Dengue Side Effects: डेंगू बुखार का किन अंगों पर पड़ता है सबसे ज्यादा असर, जानें कैसे रहें सुरक्षित

Dengue Fever Effect On Lever: डेंगू बुखार, डेंगू वायरस से संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है। इसका खतरा सबसे अधिक मानसून सीजन में रहता है।

Shreya
Written By Shreya
Published on: 14 Oct 2024 9:50 AM GMT
Dengue Side Effects: डेंगू बुखार का किन अंगों पर पड़ता है सबसे ज्यादा असर, जानें कैसे रहें सुरक्षित
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Dengue Side Effects (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Dengue Fever Affect Liver in Hindi: दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई राज्यों में डेंगू के मामलों (Dengue Cases In India) में इजाफा देखा जा रहा है। डेंगू बुखार (Dengue Fever) एक ऐसी बीमारी है, जो डेंगू वायरस से संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलती है। इसका खतरा सबसे अधिक मानसून सीजन में रहता है। क्या आप जानते हैं मच्छरों से होने वाला डेंगू किसी की जान भी ले सकता है। आइए जानते हैं डेंगू संक्रमण के दौरान शरीर का कौन सा अंग सबसे ज्यादा प्रभावित होता है।

डेंगू बुखार किस अंग को करता है सबसे ज्यादा प्रभावित

डेंगू वायरस शरीर में प्रवेश करने के बाद कई अंगों को प्रभावित कर सकता है। इनमें लीवर भी शामिल है। डेंगू संक्रमण के दौरान लीवर सबसे अधिक प्रभावित होता है। दरअसल, डेंगू से संक्रमित होने पर मरीज में लीवर एंजाइम्स के स्तर बढ़ सकते हैं, जिससे लीवर पर अधिक दबाव पड़ता है और उसकी कार्यक्षमता भी प्रभावित होती है। वहीं, डेंगू के मामले गंभीर होने पर लीवर को अधिक नुकसान पहुंचने का खतरा रहता है। यह हेपेटाइटिस (Hepatitis) हो सकता है। यह लीवर से जुड़ी बीमारी है। इस स्थिति में मरीज में पीलिया के लक्षणों का अनुभव हो सकता है। इसके अलावा डेंगू वायरस, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को भी कमजोर बनाता है।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

लीवर प्रभावित होने पर दिखते हैं ये लक्षण

अगर डेंगू वायरस से मरीज का लीवर प्रभावित होता है तो ऐसी स्थिति में कुछ सामान्य लक्षण दिख सकते हैं। जैसे कि पेट में दर्द खासकर दाईं तरफ, आंखों या त्वचा में पीलापन, पेशाब का रंग गहरा होना, मतली या उल्टी, भूख में कमी, थकान और कमजोरी।

क्या फिर कभी सही नहीं होता लीवर?

बता दें डेंगू से लीवर पर असर पड़ सकता है, लेकिन अधिकांश मामलों में लीवर पर यह असर हल्का ही होता है। अगर सही समय पर सही इलाज और उचित देखभाल शुरू कर दी जाए तो लीवर की स्थिति सामान्य हो जाती है। लेकिन अगर डेंगू का मामला गंभीर हो जाए तो लीवर की कार्यक्षमता पर काफी असर पड़ता है। इससे मरीज की स्थिति गंभीर भी हो सकती है। डेंगू से लिवर फेलियर का जोखिम भी बढ़ सकता है।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

कैसे रहें सुरक्षित

सबसे पहले तो डेंगू के लक्षण महसूस होते ही डॉक्टर से जांच कराएं। आवश्यक टेस्ट के जरिए डेंगू की स्थिति और लीवर पर कितना असर पड़ा है, यह आसानी से जाना जा सकता है। आइए जानते हैं लीवर को डेंगू के प्रभाव से बचाने के लिए क्या करना चाहिए।

1- पहली चीज जो आपको करनी है, वो है डेंगू के लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ताकि मामला गंभीर न हो। क्योंकि इससे लीवर पर भी अधिक असर पड़ सकता है।

2- डॉक्टर से सलाह लिए बिना किसी तरह की दवाई का सेवन न करें। जांच कराने के बाद ही बताई गई दवाओं का इस्तेमाल करें।

3- शरीर में पानी की कमी होने से बचाएं। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में पानी, नारियल पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का सेवन करें।

4- शरीर को पर्याप्त आराम दें।

नोट- यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है। इन उपायों और सुझावों पर अमल करने से पहले संबंधित डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

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