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Disadvantages Of Being Lazy: आलसपन ले सकता है जान, यहां जानें नुकसान
Laziness Disadvantages: आलसी होने से न केवल मोटापा, शारीरिक कमजोरी जैसी समस्याएं होती हैं, बल्कि कई स्टडी में यह भी सामने आया है कि आलसीपन व्यक्ति की जान भी ले सकता है।
Disadvantages Of Being Lazy: आलस को इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन बताया गया है। आलसी (Lazy) होना आपको कई तरह से नुकसान (Lazy Hone Ke Nuksan) पहुंचाता है। कुछ लोग बेहद आलसी किस्म के होते हैं, उन्हें अपने आराम के अलावा और कुछ दिखाई नहीं देता। अपने कामों को बाद के लिए टालना, शारीरिक एक्टिव न होना उनके लिए आम है। इससे न केवल मोटापा, शारीरिक कमजोरी जैसी समस्याएं होती हैं, बल्कि कई स्टडी में यह भी सामने आया है कि आलसीपन (Laziness) व्यक्ति की जान भी ले सकता है।
हर साल होती हैं लाखों मौतें
बता दें हाल ही में WHO ने एक रिपोर्ट पेश की थी, जिसके मुताबिक, दुनियाभर में हर साल लाखों लोग अपने आलसीपन की वजह से जान (Laziness Deaths) गंवा बैठते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के आधे से ज्यादा लोग कम से कम एक्सरसाइज भी नहीं करते और कुछ ना करने की वजह से बीमार होते जा रहे हैं। आलसपन के चलते शरीर शारीरिक और मानसिक रोगों का घर हो जाता है। हालांकि आलसपन महसूस होना कुछ बीमारी की वजह से भी हो सकता है। लेकिन ऐसे भी कई लोग होते हैं जो डेली लाइफ में फिजिकल एक्टिव नहीं रहते हैं या बहुत कम एक्टिव होते हैं।
जिंदगी में नहीं हो पाते हैं सक्सेस
केवल इतना ही नहीं आलसी लोग सक्सेस भी नहीं हो पाते हैं। वह अपने कामों को समय पर नहीं खत्म कर पाते हैं और बाद के लिए टाल देते हैं। जिसके चलते उनके हाथ से कई बड़े अवसर निकल जाते हैं। साथ ही आलस करने पर जीवन से जुड़े तमाम काम कठिन हो जाते हैं और ऐसे लोग अक्सर अपनी विश्वसनीयता खो देता है क्योंकि आलस की वजह से वह खुद के द्वारा किए गये वादों को समय पर पूरा नहीं कर पाते हैं। आलसी लोगों को बस समय निकल जाने पर पछताना पड़ता है।
आलस त्यागने के लिए क्या करें? (Alas Kaise Dur Karen)
ऐसा नहीं है कि आलस (Laziness) को त्यागा नहीं जा सकता है। यहां हम आपको कुछ टिप्स (Tips To Get Rid Of Laziness) बताने जा रहे हैं, जो आपको लेजी होने से बचाएंगे और एक्टिव होने में मदद करेंगे।
1- सोने-उठने का तय करें समय- सबसे पहले अपने सोने और उठने का एक वक्त तय करें। आंखें खुलते ही बिस्तर छोड़ दें। ताकि आप लेजी महसूस न करें।
2- अलार्म को दूर रखें- अगर आप फोन या क्लॉक में अलार्म सेट कर रहे हैं तो उसे बिस्तर से थोड़ा दूर रखें। ताकि आपको उठते ही बिस्तर छोड़ना पड़ जाए।
3- एक्सरसाइज भी जरूरी- अपने शरीर को स्वस्थ और ऊर्जावान बनाने के लिए नियमित एक्सरसाइज करें। एक्सरसाइज के साथ ही कुछ समय के लिए मेडिटेशन भी कर सकते हैं।
4- सेट करें गोल- जीवन में एक लक्ष्य यानी गोल सेट करें, जो आपको कठिन परिश्रम करने के लिए मोटिवेट करेगा।
5- सही आहार भी जरूरी- पौष्टिक और संतुलित आहार भी आपको ऊर्जावान बनाए रखने में मदद करता है।
6- सही संगती को चुनें- आपने ये तो सुना होगा कि जैसी संगत वैसी रंगत। इसका मतलब ये है कि संगत का असर हर किसी पर कम या अधिक होता ही है। इसलिए अपनी संगत सही रखें।
7- कामों को टालना बंद करें- आलस से बचने के लिए आज के काम को कल पर टालना छोड़ दें।
8- काम को बोझ न समझें- अपने काम को कभी बोझ समझकर न करें, इस भावना से भी आपमें आलस आता है। बल्कि उसे अच्छे से पूरा करने की कोशिश करें।