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Cancer Treatment: नई दवा के ट्रायल में जड़ से खत्म हो गया कैंसर

Cancer Treatment: किसी मरीज को आगे के इलाज की जरूरत नहीं पड़ी है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 7 Jun 2022 12:19 PM IST
Cancer patient experimental trial
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नई दवा के ट्रायल में जड़ से खत्म हो गया कैंसर (photo: social media )

Cancer Treatment: कैंसर के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि एक दवा ने ट्रायल के दौरान सभी मरीजों में कैंसर को जड़ से खत्म कर दिया। मलाशय यानी रेक्टल कैंसर के इलाज के लिए एक दवा के शुरुआती परीक्षण के बाद हर प्रतिभागी में कैंसर खत्म हो जाने से डॉक्टर हैरान हैं। यह परीक्षण (Cancer patient experimental trial) छोटा था और केवल 12 रोगियों में किया गया। लेकिन छह महीने तक "डोस्टारलिमैब" दवा लेने के बाद, प्रतिभागियों में से किसी में भी कोई पहचान योग्य कैंसर नहीं था, उनके सभी स्कैन पूरी तरह से क्लियर हो गए थे।

इस स्टडी के लेखकों में से एक, मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर के डॉ. लुइस ए. डियाज़ जूनियर ने कहा - मेरा मानना है कि कैंसर के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। ये वास्तव में उल्लेखनीय है कि यह पहली बार है जब मैं सॉलिड ट्यूमर ऑन्कोलॉजी के बारे में जानता हूं जहां हमें 100 फीसदी पूर्ण रिजल्ट मिला है।

रोगियों को मलाशय के कैंसर के सामान्य, कठिन उपचार से गुजरने की आशंका थी, जिसमें कीमोथेरेपी, रेडिएशन और सर्जरी शामिल हैं और अक्सर उन्हें कोलोस्टॉमी बैग की आवश्यकता होती है। ऐसे रोगियों में मलत्याग, मूत्र और स्तंभन दोष जैसी स्थायी जटिलताओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन इस प्रायोगिक परीक्षण ने किसी की भी कल्पना से बेहतर काम किया है। 12 रोगियों में से किसी को भी आगे के उपचार की आवश्यकता नहीं है।

परीक्षण के परिणामों ने सभी की आंखों में खुशी के आंसू

न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित स्टडी की सह-लेखक डॉ एंड्रिया सेर्सेक ने कहा कि परीक्षण के परिणामों ने सभी की आंखों में खुशी के आंसू ला दिए। डॉ एंड्रिया भी अमेरिका के विश्वप्रसिद्ध मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर की एक ऑन्कोलॉजिस्ट हैं।

दवा कंपनी ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन द्वारा इस परीक्षण को समर्थित किया गया था। इसमें रोगियों ने छह महीने के लिए हर तीन सप्ताह में डोस्टारलिमैब दिया गया। ये सभी रोगी अपने कैंसर के समान चरणों में थे और इसमें कैंसर स्थानीय रूप से मलाशय में था लेकिन अन्य अंगों में नहीं फैला था। शोधकर्ताओं का मानना था कि डोस्टारलिमैब, जो एक चेकपॉइंट अवरोधक है, कैंसर कोशिकाओं को एक्सपोज़ करेगा ताकि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली उनसे लड़ सके। शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि ये दवा रोगियों में अच्छा काम करेगी।

परिणामों की समीक्षा करने वाले अन्य कैंसर शोधकर्ताओं ने बताया कि दवा आशाजनक लग रही है, लेकिन यह देखने के लिए बड़े पैमाने पर परीक्षण की आवश्यकता है कि क्या यह अधिक रोगियों के लिए काम करेगी और क्या कैंसर वास्तव में खत्म हो गया है।

परीक्षण में शामिल एक मरीज, साशा रोथ ने कहा कि वह अब दो साल से स्वस्थ है। उसने कहा - मैंने अपने परिवार को ये बताया तो उन्होंने मुझ पर विश्वास नहीं किया।

कैंसर कोशिकाओं को पहचानने और नष्ट करने में मदद करेगी दवा

यह दवा प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर कोशिकाओं को पहचानने और नष्ट करने में मदद करके काम करती है। इस दवा को जेम्परली के रूप में ब्रांडेड किया गया है, पहले से ही एंडोमेट्रियल कैंसर के रोगियों के लिए उपयोग की जाती है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं था कि क्या यह मलाशय की खराबी के लिए काम करेगी। परीक्षण में भाग लेने वालों को एक प्रकार का मलाशय का कैंसर था जिसे "बेमेल मरम्मत की कमी" कहा जाता था। रेक्टल कैंसर वाले लगभग 5 से 10 फीसदीलोगों में इस प्रकार का कैंसर होता है, जहां कोशिका रेप्लिकेशन के दौरान किसी भी गलती को ठीक करने के लिए जिम्मेदार जीन दोषपूर्ण होते हैं। अध्ययन यह नहीं बता सकता है कि क्या डोस्टारलिमैब अन्य प्रकार के रेक्टल कैंसर के रोगियों में काम करेगा।

फिर भी एक्सपर्ट्स का कहना है कि चूंकि युवा वयस्कों में रेक्टल कैंसर की घटनाएं बढ़ रही हैं, इसलिए इस ट्रीटमेंट का एक बड़ा प्रभाव हो सकता है। अमेरिका में युवा वयस्कों में कोलोरेक्टल कैंसर के मामले 2030 तक दोगुने होने का अनुमान है।



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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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