COVID-19 वैक्सीन से ख़तरा नहीं होगा खत्म, कोरोना से सुरक्षा कवच है सावधानी

एक्सपर्ट्स का कहना है कि वैक्सीन संक्रमण से नहीं बचायेगी बल्कि संक्रमण के बाद होने वाली गंभीर बीमारी से बचायेगी।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani LalPublished By Shivani
Published on: 5 April 2021 9:05 AM GMT
COVID-19 वैक्सीन से ख़तरा नहीं होगा खत्म, कोरोना से सुरक्षा कवच है सावधानी
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वैक्सीनेशन का डोज (फाइल फोटो ) 

लखनऊ। ये जान लीजिये कि कोरोना वैक्सींन लगने से इस बात की पूरी गारंटी नहीं मिलती कि आपको संक्रमण नहीं होगा। अगर संक्रमण हुआ तो ऐसे लोग दूसरे लोगों को भी इन्फे्क्शसन दे सकते हैं। कोरोना की वैक्सीन लगना शुरू होने के बाद भी सजगता और एहतियात पूरी शिद्दत से बरतने होंगे। एक्सपर्ट्स का कहना है कि वैक्सीन संक्रमण से नहीं बचायेगी बल्कि संक्रमण के बाद होने वाली गंभीर बीमारी से बचायेगी। इसलिए सभी को संक्रमित होने से बचने की जरूरत है। बहुत से लोग ये सोचते हैं कि एक बार कोरोना की वैक्सीन लग जाने के बाद उनको मास्क लगाने की जरूरत नहीं रहेगी। लेकिन ऐसे लोगों को ये गंभीरता से जान लेना चाहिए कि उनको वैक्सीन लेने के बाद भी मास्क पहनना होगा क्योंकि वे वैक्सीन के बाद भी संक्रमण फैला सकते हैं।

वैक्सीन लेने के बाद भी मास्क पहनना होगा

कोरोना वायरस वैक्सीनों ने साबित कर दिया है कि वे गंभीर बीमारी से बचाव करते हैं लेकिन नाक में पनपते वायरस के खिलाफ ये कितनी असरदार हैं इसकी कोई गारंटी नहीं है। कोरोना बीमारी का सबसे गंभीर लक्षण फेफड़ों में आता है और फेफड़े ही शरीर में सर्कुलेट होती एंटीबॉडी को नाक या गले की अपेक्षा सबसे आसानी से हासिल कर पाते हैं। यानी अगर किसी ने वैक्सीन लगवाई है तो भी वो कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है। फर्क ये रहेगा कि ऐसा व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार नहीं पड़ेगा। लेकिन वायरस नाक-गले में पनपेंगे जरूर। वैक्सीन लगे ऐसे लोग जिनमें किसी तरह के लक्षण नहीं होने के बावजूद भारी वायरल लोड है वे लोग सबसे बड़े संवाहक हो सकते हैं क्योंकि ऐसे लोग सुरक्षा के एक झूठे भरोसे में हो जाते हैं।

सावधानी- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूरी
सच्चाई तो ये है कि यह पता करने में सालों की रिसर्च लगेगी कि टीकों से कोरोना ट्रांसमिशन कितना रुकता है। फिर भी अगर केसेज बढ़ रहे हैं तो वायरस का प्रसार हो रहा है, अगर वे कम हो रहे हैं तो प्रसार नहीं हो रहा है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, टीका लगने के बाद कोई व्यक्ति वायरस फैला सकता है या नहीं, यह हमें भले ही अभी न पता हो लेकिन दोनों डोज लगने के बाद भी सबको मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और हाथ जरूर धोते रहने चाहिए। जैसे-जैसे टीकाकरण बढ़ेगा, एक्सबपर्ट्स को उसके इन्फे क्शान और ट्रांसमिशन पर असर का पता लगाने में आसानी होगी।

पहली डोज लेने के 28 दिन बाद वैक्सीन की दूसरी डोज

वैक्सीनेशन के बाद आप ये बिल्कुल ना समझें कि इसके बाद आपको कोरोना नहीं हो सकता है। इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि पहली डोज लेने के 28 दिन बाद आपको वैक्सीन की दूसरी डोज दी जाएगी और दूसरी डोज लगने के 14 दिन बाद ही आपके शरीर में कोरोना वायरस के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता तैयार होगी। अब तक की कई रिसर्च के मुताबिक, इंसान में वैक्सीन का असर 6 महीने तक रहेगा। हालांकि वैज्ञानिकों ने ये भी कहा है कि ये वैक्सीन हमारी प्रतिरोधक क्षमता को आने वाले कई वर्षों के लिए मजबूत कर सकती है, लेकिन अभी इस पर और रिसर्च करने की जरूरत है।

वायरस का म्यूटेशन
किसी भी अन्य वायरस की तरह कोरोना वायरस भी लगातार म्यूटेट होता जा रहा है। म्यूटेशन का मतलब है कि वायरस की जेनेटिक संरचना बदलती रहती है। लेकिन वायरस म्यूटेट हो कर कभी ज्यादा घातक भी बन जाता है या ज्यादा संक्रामक हो जाता है। वायरस के नए स्ट्रेन से लोगों के गंभीर रूप से बीमार पड़ने की घटनाएं हो रहीं हैं। इसलिए सावधानी बरतना बहुत जरूरी है।
Shivani

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