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Do Sal Ke Bacche Ka Diet Chart: 2 साल के बच्चे को खिलाएं ये आहार, दिमाग के साथ शरीर भी रहेगा हेल्दी
Do Sal Ke Bacche Ka Diet Chart: 2 साल की उम्र बच्चों को ठोस आहार देने की होती है। जैसा आहार हम सब लोग खाते हैं, 2 साल के बच्चे को भी वही ठोस आहार देने चाहिए।
Do Sal Ke Bacche Ka Diet Chart: अक्सर देखा जाता है कि एक से दो साल के बच्चे मां का दूध पीते हैं। लेकिन 2 साल की उम्र बच्चों को ठोस आहार देने की होती है। जैसा आहार हम सब लोग खाते हैं। 2 साल के बच्चे को भी वही ठोस आहार देने चाहिए। इस समय बच्चों का विकास तेजी से हो रहा होता है। यही ठीक समय है बच्चों को पोषण से भरा खाना खिलाने का(Bacchon Ka Khana Posan Se bhara)। एक से दो साल के बच्चों का आहार पौष्टिकता से भरा होना चाहिए ताकि आगे चलकर उनके खान पान का तरीका सही रहे।
सही खानपान से बच्चों का इम्यून सिस्टम(Bacchon Ka Immune kaise kare majboot) मजबूत होता है और रोगों के खिलाफ लड़ने में उनका शरीर सक्षम बन जाता है। इसलिए अपने बच्चे की डाइट ऐसी रखें, जिसमें उन्हें सभी पोषक तत्व मिल सके। आइए जानते हैं कि दो साल के बच्चे की डाइट(bacchon Ka Diet Chart) कैसी होनी चाहिए, उन्हें क्या खलाना चाहिए और क्या नही खिलाना चाहिए(bacchon ko Khilaye Kya na Khilaye )-
2 साल के बच्चे का आहार(2 year old baby food)
2 साल के बच्चे को क्या खिलाएं इस सवाल का जबाव हर उस माँ को चाहिए जिसका बेबी 2 साल का हो गया है। क्योंकि मां चाहती है कि मेरा बच्चा हेल्दि रहे। आइये जाने 2 साल के बच्चों के आहार लिस्ट
1- डेयरी प्रोडक्ट(Dairy Product For Kids)
बच्चों की ये उम्र सही खान पान की होती है। 2 साल के बच्चों के विकास(Bacchon Ka vikas) के लिए कैल्शियम और मैगनिाशियम बहुत महत्वपूर्ण है। दूध, दही और पनीर ये सारे प्रोडक्ट(Bacchon Ko khilaye panner) कैल्शियम से भरपूर होते हैं। कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। यदि आपका लैक्टोज इंटॉलरेंट है, तो उसे कैल्शियम की पूर्ति के लिए कैल्शियम सप्लीमेंट देने की आवश्यकता हो सकती है।
2- 2 बच्चों को खिलाएं खट्टे फल (Bbacchon Ko Khilaye Khatte Fal)
शुरू से ही बच्चों के आहार में फल शामिल करना चाहिए। नहीं तो बडे़ होकर बच्चे होकर फल खाने में ना नुकर करते हैं। खट्टे फल विटामिन सी से भरे होते हैं। नींबू और संतरे विटामिन सी(Bacchon ko Khilaye Vitamin C rich Foods) के बहुत अच्छे स्रोत माने जाते हैं। विटामिन सी की कमी से स्कर्वी जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसके अलावा विटामिन सी मसूड़ों और रक्त वाहिकाओं को मजबूत करने और घावों से भरने में मदद करते हैं।
3- मांसाहारी भोज्य पदार्थ(Non Vegetarian Food)
मांसाहारी भोज्य पदार्थों में आसानी से अवशोषित होने वाले आयरन की अच्छी मात्रा पायी जाती है। आयरन खून में हीमोग्लोबिन(Bacchon Me Khoon Ki Kami) को बढ़ाता है। जो एनीमिया से बचाव करता है। शाकाहारी भोजन में पाया जाने वाला आयरन शरीर को अवशोषित करने के लिए कठिन होता है, और इसलिए आपके बच्चे को आवश्यक मात्रा प्राप्त करने के लिए मांसाहारी भोज्य पदार्थों का सेवन कराना चाहिए।
4- मछली(Fish)
मछली एसेंशियल फैटी एसिड (ईएफए) का एक अच्छा स्रोत माना गया है। (Bacchon Ko Machli Khilane Ke Fayade)ईएफए इम्युनिटी बूस्ट करने में मददगार होता है। ईएफए शरीर में स्वयं उत्पन्न नहीं होता है और केवल बाहरी चीजों से प्राप्त किया जा सकता है। मछली खाने से आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ साथ हार्ट भी हेल्दि रहता है।
5- गाजर(Carrot)
ये तो सभी को पता है कि गाजर में प्रचुर मात्रा में विटामिन ए होता है। पालक, केला, और अन्य सब्जियों में भी विटामिन ए की भरपूर मात्रा होती है। अपने बच्चे के आहार में विभिन्न विटामिनों से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए है। विटामिन ए हड्डियों के विकास में भी मद्द करता है। गाजर को आप खीर या हलुवे के रूप में बना कर अपने बच्चों को दे सकती हैं।
6- बच्चों को खिलाएं केला(Bacchon Ko Khilaye Kela)
6 महीने बाद से ही बच्चों को थोड़ी थोड़ी मात्रा में केला खिलाना शुरू कर देना चाहिए। केले में मैग्नीशियम और पोटेशियम, दोनों तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जो हृदय के स्वास्थ्य और मांसपेशियों के लिए आवश्यक हैं।
7- मूंग दाल चिल्ला या खिचड़ी(Bacchon Ke Liye Moong Dal)
बचचों को मूंग दाल जरूर खिलाना चाहिए। मूंग की दाल बच्चे जल्दी हजम कर लेते हैं दूसरे दाल प्रोटीन से भरे होते हैं। दाल को चिल्ला या खिचड़ी बना कर दे सकती हैं।
8- सब्जियां(Bacchon Ko Khilaye Hari sabbjiyan)
बच्चे सब्जियां वैसे तो नहीं खा सकते हैं परन्तु आप बच्चों को मैस करके दलिया में डालकर या किसी और तरीके से खिला सकती हैं।
बच्चे में डालें खाने की आदत(Bacchon Me Dale Khane Ki Adat)
जब आपका बच्चा ठोस आहार खाना शुरू कर दे, तो उसमें खाने की आदत डालना बहुत जरूरी है। यही सही समय है जब उनमे स्वस्थ खाने की आदत डाली जाए। जानिए कैसे डाले बच्चों में खाने की आदत-
-बच्चों को खाना थोड़ा डेकोरेटिव हो ताकि बच्चे खाने की ओर आकर्षित हों।
-बच्चों को रोज एक ही तरह का खाना खिलाने से बचें।
-बच्चों को फास्ट फूड और सोडा ड्रिंक्स से दूर रखें, क्योंकि ये चीजें उनकी खाने की आदतों को खराब कर सकती हैं।
-बच्चे के लिए खाने की एक रूटीन बनाएं जिससे बच्चे की भूख बढ़ेगी और वह हर रोज एक निश्चित समय पर भोजन करने का आदी हो जाएगा।
-खाना खिलाने से पहले बच्चे को हैवी नाश्ता, कोई ड्रिंक ना पिलाएं, इससे बच्चे की भूख मर जाएगी।
बच्चों को क्या न खिलाएं (Bacchon Ko Kya Na Khilaye)
-2 के बच्चों को जंक फूड देने से बचें
-बच्चों को स्नैक्स न दें।
-बच्चों को बाहर के ड्रिक न पिलाए
-बच्चों को ज्यादर चॉक्लेट व टॉफी भी नहीं देना इससे बच्चों के दांत जल्दी खराब हो जाते हैं।