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Eating Disorder Kya Hai: खाने के बाद भी लगती रहती है भूख, तो इस बीमारी से पीड़ित हो सकते हैं आप

Eating Disorder Kya Hai: हेल्थ एक्सपर्ट्स फिट और स्वस्थ रहने के लिए दिन में तीन मील्स लेने की सलाह देते हैं। लेकिन कई लोग दिनभर कुछ न कुछ खाते रहते हैं। ऐसे लोग ईटिंग डिसऑर्डर से पीड़ित हो सकते हैं। आइए जानें इसके लक्षण, वजह और इलाज के बारे में।

Shreya
Written By Shreya
Published on: 4 Feb 2025 7:30 AM IST (Updated on: 4 Feb 2025 7:30 AM IST)
Eating Disorder Kya Hai
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Eating Disorder Kya Hai 

Eating Disorder Kya Hai: क्या आपको भी दिनभर कुछ न कुछ खाने की इच्छा होती रहती है और इसके बाद पछतावा भी होता है कि आखिर इतना सारा खाना क्यों खा लिया तो आप ईटिंग डिसऑर्डर (Eating Disorder) से पीड़ित हो सकते हैं। बहुत से लोगों को तो इस डिसऑर्डर के बारे में पता भी नहीं होता। ईटिंग डिसऑर्डर कई तरह के होते हैं। ये डिसऑर्डर किसी भी उम्र के लोग को प्रभावित कर सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।

क्या होता है ईटिंग डिसऑर्डर (Eating Disorder In Hindi)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

ईटिंग डिसऑर्डर एक मानसिक विकार है, जो भोजन के साथ आपके अनहेल्दी रिलेशनशिप का कारण बनता है। इसमें लोगों के खाने का पैटर्न असामान्य हो जाता है, जो उनके मेंटल और फिजिकल शरीर पर असर डालता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि इस डिसऑर्डर से जूझ रहे लोग या तो जरूर से अधिक खा लेते हैं या तो बहुत ही कम खाना शुरू कर देते हैं। इसके चलते उनके वजन में बदलाव आता है, जो उन्हें खुद के ही प्रति निगेटिव सोचने पर मजबूत कर देता है।

ईटिंग डिसऑर्डर की वजह (Eating Disorder Ke Karan)

किसी भी उम्र के लोगों को ईटिंग डिसऑर्डर्स हो सकते हैं। लेकिन महिलाओं में ये समस्या अधिक देखी जाती है। रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा समय में दुनियाभर में लगभग 70 मिलियन लोग ईटिंग डिसऑर्डर से ग्रसित हैं। Cleveland clinic के मुताबिक, ईटिंग डिसऑर्डर्स का सटीक कारण तो अज्ञात है। लेकिन शोध से पता चलता है कि ऐसे कई संभावित कारक हैं जो खाने के विकारों को जन्म दे सकते हैं, जैसे कि- जेनेटिक्स, ब्रेन बायोलॉजी, कल्चरल या सोशल आइडल, मेंटल हेल्थ कंडीशन्स आदि।

ईटिंग डिसऑर्डर के लक्षण (Eating Disorder Symptoms In Hindi)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

ईटिंग डिसऑर्डर्स से जूझ रहे लोगों को कई तरह के लक्षण महसूस हो सकते हैं। इनमें ये शामिल हैं-

1- मूड स्विंग्स

2- थकान

3- बेहोशी या चक्कर आना

4- अधिक भूख लगना

5- खाना न खाना

6- वजन में बदलाव (कम या ज्यादा होना)

7- कॉन्स्टिपेशन

8- दूसरों के सामने खाने से शर्माना

9- दोस्तों या सोशल एक्टिविटीज से दूरी बना लेना

10- बालों का पतला होना या हेयर लॉस

11- असामान्य पसीना आना आदि।

ईटिंग डिसऑर्डर से होने वाली समस्याएं

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बिना इलाज किया हुआ ईटिंग डिसऑर्डर कुछ सीरियस स्वास्थ्य जटिलताओं के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। इससे हार्ट फेलियर, स्ट्रोक, हार्ट प्रॉब्लम्स, ऑर्गन फेलियर, ब्रेन डैमेज, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं, लो बीपी, गंभीर डिहाइड्रेशन, कॉस्टिपेशन, पीरियड्स का न आना और इनफर्टिलिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

ईटिंग डिसऑर्डर का इलाज (Eating Disorder Ka Ilaj Kya Hai)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

बता दें ईटिंग डिसऑर्डर का इलाज संभव है। इसे मेडिकेशन, थेरेपी और काउंसलिंग की मदद से सही किया जा सकता है।



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