरल पदार्थों का सेवन शरीर को हाइड्रेट करने और डीहाइड्रेशन को रोकने में मदद करता है। आपको दोपहर के भोजन और रात के खाने के लिए कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) वाले भोजन का चयन करना चाहिए क्योंकि इनमें फाइबर अधिक होता है और जीआई कम होता है। मधुमेह के रोगियों को कुट्टू या सिंघाड़े के आटे की पूड़ी के बजाय दही या खीरा या खीरे का रायता ले सकते हैं। इतना ही नहीं आप मुट्ठी भर मखाना, अखरोट, बादाम भी खा सकते हैं क्योंकि ये सूखे फल न केवल तृप्ति देते हैं बल्कि प्रोटीन की पूर्ति में भी मदद करते हैं। इसके साथ याद रखें मधुमेह के रोगियों को खजूर और किशमिश का सेवन करने से बचने की भी सलाह दी जाती है क्योंकि इससे उनका शर्करा स्तर बढ़ सकता है।

नोट: इस आर्टिकल में दी गयी जानकारी विशेषज्ञों की राय पर आधारित है। न्यूज़ट्रैक इसकी पुष्टि नहीं करता है।



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Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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