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Dolo-650 दवा बनाने वाली कंपनी ने ऐसे बढ़ाई बिक्री, छापेमारी के बाद बड़े राज से उठा पर्दा
Dolo 650: बुखार की दवा 'डोलो' बनाने वाली कंपनी पर अपने उत्पादों को बढ़ावा देने और बिक्री बढ़ाने के बदले डॉक्टरों और चिकित्सा पेशेवरों को करीब 1000 Cr के मुफ्त उपहार देने का आरोप है।
दवा कंपनियां अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए किस हद तक जा सकती हैं, इसका ताजा उदहारण 'डोलो-650' (Dolo-650) से जुड़ा ताजा मामला है। बुखार में ली जाने वाली दवा Dolo- 650 बनाने वाली कंपनी पर आरोप लगा है कि, इसने अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए डॉक्टर्स और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े पेशेवरों को करीब 1000 करोड़ रुपए मूल्य के गिफ्ट बांटे हैं।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (Central Board of Direct Taxes) या सीबीडीटी ने दवा कंपनी पर ये आरोप लगाए हैं। आयकर विभाग (Income Tax Department) ने 6 जुलाई 2022 को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु (Bangalore) स्थित माइक्रो लैब्स लिमिटेड (Micro Labs Limited) के 36 परिसरों पर छापेमारी की थी। आईटी डिपार्टमेंट की ये छापेमारी देश के 09 राज्यों में दवा कंपनी के परिसरों पर हुई थी।
CBDT ने क्या कहा?
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने इस संबंध में बुधवार को एक बयान जारी किया। सीबीडीटी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, 'दवा बनाने वाली कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के बाद विभाग ने 1.20 करोड़ रुपए की अघोषित नकद राशि और करीब 1.40 करोड़ रुपए के आभूषण जब्त किए।' आपको बता दें कि, माइक्रो लैब्स को इस संबंध में एक ई-मेल भी भेजा गया है, जिसका कंपनी ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है।
मिले कई आपत्तिजनक सबूत
CBDT ने आगे कहा कि, तलाशी के दौरान मिले दस्तावेजों तथा डिजिटल डेटा (Digital Data) से कई आपत्तिजनक सबूत मिले हैं। फिलहाल उन्हें जब्त किया गया है। सीबीडीटी ने आगे कहा कि, तलाशी में मिले सबूतों से संकेत मिलते हैं कि दवा कंपनी ने अपने प्रोडक्ट को बेचने तथा ब्रांड को बढ़ावा देने के लिए 'अनैतिक आचरण' को अपनाया है। साथ ही, ये भी कहा कि इस तरह के मुफ्त उपहारों की रकम करीब 1000 करोड़ रुपए होने का अनुमान है।
हालांकि, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने अपने बयान में समूह की पहचान नहीं की है। मगर, सूत्रों ने पुष्टि की है कि यह समूह माइक्रो लैब्स ही है।