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Endometriosis: महिलाओं की फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकती है एंडोमेट्रियोसिस, इस तरह कर सकते हैं बचाव

Endometriosis: दुनियाभर में लगभग रिप्रोडक्टिव ऐज ग्रुप की लगभग 89 मिलियन महिलाएं एंडोमेट्रियोसिस से ग्रसित हैं। ऐसे में इस खबर में हम आपको इसके लक्षण और इलाज के बारे में बताएंगे।

Preeti Mishra
Written By Preeti MishraPublished By Shreya
Published on: 2 April 2022 8:41 PM IST
Endometriosis: महिलाओं की फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकती है एंडोमेट्रियोसिस, इस तरह कर सकते हैं बचाव
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एंडोमेट्रियोसिस (कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Endometriosis In Hindi: एंडोमेट्रियोसिस महिलाओं के लिए बेहद तकलीफदेह होने के साथ उनके सोशल लाइफ और रिलेशंस पर भी बुरा असर डालता है। परेशानी की बात यह है कि इस बीमारी से ग्रसित महिलाओं की संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। हालांकि, अभी भी एंडोमेट्रियोसिस को लेकर लोगों में पूरी या सही जानकारी नहीं होने के कारण इसके इलाज (Endometriosis Treatment) में समस्या आती है।

बता दें कि दुनियाभर में लगभग रिप्रोडक्टिव ऐज ग्रुप (Reproductive Age Group) की लगभग 89 मिलियन महिलाएं इस समस्या से ग्रसित हैं। लेकिन सही जानकारी और जागरूकता नहीं होने के कारण इस परेशानी से उबरने में दिक्कत हैं।

क्या होता है एंडोमेट्रियोसिस?

बता दें कि एंडोमेट्रियोसिस की समस्या में वूम्ब के आसपास लेयर बनाने वाले टिश्यू (एंडोमेट्रियम) की ग्रोथ सही तरीके से नहीं हो पाने के कारण जब भी महिला को पीरियड्स (Periods) होते हैं, तो इस टिश्यू के अंदर की तरफ भी ब्लीडिंग होती है। और इस तरह यह ब्लड ओवरी के अंदर जमा हो जाते हैं। इसी स्थिति को एंडोमेट्रियॉटिक सिस्ट कहते हैं।

चूंकि जमा हुआ ब्लड चॉकलेट की तरह दिखने के कारण इसे 'चॉकलेट सिस्ट' (Chocolate Cyst) भी कहते है। इतना ही नहीं इससे शरीर के पूरे पेल्विक रीजन में ब्लड स्पॉट्स होने लगते हैं, जिससे ओवरीज, इंटेस्टाइन और ट्यूब्स आपस में चिपक जाते हैं। 25 से 30 साल की उम्र की महिलाओं में पेट में दर्द की शिकायत और कंसीव न कर पाने का यह एक सबसे बड़ा कारण है।

डोमेट्रियोसिस के लक्षण (Endometriosis Symptoms)

बता दें कि डोमेट्रियोसिस (Endometriosis) महिलाओं में गर्भाशय से होने वाली संबंधित समस्या है। इस समस्या में में गर्भाशय के अंदर के टिशू (ऊतक) बढ़कर गर्भाशय के बाहर निकलकर फैलोपियन ट्यूब (Fallopian Tubes) और अंडाशय (Ovaries) के बाहरी और अंदरूनी हिस्सों में भी फैलने लगते हैं। जिसके कारण महिलाओं को पीरियड्स, पेशाब के दौरान अत्यधिक दर्द आदि महसूस होता है। इसके सामान्य लक्षणों में इनफर्टिलिटी (Infertility), क्रोनिक पेल्विक पेन, उबकाई आना, पेट की सूजन, थकान, डिप्रेशन और एंग्जाइटी इत्यादि हैं।

डोमेट्रियोसिस की समस्या को लेकर अभी बहुत ज्यादा जागरूकता की जरुरत है। बता दें कि विश्व स्तर पर इस बीमारी को जागरूकता फ़ैलाने के लिए हर साल मार्च में एंडोमेट्रियोसिस जागरूकता माह (Endometriosis Awareness Month) मनाया जाता है।

(कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया)

महिला का गर्भवती होना हो जाता है मुश्किल

आमतौर पर एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण बेहद गंभीर नहीं होने के कारण लोग इसे समझ नहीं पाते हैं। जो इस बीमारी के फैलने का सबसे बड़ा आधार बनता है। क्योंकि या समस्या शरीर में लक्षणों की शुरुआत और बीमारी के निदान के बीच देरी का कारण ही तेज़ी से बनता है। किए गए शोध के मुताबिक, एंडोमेट्रियोसिस की समस्या से पीड़ित महिला में गर्भाशय के आस-पास की जमी परत के कारण महिला का गर्भवती होना बहुत मुश्किल हो जाता है। यानि यह समस्या महिलाओं में इनफर्टिलिटी (Infertility) को जन्म देती है।

शोध के अनुसार लगभग 30 से 50 प्रतिशत महिलाओं को इस स्थिति में इनफर्टिलिटी (Infertility) का सामना करना पड़ता है। एंडोमेट्रियोसिस प्रजनन क्षमता (fertility) को कई तरीकों से प्रभावित कर सकता है। जिनमें आसंजन या चिपकाव (Adhesions), पेल्विस (Distorted anatomy Of Pelvis) की विकृत शारीरिक रचना, खराब फैलोपियन ट्यूब (Scarred fallopian tubes), पेल्विस संरचनाओं की सूजन, प्रतिरक्षा प्रणाली कार्य में तब्दीली, अंडे के हार्मोनल वातावरण में बदलाव, गर्भावस्था का बिगड़ा हुआ आरोपण (implantation) और अंडे की गुणवत्ता में बदलाव आदि प्रमुख हैं।

इलाज है संभव (Endometriosis Treatment)

इस बीमारी का इलाज सर्जरी से संभव हो सकता है। शोधकर्ताओं के अनुसार शरीर में इस बीमारी की अवस्था का पता डॉक्टर या प्रजनन विशेषज्ञ (Fertility Expert) एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) और बीमारी की गहराई का मूल्यांकन करके इसके आकार, स्थान और मात्रा मालूम करते हैं। जिससे बीमारी की अवस्था की गंभीरता का पता चल सकता है। डॉक्टर एंडोमेट्रियोसिस के चरण के आधार पर ही ये मालूम कर सकेंगे कि आपके शरीर में मौजूद यह परेशानी आपकी गर्भावस्था को कैसे प्रभावित कर रही है।

इसके अलावा महिलाएं गंभीर एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित होने के कारण काफी जख्म, क्षतिग्रस्त अंडाशय और अवरुद्ध फैलोपियन ट्यूब अनुभव करने के साथ उनके गर्भवती होने में भी बहुत कठिनाई हो सकती है। ऐसे में ऐसी महिलाओं को प्रजनन विशेषज्ञों (Fertility Expert) से परामर्श लेने के साथ उन्हें उन्नत प्रजनन उपचार की आवश्यकता (Advanced Fertility Treatment) पड़ सकती है।

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