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Prasad Controversy: डिंपल यादव ने मथुरा के प्रसाद पर उठाए सवाल, आप भी जान लें असली खोया पहचानने के तरीके
Asli Aur Nakli Khoya Kaise Pehchane: मथुरा-वृंदावन में प्रसाद के रूप में मिलने वाली मिठाइयों की जांच कराई जा रही है। आप भी जान लें कैसे करते हैं असली खोए की पहचान।
Dimple Yadav Prasad Controversy: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव (Dimple Yadav) ने हाल ही में मथुरा वृंदावन में प्रसाद की गुणवत्ता (Mathura Vrindavan Prasad Quality) पर सवाल खड़े किए थे। तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Mandir) के प्रसाद में चर्बी का प्रयोग होने के सवाल का जवाब देते हुए सपा मुखिया की पत्नी ने मथुरा में बिकने वाले प्रसाद में इस्तेमाल होने वाले खोए पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि मथुरा में भी मिलने वाले प्रसाद में सही मावा का प्रयोग नहीं हो रहा है। हालांकि इसके बाद सरकार एक्शन में आ गई और मथुरा-वृंदावन में प्रसाद के रूप में मिलने वाली मिठाइयों की जांच कराई जा रही है।
अब जब प्रसाद में इस्तेमाल होने वाले मावा में मिलावट होने की बात उठी ही है तो आप सही खोया की पहचान (Asli Khoya Ki Pehchan) करना भी जान लें। क्योंकि त्योहारों के दौरान भी देश की अलग-अलग जगहों से खोया में मिलावट (Mawa Adulteration) करने की खबरें सामने आती रहती हैं। अक्टूबर महीने में तो त्योहारों (October Festivals) की लाइन लगी हुई है। ऐसे में आपको ये पता होना जरूरी है कि असली खोया की पहचान कैसे (Asli Khoya Ki Pehchan Kaise Karen) की जाती है, ताकि आप इस फरेब से बच सकें।
कैसे करें असली खोया की पहचान (Ways To Do Mawa Purity Test At Home In Hindi)
अक्सर हम दुकानदार पर भरोसा करके खोया खरीद तो लेते हैं। लेकिन कई बार कुछ मुनाफाखोर मावे यानी खोए में मैदा, आलू, सिंघाड़े का आटा, सिंथेटिक दूध और यहां तक कि डिटर्जेंट तक मिला देते हैं। जिससे स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियां हो सकती हैं। इन बातों को ध्यान में रखते हुए आपको असली और नकली मावा में फर्क (Asli Aur Nakli Khoya Pehchanne Ka Tarika) करने के तरीके के बारे में पता होना चाहिए। ताकि आप बाजार से शुद्ध मावा खरीद सकें।
पहला तरीका
सबसे ईजी तरीका रबिंग टेस्ट होता है। इससे असली और नकली खोए की पहचान आसानी से की जा सकती है। इसके लिए थोड़े से खोए को उंगलियों की मदद से हल्का सा रगड़ें। अगर मावा असली है तो चिकना और दानेदार महसूस होगा। लेकिन अगर इसमें किसी तरह की मिलावट है तो यह रबड़ की तरह खिंचा सा नजर आएगा।
दूसरा तरीका
आप आयोडीन की मदद से भी असली और नकली खोए की पहचान कर सकते हैं। इसके लिए एक कटोरी में गरम पानी लें फिर इसमें थोड़ा सा खोया डालें और मिला दें। अब इसमें आपको आयोडीन लोशन की कुछ ड्रॉप्स डालनी है। अगर ऐसा करने पर खोए का रंग नीला पड़ने लगे तो समझ जाइए कि खोए में स्टार्च की मिलावट है।
तीसरा तरीका
चखकर भी आप मावे की टेस्टिंग कर सकते हैं। असली मावा मुंह में घुल जाता है और इसमें मिठास महसूस होगी। वहीं, नकली खोया मुंह में चिपकने लगता है और इसमें स्वीटनेस भी नहीं होती है।
इन तरीकों से आप ये जांच सकते हैं कि खोया असली है या नकली। त्योहार के समय या फिर आम दिनों में भी आपको मावे को टेस्ट जरूर करना चाहिए।